इंडिपेंडेंट वर्किंग वीमेन को इन 5 स्किल्स की समझ होना भी है जरूरी, मुश्किल समय में काम आएंगी

महिला सशक्तिकरण के इस दौर में जहां महिलाओं को निर्णय लेने की स्वतंत्रता है, तो वहीं ससांधनों का भी पूरा लाभ मिल रहा है। दरअसल, महिलाओं में आत्मनिर्भरता और जागरूकता की भावना बढ़ने लगी है। मगर साथ ही जान लें ऐसी 5 चीजें जो आत्मनिर्भर महिलाओं को अवश्य करनी चाहिए।
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महिला सशक्तिकरण के इस दौर में जहां महिलाओं को निर्णय लेने की स्वतंत्रता है, तो वहीं ससांधनों का भी पूरा लाभ मिल रहा है। चित्र : अडॉबीस्टॉक
Published On: 20 Jan 2025, 06:31 pm IST
Dr. Arti Anand
मेडिकली रिव्यूड

समाज में रहने वाली आज की नारी पूरी तरह से इंडीपेंडेंट है। अपने फैसलों से लेकर हर छोटे बड़े कार्य के लिए किसी पर भी निर्भर नहीं रहती है, जो उनमें हिम्मत, कुछ कर गुजरने की ताकत और आत्मविश्वास का कारण साबित हो रहा है। घर और ऑफिस में बखूबी संतुलन बनाए रखने के अलावा कुछ ऐसे कार्य भी है, जो उनकी प्रतिभा को और भी निखारते हैं और महिलाओं को उन्हें करने से नहीं कतराना चाहिए। फिर चाहे वो फाइनेंशियल मैनेजमेंट हो या कुकिंग। जानते है, ऐसी 5 चीजें जो आत्मनिर्भर महिलाओं (Independent women) को जॉब के साथ साथ अवश्य करनी चाहिए।

महिला सशक्तिकरण के इस दौर में जहां महिलाओं को निर्णय लेने की स्वतंत्रता है, तो वहीं ससांधनों का भी पूरा लाभ मिल रहा है। दरअसल, महिलाओं में आत्मनिर्भरता और जागरूकता की भावना बढ़ने लगी है। इस बारे में मनोचिकित्सक डॉ आरती आंनद बताती हैं कि अपने जीवन को अपने अनुसार चलाने की स्वतंत्रता के चलते महिलाएं उत्साहित रहती है और उनमें तनाव का स्तर कम हो रहा है। आत्मनिर्भर (Independent women) होने से वो समय को अपने अनुसार नियंत्रित कर रही हैं। इससे फाइनेंशियली इंडीपैंडेंट हो रही हैं। इससे महिलाओं का मानसिक स्वास्थ्य उचित बना रहता है।

Working women ko kya krna chahiye
आत्मनिर्भर होने से वो समय को अपने अनुसार नियंत्रित कर रही हैं। इससे फाइनेंशियली इंडीपैंडेंट हो रही हैं। इससे महिलाओं का मानसिक स्वास्थ्य उचित बना रहता है। चित्र – शटरस्टॉक

जॉब के अलावा ये 5 चीजें भी महिलाओं को अवश्य करनी चाहिए

1. कमाती हैं तो बचाना भी याद रखें

खर्चों को बढाने से पूरी इनकम क्रेडिट कार्ड के बिल में खत्म होकर रह जाती है। ऐसे में महीने के अंतिम दिन किसी संकट से कम नहीं होते हैं। ऐसे में नई पीढ़ी की आत्म निर्भर महिलाओं (Independent women) को अपने पैसों की सेविंग की ओर पूरा ध्यान देना चाहिए। इसके लिए विशेषज्ञों की सलाह फायदेमंद साबित होती हैं। डॉ आरती आंनद बताती हैं कि जीवन में आगे चलकर स्वतंत्र वित्तीय निर्णय लेने के लिए कमाई के शुरुआती वर्षों में पैसों को लेकर सावधान रहें। खर्च और सेविंग दोनों में संतुलन बनाकर चलें। इसके अलावा अपने स्किल्स को भी समय समय पर अपग्रेड करते रहें। अपने सेविंग अंकाउट को खुद मैनेज करें और अपनी सुविधा के अनुसार इनवेस्मेंट प्लान लें, ताकि भविष्य में उसका फायदा मिल सके।

2. फाइनेंशियल मैनेजमेंट है ज़रूरी

डॉ आरती आंनद बताती हैं कि फाइनेंशियल इंडीपेंडेंस (Independent women) के अलावा उन्हें सही तरह से मैनेज करना सीखना भी ज़रूरी है। केवल सैलरी आने सही तरीके से खर्च करना काफी नहीं है बल्कि अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए नए इनवेंस्टमेंट प्लान लेना भी ज़रूरी है। इसके अलावा अपनी क्षमता के अनुसार हेल्थ और लाईफ इंश्योरेंस भी करवाएं। इससे व्यक्ति अपने जीवन को लेकर निश्चिंत रहता है। साथ ही खर्चों के बाद बचे हुए पैसे का सदुपयोग करने के लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह लें। ऑनलाइन सेवाओं के चलते मनी को ट्रांसफर करना सी लें। इसके अलावा बैंक जाकर खुद इंडीपेंडेंटली मनी डिपॉज़िट और विड्रा अवश्य करवाना सीखें।

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अगर आप आत्मनिर्भर हैं और खुद के कार्य खुद करने का माद्दा रखती हैं तो ये आपकी पर्सनालिटी को कई गुना तक बढ़ा भी देता है, चित्र शटरस्टॉक।

3. ड्राइविंग आना है जरूरी

पुरूषों के समान महिलाओं (Independent women) में भी ड्राइविंग सेंस मौजूद होती है। मगर ज़रूरत है, तो उसे निखारने की। ड्राइविंग सीखने से महिलाओं को स्वतंत्रता के साथ साथ सिक्योरिटी महसूस होती है। वे बिना किसी का सहारा खोजे इंडीपेंडेंटली गाड़ी चलाने में सक्षम होती हैं। ड्राइविंग करने वाली महिलाओं को जगह, स्पीड और इंटरसेक्शन की जानकारी मिलने लगती है।

अकेले गाड़ी चलाते हुए महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ने लगता है। साथ ही गाड़ी को पूरी तरह से नियंत्रित कर पाती हैं। इससे वे इमरजेंसी में अकेले भी कहीं आ जा सकती है। वे महिलाएं जो आत्मनिर्भर हैं, उन्हें ड्राइविंग स्किल्स की जानकरी अवश्य लेनी चाहिए।

4. कुकिंग भी है ज़रूरी

जीवन में आत्मनिर्भर (Independent women) होने के अलावा कुकिंग की जानकारी भी आवश्यक है। इससे महिलाएं आसानी से संतुलित और पौष्टिक भोजन तैयारद करने में समर्थ होती है। आहार की जानकारी होने से मौसम के साथ स्वस्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है। इस मूल्यवान कौशल की बदौलत व्यक्ति खुद भी स्वस्थ रहता है। डॉ आरती आंनद बताती हैं कि भोजन जुटाने की क्षमता जहां महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाती है, तो वहीं भोजन पकाने का गुण स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाने में मदद करता है। इससे बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों का स्वास्थ्य भी उचित बना रहता है।

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5. एक्सरससाइज़ से रहें हेल्दी और फिट

शरीर को दिनभर एक्टिव और एनर्जी से भरपूर बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज़ करना आवश्यक है। इसके लिए एरोबिक्स, कार्डियो, हाई इंटैसिटी एक्सरसाइज़ और वॉक की मदद ले सकते है। इससे शरीर में बढ़ने वाली ऐेंठन, दर्द और तनाव को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा उम्र के अनुसार हाई इंटैसिटी एक्सरसाइज़ और योगासनों का भी अभ्यास करे। इससे शारीाक और मानसिक स्वास्थ्य को मज़बूती मिलती है और शरीर में बढ़ने वाले मोटापे की समस्या को भी नियंत्रित किया जा सकता है।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
ज्योति सोही
ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं।

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