दुनिया भर में यौन रूप से सक्रिय जोड़ों के बीच एक बेहद अजीब तकनीक बहुत ज्यादा लोकप्रिय है। अचंभा ये कि हर शैक्षिक वर्ग और हर उम्र के जोड़े इस तकनीक का कभी न कभी इस्तेमाल करते हैं। वे सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करने की बजाए प्रेगनेंसी से बचने के लिए विड्रॉल या पुलिंग आउट मेथड (Withdrawal or pulling out method) का इस्तेमाल करते हैं। जबकि यह तकनीक न केवल प्रेगनेंसी के लिए जोखिम कारक हो सकती है, बल्कि आपको यौन संचरित रोगों के जोखिम में भी डाल सकती है। नि:संदेह ये आपके यौन सुख को तो बाधित करती ही है।
अनचाही प्रेगनेंसी से बचने के लिए कुछ जोड़े इस विधि को अपनाते हैं। इसमें इजेकुलेशन (Ejaculation) के समय लिंग (Penis) को योनि (Vagina) से बाहर निकाल दिया जाता है और स्पर्म को बाहर डिस्चार्ज किया जाता है। इसे पुलिंग आउट (Pulling Out) भी कहा जाता है। ऐसी धारणा है कि इससे स्पर्म योनि के भीतर एग से नहीं मिल पाते। बर्थकंट्रोल का यह तरीका पूरी तरह से मेल पार्टनर पर निर्भर करता है। जबकि विशेषज्ञ इसे सेफ नहीं मानते।
यदि समय पर विड्रॉल न किया जाए, तो स्पर्म (Sperm) वेजाइना में एंटर कर सकता है। सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (Sexually Transmitted Infection) का खतरा भी इसमें बना रहता है। विड्रॉल मेथड के बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने बात की गाइनेकोलॉजिस्ट व ऑब्सटेट्रिशियन डॉ. सुरभि मुंजाल से।
1 डॉ. सुरभि के अनुसार, इजेकुलेशन से पहले मेल पार्टनर को पेनिस निकालने के लिए बहुत अधिक नियंत्रण की आवश्यकता होती है। अगर वे इसमें हुए, तो गर्भ ठहरने का जोखिम बढ़ जाता है।
2 इस क्रिया में महिलाएं पूरी तरह से अपने मेल पार्टनर पर निर्भर करती हैं, जिससे वे हमेशा इसके बारे में संशय में रहती हैं। और सेक्स का पूरा आनंद नहीं ले पातीं।
3 ऑर्गेज़्म यानी सेक्स प्लेजर के स्तर पर भी यह विधि दोनों के लिए बाधा उत्पन्न करती है।
4 यदि सेक्स से पहले मेल पार्टनर ने यूरीन पास किया है, तो हो सकता है कि उसके तुरंत बाद भी फ्लूइड पास के जरिये स्पर्म इजेकुलेट हो सकता है।
हालांकि इस विधि में सीधे–सीधे कोई रिस्क नहीं है। यदि प्रेगनेंसी रोकने में इस विधि पर गौर किया जाए, तो 5 कपल्स में से 1 कपल को प्रेगनेंसी हो सकती है। जब कपल सेक्स के दौरान चरम आनंद ले रहे होते हैं, उस समय यह विधि खासी असुविधाजनक हो सकती है। इस तरीके पर भरोसा करने वाले जोड़े कंडोम का इस्तेमाल नहीं करते। इस तरह यौन संचरित रोगों का जोखिम बना रहता है।
1 जब मेल पार्टनर को यह महसूस हो कि इजेकुलेशन होने वाला है, तो वे पेनिस को योनि से तुरंत हटा लें। यह भी ध्यान रखना है कि इजेकुलेशन वेजाइना से दूर हो।
2 यदि आप दोनों दोबारा सेक्स की योजना बना रहे हैं, तो यह जरूरी है कि आप दोनों ही पहले यूरीन पास करें। पुरुषों के लिए यह जरूरी है कि वे पेनिस के ऊपरी भाग को अच्छी तरह साफ करें। इससे इजेकुलेशन के दौरान निकले स्पर्म चिपके नहीं रहेंगे।
3 यदि आपके पार्टनर को यह लग रहा है कि सेक्स के दौरान इजेकुलेशन हो गया है, तो तुरंत अपने गाइनेकोलॉजिस्ट को कॉल करें। वे आपको इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्शन केे बारे में बताएंगे।
4 विड्रॉल मेथड का यूज करने के बावजूद आप सेक्सुअली इंफेक्टेड डिजीज जैसे कि एचआईवी, क्लैमाइडिया, गोनोरिया, हर्पीज या सिफलिस से इंफेक्टेड हो सकती हैं। इसलिए इस तरह के रोगियों के साथ संपर्क में आना सेफ नहीं है।
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