कई लोगों के लिए, ऑर्गेज़म सेक्स का चरम सुख है, जो किसी भी अन्य भावना से बेहतर महसूस होता है। हालाकि, कई ऐसे लोग हैं जो अक्सर या कभी भी ऑर्गास्म का अनुभव नहीं करते हैं! वास्तव में, जब बात हो ऑर्गेज़म की तो पुरुषों की तुलना में महिलाओं को एक बहुत ही अलग आवृत्ति और प्रभाव का अनुभव होता है।
वैसे, इसके कई कारण हैं। कुछ सामान्य कारकों में यौन इच्छा में कमी, दर्द या मनोवैज्ञानिक कारक शामिल हैं। कई अध्ययन हैं जो महिलाओं में ऑर्गेज़म सुख की कम आवृत्ति के पीछे विभिन्न विभिन्न कारणों पर ध्यान देते हैं।
तनाव और चिंता ऑर्गेज़म ना आने के पीछे सबसे आम अपराधी हैं। जर्नल ऑफ सेक्स एंड मैरिटल थेरेपी में प्रकाशित एक अध्ययन ने बताया कि 58 प्रतिशत महिलाएं तनाव, चिंता, या दोनों के संयोजन के कारण ऑर्गेज़म तक पहुंचने में विफल रहती हैं।
इसी अध्ययन में यह भी पाया गया कि 48 प्रतिशत महिलाओं में अराऊसल या उत्तेजना की कमी के कारण कम संभोग का अनुभव होता है। अन्य कारक जैसे कि शरीर की नकारात्मक छवि भी 28 प्रतिशत महिलाओं के कम ऑर्गेज़म के लिए जिम्मेदार थी। इसके अलावा, दर्द और लुब्रिकेशन की कमी क्रमशः 25 और 24 प्रतिशत महिलाओं के ऑर्गेज़म तक नहीं पहुंचने के लिए जिम्मेदार थी।
अध्ययन में इस बात पर जोर दिया गया है कि ऊपर वर्णित कुछ कारक आपस में जुड़े हुए हैं। उदाहरण के लिए, जब आप बेहद तनाव में होते हैं, तो आप उत्तेजित नहीं होते हैं। वास्तव में, तनाव और चिंता पहले से उत्तेजना की कमी से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा, शरीर की छवि सम्बंधित समस्याओं से जूझ रही महिलाएं भी तनाव और चिंता से अधिक पीड़ित होती हैं।
जर्नल ऑफ सेक्सुअल मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है कि सेक्सुअल ओरिएंटेशन भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। स्ट्रेट या विषमलैंगिक महिलाओं में से केवल 62 प्रतिशत ही संभोग तक पहुंचती हैं, लेकिन समलैंगिक महिलाओं का ऑर्गेज़म प्राप्त करने का दर लगभग 75 प्रतिशत है!
महिलाएं कम संभोग का अनुभव क्यों करती हैं, इसका कोई भी एक जवाब नहीं है, लेकिन उपर्युक्त कारक एक साथ मिलकर इस क्यों का जवाब देते हैं।