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बिस्तर पर डाउन फील करती हैं, तो स्टॉप-स्टार्ट की ये तकनीक कर सकती है आपकी मदद

यदि आपको सेक्स के बाद थकान महसूस होने लगती है, तो चीजों को बेहतर करने का समय आ गया है। क्या आप इसके बारे में जानने के लिए उत्साहित हैं?तो पढ़ते रहिये!
सेक्स और दिल की सेहत के बीच है बड़ा कनेक्शन । चित्र: शटरस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Published: 18 Sep 2021, 13:00 pm IST
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क्या आपने महसूस किया है कि ऑर्गेज्म (orgasm) के बाद आपकी सेक्स में रुचि कम हो जाती है? महिलाओं के बारे में माना जाता है कि हमारे पास कई ऑर्गेज़्म होते हैं, लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता। हमेशा की तरह, हमारे पास आपकी समस्या का समाधान है। जी हां, इस बार हम एजिंग (edging) की बात कर रहे हैं। आपको इसका अर्थ जानकर हैरानी होगी। इसे सर्फिंग (surfing), टीज़िंग (teasing) या पीकिंग (peaking) के नाम से भी जाना जाता है।

यह पिछले कुछ वर्षों में तेजी से लोकप्रिय हो गया है। शोध से पता चलता है कि इसका उपयोग लंबे समय से किया जा रहा है। 1956 में, जर्नल ऑफ सेक्सुअल मेडिसिन, जेम्स एच सेमन्स में प्रकाशित एक पेपर ने ‘स्टॉप-स्टार्ट’ विधियों पर प्रकाश डाला, ताकि लोग संभोग में चरम सुख तक पहुंचने से पहले लंबे समय तक टिके रहें।

स्लो ऑर्गैज़म से सेक्स लाइफ होती है स्पाइसी। चित्र : शटरस्टॉक

ऑर्गेज़्म के बारे में आपको क्या जानने की जरूरत है

हम सभी जानते हैं कि आपकी सेक्स लाइफ को आनंदमय बनाने के लिए ऑर्गैज़म एक आवश्यक जरूरत है। लेकिन एजिंग से आपको अपने शरीर को बेहतर ढंग से समझने में भी मदद मिलती है, जिससे आप अपनी सेक्स एक्टिविटी  के बारे में अधिक जागरूक हो जाते हैं।

पहले उत्तेजना (arousal) को ठीक तरह से समझते हैं – 

इसके चार चरण हैं:

उत्तेजना (excitement): इस चरण में, आपकी त्वचा फूलने लगती है, मांसपेशियां तनावग्रस्त हो जाती हैं, और रक्त आपके योनि में तेजी से प्रवाहित होता है। 

प्लेटयू (plateau): जैसे-जैसे आप संभोग के करीब आते हैं, चीजें अधिक तीव्र होती जाती हैं। यह इस इस पर निर्भर करता है कि आप इसे रोकने या आगे उत्तेजित करने का निर्णय लेते है। 

ऑर्गैज़म (orgasm): यह उत्तेजना की चरम सीमा होती है, जो योनि में बढ़े हुए लिक्विड के रूप में प्रकट होता है। लेकिन अगर आप एजिंग करने का फैसला करते हैं, तो आप इसे रोकना चाहते हैं। 

रेसोल्यूशन (resolution): यह संभोग के बाद की एक अवस्था है, जब आप नॉर्मल अवस्था में लौट आते हैं। मान लीजिए कि यह तब होता है जब रिफ्रैक्टरी पीरियड शुरू होती है। अब आप फिर से उत्तेजित नहीं हो सकते। यह कुछ घंटों या कुछ दिनों तक भी चल सकता है।

शोध कहता है कि इसे बेहतर तरीके से जानने के लिए अपने शरीर को एक्सप्लोर करना महत्वपूर्ण है। तो, आगे बढ़िए और हैप्पी सेक्स का अभ्यास करें ।

सेल्फ-प्लेशर भी है जरूरी। चित्र: शटरस्टॉक

ये है एजिंग करने सबसे सरल तरीका

जब आप अकेले करते है: 

1) कुछ मंद रोशनी चालू करें, डिफ्यूज़र का उपयोग करें और अपने वातावरण को अच्छा और आरामदायक बनाएं।

2) जब तक आपकी योनि गीली न हो जाए तब तक उसे छूते रहें। 

3) अब मास्टरबेट  (masturbate) करना शुरू करें। 

4) जब आप ऑन (cum) होने वाले हों, तो उत्तेजित करना बंद कर दें। 

5) आपके शरीर में होने वाले किसी भी बदलाव पर ध्यान देना शुरू करें। 

6) अपने आप को फिर से स्पर्श करें। 

7) इसे कई बार दोहराएं, जब तक कि आप संभोग के लिए तैयार न हों।

जब आप इसे पार्टनर के साथ करते हैं:

1) अपने साथी के साथ फोरप्ले या अलग-अलग पोजीशन में शामिल हों।

2) उनके साथ ओरल सेक्स करने की कोशिश करें। 

3) उन्हें संकेत बताएं कि आप कब ऑन (cum) होने वाली हैं। 

4) इस समय पर, सभी प्रकार की उत्तेजनाओं को रोकें, जब तक कि आप एक प्लेटयू पर वापस न जाएं। 

5) अपने साथी को फिर से उत्तेजना शुरू करने के लिए कहें। 

6) अब आप संभोग के लिए तैयार हैं। 

एजिंग से आप इमोशनली जुड़ते हैं अपने पार्टनर से।चित्र -शटरस्टॉक

एजिंग करने के फायदे

1) इससे अधिक तीव्र ऑर्गेज्म हो सकता है। 

2) पार्टनर्स के बीच इंटीमेसी बढ़ाता है। 

3) आपको अपने शरीर और यौन जरूरतों के बारे में अधिक सिखाता है। 

4) यह आपकी यौन भूख को लंबे समय तक बनाए रखता है। 

अगर आप और आपका पार्टनर बिस्तर पर कम्फर्टेबल हैं, तो अपने आपको एजिंग के लिए मजबूर न करें।

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टीम हेल्‍थ शॉट्स

ये हेल्‍थ शॉट्स के विविध लेखकों का समूह हैं, जो आपकी सेहत, सौंदर्य और तंदुरुस्ती के लिए हर बार कुछ खास लेकर आते हैं। ...और पढ़ें

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