ब्रेक अप हम सभी के लिए एक मुश्किल समय होता है, है ना! ब्रेक अप किसी भी व्यक्ति को भावनात्मक रूप से झकझोर देता है। ब्रेक अप होने पर दुखी होना स्वाभाविक है, लेकिन इस दुख से बाहर आना भी उतना ही जरूरी है। आप किसी के जाने के दुख को अपने मानसिक स्वास्थ्य पर हावी होने नहीं दे सकते। अगर आपको कुछ हफ्तों में अपनी भावनात्मक स्थिति में सुधार नहीं दिखता तो आपको थेरेपिस्ट की मदद लेनी चाहिए।
यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित स्टडी के अनुसार ब्रेक अप आपकी मनोस्थिति को बिगाड़ भी सकता है और जीवन के प्रति असंतोष पैदा कर सकता है।
ब्रेक अप का हर व्यक्ति पर अलग प्रभाव होता है। यह प्रभाव गुस्सा, फ्रस्ट्रेशन, चिढ़, दुख, अनिद्रा से लेकर रोने और किसी काम में मन न लगने तक कुछ भी हो सकते हैं। लेकिन यह तय है कि हर व्यक्ति ब्रेक अप के कारण भावनात्मक रूप से परेशान होता है।
कई बार यह प्रभाव सामान्य से कुछ बढ़कर होते हैं। आपको हर वक्त निराश और हताश महसूस हो सकता है। कई बार आपकी मनोदशा आपके शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है, जिसके कारण वजन घटना या बढ़ना जैसी स्थिति भी पैदा हो सकती हैं।
महत्वपूर्ण बात यह है कि परिस्थिति कितनी भी खराब हो जाए, उससे निकलना जरूरी है। हम
1. आगे बढ़कर सहयोग मांगे
ब्रेक अप काफी मुश्किल समय होता है और इसको अकेले झेलना और अधिक मुश्किल होता है। इसलिए इस दर्द को अपने दोस्तों और प्रियजनों से बांटें। सकारात्मक लोगों के आसपास रहें और खुद को प्रोत्साहित करती रहें। यह कहने की जरूरत नहीं कि नकारात्मक लोगों से पूरी तरह दूरी बनाए रखें। ऐसे लोग जो आपको जज करें, आपके दर्द को न समझें और आपको नीचा दिखाएं उनसे बिल्कुल दूर रहें।
दोस्तों से मदद मांगने का अर्थ यह नहीं कि आप उनसे किसी तरह की काउंसलिंग की उम्मीद करें। दोस्तों के साथ लंच पर जाना, वीडियो कॉल कर लेना या साथ में फिल्म देखना भी काफी है। इन छोटी- छोटी एक्टिविटी का आपकी मनोदशा पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
2. कुछ नया करें
ऐसी स्थिति में सबसे जरूरी है कि आप खुद को पुरानी यादों की ओर भागने से रोकें, क्योंकि बीती बातें याद करने से दुख के अलावा कुछ नहीं मिलेगा। आप जितना अधिक इन बातों को सोचेंगी उतना अधिक खुद को कष्ट देंगी। और यह यादें तब ज्यादा होंगी जब आप फ्री होंगी।
खुद को जितना व्यस्त रखेंगी उतना इन यादों से दूर रहेंगी। कुछ नई एक्टिविटी ट्राई करें, जैसे आर्ट, डांस या कोई वाद्य यंत्र सीखना। कला नकारात्मक विचारों से लड़ने का बहुत बेहतरीन तरीका है।
संगीत, डांस, पेंटिंग, कविता, किताबें इत्यादि आपको इस बुरे वक्त से बाहर निकलने में आपकी सहायता करते हैं। इस कड़ी में व्यायाम भी एक बेहतरीन एक्टिविटी हो सकती है। एक्सरसाइज करने से न सिर्फ आप स्वस्थ रहेंगी, बल्कि इससे डोपामीन भी निकलता है जो आपके मूड को अच्छा करता है।
3. खुद की देखभाल करें
कभी-कभी नियंत्रण छोड़कर, बातों को भूल जाना ही बेहतर होता है। सेल्फ-केयर बहुत जरूरी है, अपने विचारों को अभिव्यक्त करें जिसके लिए किसी दोस्त या परिवारजन से बात करें।
स्वस्थ और पोषण से भरपूर भोजन करें, मेडिटेशन करें और व्यायाम करें। अगर मन में बेचैनी या उथल- पुथल महसूस हो तो टहलने निकल जाएं, कोशिश करें कि प्राकृतिक वातावरण में टहलें। अपने स्वास्थ्य-चाहें वह शारीरिक हो या मानसिक, उसे प्राथमिकता दें।
आपकी खुशी सबसे ज्यादा जरूरी है, इन आसान कदमों से अपना ख्याल रखें। ब्रेकअप जीवन का ही हिस्सा है, इससे बाहर निकलें और आगे बढ़ें।