वाकई किसी भी महिला से पूछिए, पीरियड्स किसी को नहीं पसंद! इस दौरान हर महिला को अलग – अलग तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कुछ महिलाएं प्री-मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम से भी गुजरती हैं। जिसमें उन्हें कई लक्षणों से गुजरना पड़ सकता है जैसे – टेंडर ब्रेस्ट, ब्रेकआउट और मूड स्विंग्स। परंतु इसके अलावा क्या आपने वज़न बढ़ने का सामना किया है? यदि हां तो आप अकेली नहीं हैं।
आपको पीरियड्स के दौरान ब्लोटेड महसूस हो सकता है या आपका वज़न भी बढ़ सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि जैसे ही मासिक धर्म का पहला दिन आता है, शरीर में पानी जमा होना शुरू हो जाता है और इसके परिणामस्वरूप, इस समय थोड़ा वजन बढ़ जाता है। लेकिन सवाल यह है कि ऐसा क्यों होता है और पीरियड में वजन का बढ़ना कितना सामान्य है? चलिये पता करते हैं।
मासिक धर्म चक्र के दौरान, शरीर में एस्ट्रोजन की मात्रा चरम पर होती है, जिससे तरल पदार्थ जमा हो जाते हैं जो फूला हुआ महसूस करा सकते हैं। साथ ही वज़न बढ़ने का कारण बनते हैं। प्रोजेस्टेरोन अन्य हार्मोन है जो पीरियड्स के दौरान चरम पर होता है। यह वॉटर रिटेंशन और गले में खराश का कारण भी बनता है।
प्रोजेस्टेरोन का उच्च स्तर आपकी भूख को बढ़ा सकता है और आप अधिक खा सकती हैं। पीरियड्स के हार्मोन आपको बहुत ज्यादा मीठी या नमकीन चीजों के लिए क्रेव करवा सकते हैं क्योंकि ऐसे में भूख भी ज्यादा लगती है। बहुत अधिक मीठे या बहुत नमकीन खाद्य पदार्थों का सेवन करने से वजन बढ़ता है।
प्रोजेस्टेरोन में वृद्धि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में ऐंठन का कारण बनता है, जिससे पाचन तंत्र जाम हो जाता है। इससे कब्ज हो सकता है। ये पाचन समस्याएं खाने के पैटर्न को परेशान करती हैं और वजन में उतार-चढ़ाव में योगदान कर सकती हैं।
हमारी सलाह मानें तो आपको इस दौरान वजन बढ़ने की चिंता करने की जरूरत नहीं है। यह काफी सामान्य है। आपको बस जंक, चीनी और वसा युक्त खाद्य पदार्थ खाने से दूर रहने की जरूरत है।
सप्ताह भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। यह शरीर में इलेक्ट्रोलाइट स्तर को बनाए रखने में मदद करेगा और आपके शरीर को वॉटर रिटेंशन से रोकेगा।
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाने से कब्ज को रोका जा सकता है, जो इस समय के दौरान आम है। फाइबर मल त्याग को आसान बनाने में मदद करता है और आपको ज्यादा खाने से रोकता है।
इस दौरान बहुत अधिक नमक खाने से वाटर रिटेंशन बढ़ सकता है और आप अधिक ब्लोटेड महसूस कर सकती हैं। इसलिए जहां तक हो सके ज्यादा नमक के सेवन से बचें।
पीरियड्स के दौरान एक्सरसाइज करना बिल्कुल ठीक है। यहां तक कि अगर आप हल्के व्यायाम करना चुनती हैं, तो यह ठीक है। इसे स्किप न करें।
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