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यहां हैं पुरुषों की वे 3 यौन समस्याएं जो आप दोनों का रिश्ता प्रभावित कर सकती हैं, जानिए इनसे कैसे निपटना है

साथ सिर्फ सेक्स का ही नहीं होता, बल्कि सेक्स से जुड़ी समस्याओं को हल करने के लिए भी होना चाहिए। आपके पार्टनर की इंटीमेट हेल्थ से जुड़ी ये समस्याएं आपके सेक्स जीवन में बाधा न डालें, इसलिए आपको इनके बारे में जानना चाहिए।
आपको अपनी यौन समस्याओं को समझना है ज़रूरी। चित्र: शटरस्टॉक
अदिति तिवारी Updated: 23 Oct 2023, 09:57 am IST
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एक रिलेशनशिप को खूबसूरती और प्यार से आगे बढ़ाने के लिए अपने पार्टनर के साथ इंटीमेसी और रोमांस होना जरूरी है। पर कई बार कुछ ऐसा होता है कि आप एक-दूसरे के उतने करीब नहीं हो पाते, जितना आप होना चाहते हैं। यौन समस्याएं इसका कारण हो सकती हैं। एक बेहतर रिश्ते के लिए जरूरी है कि आप अपनी ही नहीं, बल्कि अपने पार्टनर की यौन समस्याओं के बारे में भी जागरुक हों। जागरुकताक ही समाधान की ओर पहला कदम है। 

रिश्ते को प्रभावित कर सकती हैं यौन समस्याएं 

आपकी वेजाइनल ड्राईनेस हो या उनका जल्दी इजेकुलेट होना, दोनों ही आपके यौन जीवन को प्रभावित कर सकते हैं। और इसका असर आपके रिश्ते पर भी पड़ सकता है। अध्ययन बताते हैं कि यौन समस्याएं किसी भी व्यक्ति को न केवल शारीरिक तौर पर, बल्कि मानसिक तौर पर भी परेशान कर सकती हैं। इसलिए अपने रिश्ते को बेहतर बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि आप दोनों संकोच छोड़कर इन समस्याओं पर खुलकर बात करें और विशेषज्ञ परामर्श लें। 

आपके पार्टनर को परेशान कर सकती हैं ये 5 यौन समस्याएं 

1. हाइपोएक्टिव सेक्सुअल डिज़ायर डिसॉर्डर (Hypoactive Sexual Desire Disorder) 

कभी-कभी आप सेक्स चाहते हैं और कभी-कभी नहीं चाहते। यह सामान्य स्थिति है। प्रत्येक व्यक्ति  का अपना स्तर होता है जिसे “सामान्य” माना जाता है। यह आपके अपने अनुभवों और सेक्स  ड्राइव के आधार पर होता है। लेकिन जब आपके पार्टनर में लगातार कम यौन इच्छा होती है और वह सेक्स में रुचि की इस कमी से परेशान होने लगते है,  तो यह  हाइपोएक्टिव सेक्शुअल डिज़ायर डिसॉर्डर (HSDD) होता है। 

यौन समस्याएं आपके रिश्ते को प्रभावित कर सकती है। चित्र: शटरस्टॉक

शोध बताते हैं कि हर दस में से एक महिला और पांच में से एक पुरुष इस समस्या से ग्रस्त है। इसके लिए कई स्वास्थ्य समस्याएं जैसे स्तन कैंसर, मधुमेह, डिप्रेशन , थायराइड और मल्टीपल स्केलेरोसिस (sclerosis) जिम्मेदार हो सकता है।

मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर (neurotransmitter) का असंतुलन इसका कारण हो सकता है, क्योंकि यह वो केमिकल है जो उत्तेजना को पैदा या बाधित कर सकता है। यह डिप्रेशर, एंग्जायटी और हाई ब्लड प्रेशर की दवाओं का साइड इफैक्ट भी हो सकता है। 

2. ऑर्गेज्मिक डिसॉर्डर (Orgasmic Disorder) 

क्या आप दोनों में से कोई ऑर्गेज्म का अनुभव नहीं कर पाता है? यह चिंता की बात तब होती है, जब आप  यौन उत्तेजित (excited)  होने के बावजूद ऑर्गेज्म का अनुभव नहीं कर पाते है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यह समस्या ज्यादा होती है। स्टडी बताती है कि इस विकार के कारण 11 से 46 प्रतिशत कपल्स के बीच तनाव पैदा हो जाता है। 

कारण: 

  • शारीरिक, भावनात्मक या मनोवैज्ञानिक कारणों से कपल्स को ऑर्गेज़्म का अनुभव करने में कठिनाई हो सकती है। इनमें से कुछ मुख्य कारण है: 
  • बढ़ती उम्र और उनसे जुड़ी बीमारियां जैसे हाई ब्लड प्रेशर, कम स्टैमिना, मधुमेह, आदि 
  • स्त्री रोग संबंधी सर्जरी जैसे कि हिस्टेरेक्टॉमी (hysterectomy)
  • डिप्रेशन के इलाज के लिए कुछ दवाओं, विशेष रूप से सेरोटोनिन रीपटेक इनहिबिटर (SSRIs) का उपयोग
  • मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति, जैसे यौन शोषण का इतिहास, चिंता, एंग्जायटी आदि। 
सेक्शुअल हेल्थ का ख्याल रखने से आपकी सेक्स लाइफ होगी खुशहाल।चित्र-शटरस्टाक

3. सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (Sexually Transmitted Disease) 

एचआईवी (HIV), गोनोरियाह (gonorrhea), प्युबिक लाइस (pubic lice), हरपीज (herpes), आदि कुछ ऐसी बीमारियां होती हैं जो आपको या आपके पार्टनर को यौन संबंध बनाने से रोकती हैं। मगर इनसे डरने की बजाए विशेषज्ञ से परामर्श कर उचित उपचार करवाना चाहिए। 

कारण: 

  • यह विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया, वायरस और अन्य सूक्ष्म जीवों के कारण होता है। जब ये जीव किसी रास्ते से आपके इंटीमेट एरिया में इन्फेक्शन पैदा करते है, तो इन रोगों के होने का खतरा होता है। 
  • एक से ज्यादा लोगों के साथ यौन संबंध बनाने से ये जोखिम और बढ़ जाता है। आप जितने अधिक लोगों के साथ यौन संपर्क करेंगे, आपका जोखिम उतना ही अधिक होगा।
  • कंडोम न पहनने वाले संक्रमित साथी से दूसरे साथी में यह फैल सकता है। असुरक्षित सेक्स इसका खतरा काफी बढ़ा देता है। कंडोम का अनुचित उपयोग भी इसका कारण हो सकता है। 

अब जानिए इन स्थितियों में आप कैसे कर सकती हैं पार्टनर को सपोर्ट 

  • अब जब आपको इन विकारों के बारे में जानकारी है, तो आप अलग तरीकों से अपने पार्टनर को इससे बाहर निकलने में मदद कर सकते है। 
  • सबसे पहले आप एक थेरपिस्ट की तरह अपने पार्टनर की समस्या को समझें और उन्हे बेहतर फ़ील करवाने में मदद करें। आपके इस व्यवहार से उन्हे शर्म नहीं आएगी और वे सुरक्षित महसूस करेंगे। 
  • गंभीर समस्या होने पर अपने पार्टनर को डॉक्टर के पास ले जाएं और उस बीमारी का इलाज करवाएं। अक्सर आपका पार्टनर अपनी परेशानी बताने में हिचक सकता है, लेकिन आपको उनका सहारा बनकर इस मुश्किल से बाहर निकालना होगा। 
सेल्फ-प्लेशर भी है जरूरी। चित्र: शटरस्टॉक
  • गुस्से और बेसब्री से बर्ताव करने के बजाय प्यार और धैर्य से काम लें। इससे आपके पार्टनर को अच्छा लगेगा और आपके आपसी रिश्ते सुधरेंगे। 
  • कई बार दवाइयों के असर से आपका साथी चिड़चिड़ा हो सकता है, लेकिन आपको अपना संयम बरकरार रखना है। 
  • हम जानते हैं कि आपकी भी अपनी यौन इच्छाएं हैं, लेकिन एक बेहतर रिश्ते और प्यार को बनाए रखने के लिए आप कुछ दिन इसके अन्य विकल्पों का सहारा ले सकती हैं। सेक्स टॉय भी इसमें आपकी मदद कर सकते हैं। 

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अदिति तिवारी

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