हम सभी की जिंदगी में यह पल जरूर आता है जब हमें अपने लिए सही जीवनसाथी चुनना होता है। ऐसे समय में हम अक्सर कंफ्यूज रहते हैं, कि सामने वाले व्यक्ति से क्या प्रश्न पूछे जाए या हम समझ पाए कि सामने वाले व्यक्ति के साथ हम अपनी पूरी जिंदगी बिता पाएंगे या नहीं। हालांकि व्यक्तित्व, परिवेश और पसंद के अनुसार हर किसी की प्राथमिकताएं अलग हो सकती हैं। अब भी कुछ लोग सिर्फ लुक को ही ज्यादा तवज्जो देते हैं। जबकि हेल्दी रिलेशनशिप के लिए दोनों का कम्फर्ट लेवल और सोच का मिलना जरूरी है। इसके लिए कुछ ऐसे मुद्दें भी हैं जिन पर आपको जरूर बात करनी चाहिए। अगर आप भी पार्टनर चुनने जा रहीं हैं तो इन 5 मुद्दों पर बात करना आपके लिए मददगार हो सकता है।
आप दोनों का भविष्य साथ में कैसा रहेगा यह इस बात पर निर्भर करता है, कि आपकी अपने खर्चो और सेविंग्स को लेकर कैसी तैयारी है। क्योंकि एक अच्छे लाइफस्टाइल के लिए आप दोनों के पास बेहतर फ्यूचर प्लान का होना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही आपकी भविष्य को लेकर क्या तैयारी है और फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स को किस प्रकार हैंडल करते हैं।
साइकोलॉजी के मुताबिक फाइनेंशियल प्लानिंग पर बातचीत करने से आप दोनों अपने फ्यूचर को लेकर पहले से क्लीयर रहेंगे। साथ ही किसी भी समस्या को साथ में संभाल पाएंगे।
अक्सर लोग इस मुद्दे को अवॉइड कर देते हैं, लेकिन एक रिश्ता दो लोगों के जरिए पूरे परिवार से जुड़ता है। इसलिए आप दोनों को परिवार के रीति-रिवाज और अपनी पर्सनल मान्यताओं पर पहले ही बात कर लेनी चाहिए। नहीं तो शादी के बाद आप पारिवारिक दवाब और अपनी मान्यताओं के बीच फंस सकती है। जैसे कि अगर आप किसी रीति-रिवाज को नहीं भी मानती हैं तो आपको अपने पार्टनर से पहले से क्लीयर करके रखना चाहिए।
लॉस एंजिल्स टाइम्स में प्रकाशित एक लेख में दावा किया गया कि रिलेशनशिप ज्यादातर शादी के पहले या बाद में सिर्फ इन कारणों से विफल हो जाते हैं। क्योंकि दोनों पार्टनर एक दूसरे से रीति-रिवाज की प्राथमिकताओं पर पहले से बात नहीं करते।
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आपको रिश्ते को लेकर अपनी उम्मीदों पर खुलकर बात करनी चाहिए, जिससे बाद में आपको मतभेद का सामना नहीं करना पड़े। आप अपने फ्यूचर पार्टनर से क्या उम्मीदें रखती हैं। या आपकी रिश्तें को लेकर क्या उम्मीदें है। इसके साथ ही आप अपने रिश्तें में कितना स्पेस या कितनी करीबी चाहते हैं।
इस मुद्दे से आपको रिश्तें को लेकर एक-दूसरे की उम्मीदों के बारे में पता चलेगा। आप यह समझ पाएंगी कि आप दोनों को खुद में किन जरूरी बदलावों को अपनाने की जरूरत होगी।
आप दोनों को एक दूसरें के कंफर्ट लेवल पर भी जरूर बात करनी चाहिए। इससे आप यह समझ पाएंगी कि आपका पार्टनर किन चीजों पर ज्यादा कंफर्ट रहता है या किन मुद्दों को नजरअंदाज करना चाहता है। अपने रिश्तें को समय दें और एक दूसरे से सभी मुद्दों पर कंफर्ट लेवल समझने की कोशिश करें। इसमें आप पर्सनल लाइफ, सोशल लाइफ और सेक्सुअल डिजायर पर भी खुलकर बात कर सकते हैं।
शादी का फैसला करने से पहले एक दूसरे का कंफर्ट लेवल समझना बेहद जरूरी है, इससे आप एक दूसरे में समानता और अंतर भी समझ पाएंगे।
कई बार लंबे समय तक बात करने के बाद भी उनके व्यक्तित्व को समझना मुश्किल हो सकता है। यह समस्या लोंग डिस्टेंस रिलेशनशिप में जरूर होती है, क्योंकि आपके व्यक्ति से आमने-सामने नहीं मिल पाते।
इसलिए सिर्फ एक मुलाकात या बातों पर भरोसा करने के बजाय रिश्तें को समय देने की कोशिश करें इस दौरान आप एक दूसरे से कई बार मिले और अपने असली व्यहवार को सामने रखें। आपको उनको समझने के साथ दूसरों के प्रति भी उनके व्यहवार को समझने की जरूरत है।
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