मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति (Menopause) महिला के आखिरी पीरियड के 12 महीने बाद के समय से शुरू होता है। इस दौरान उसके शरीर में कई हार्मोनल चेंज (Hormonal Changes) होते हैं। इस कारण महिलाओं को हॉट फ्लेशेज(Hot Flashes) , ड्राई वेजाइना (Dry Vagina), मूड स्विंग(Mood Swings) जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मेनोपॉज 55 वर्ष की उम्र के बाद आने वाला फेज है। इन दिनों यह फेज़ (Menopause Phase) महिलाओं में जल्दी आ रहा है, यानी 40 वें वर्ष बाद या उससे पहले भी शुरू हो जाता (early menopause causes) है। विशेषज्ञ बताती हैं कि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। कुछ उपाय अपनाकर प्राकृतिक रूप से इसमें देरी भी लाई जा सकती है।
गायनेकोलोजिस्ट और सेक्स एजुकेटर डॉ. अंजलि कुमार अपने इन्स्टाग्राम पोस्ट में बताती हैं, ‘ समय से पहले होने वाली रजोनिवृत्ति (Early Menopause) को 40 वर्ष की आयु से पहले (35 years) होने वाले रजोनिवृत्ति के रूप में परिभाषित किया गया है। यह महिलाओं के लिए चुनौतीपूर्ण, असुविधाजनक और अप्रत्याशित अनुभव हो सकता है। ऐसे कई कारक हैं, जो अर्ली मेनोपॉज (Premature Menopause) में योगदान दे सकते हैं।
इनमें आनुवंशिकी(Genetics), चिकित्सीय स्थिति और खराब जीवनशैली जैसे कारक शामिल हैं। केमोथेरेपी (Chemotherapy), ओवेरियन थेरेपी (Ovarian Therapy), रेडिएशन, एंडोमीट्रियोसिस (Endometriosis for early menopause) भी इसके कारण हो सकते हैं। कभी-कभी इंडस्ट्री से निकलने वाले केमिकल भी समय से पहले रजनोनिवृति का कारण बन जाता है। कुछ कारक अभी भी अज्ञात हैं। कुछ शोध बताते हैं कि एंडोक्राइन डिसरप्टिंग केमिकल के संपर्क में आने से समय से पहले मेनोपॉज हो जाता है।
अर्ली मेनोपॉज के कारण महिलाओं पर कई शारीरिक और भावनात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। शारीरिक रूप से महिलाओं को तेज गर्मी (Hot Flashes), रात को पसीना आना (Night Sweating) और योनि में सूखापन (Vaginal Dryness) जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है। हड्डी के नुकसान और ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) से संबंधित फ्रैक्चर का जोखिम बढ़ सकता है। भावनात्मक रूप से महिलाएं चिंता (Anxiety) या अवसाद (Depression) का भी अनुभव कर सकती हैं।
डॉ. अंजलि के अनुसार जब एक बार महिला प्री मेनोपॉज फेज में आ जाती है तो उसे रिवर्स करना मुश्किल हो जाता है। रजोनिवृत्ति में देरी करने का कोई वैज्ञानिक तरीका नहीं है। प्राकृतिक उपाय अपनाकर कुछ हद तक इसके समय को आगे बढाया जा सकता है।
साफ़ और ताजा भोजन खाने, पोषण युक्त आहार लेने, साबुत अनाज को डाइट में शामिल करने से मेनोपॉज की प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है।
स्मोकिंग, स्ट्रेस को अवॉयड करें। इंडस्ट्रियल केमिकल और हर्बिसाइट- पेस्टीसाइड एक्सपोज़र को इग्नोर करें।
अपने आहार में बहुत सारे फल और प्रोटीन शामिल करने से प्राकृतिक रजोनिवृत्ति की देरी से शुरुआत हो सकती है। इसलिए सामान्य रूप से अधिक कैलोरी का सेवन करें। बहुत सारे फल और सब्जियां खाएं। फाइटोएस्ट्रोजेन से भरपूर खाद्य पदार्थ अधिक खाएं। प्लांट बेस्ड फ़ूड फाइटोएस्ट्रोजेन से भरपूर होते हैं। कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर आहार का सेवन करें।
अधिक वजन भी मेनोपॉज जल्दी शुरू होने का कारण बन सकता है। इसलिए नियमित रूप से व्यायाम करें। पर्याप्त पानी पियें। एडेड शुगर और प्रोसेस्ड फ़ूड का सेवन कम करें। भोजन स्किप नहीं करें।
यदि अनियमित रूप से पीरियड होता है, कभी कम तो कभी बहुत ज्यादा और दुर्गंधयुक्त पीरियड होता है, तो तुरंत गायनेकोलोजिस्ट से मिलें।
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