वेजाइना संबंधी कई ऐसी अवधारणाएं हैं जो लोगों के मन में सालों से बनी हुई हैं। वहीं आज भी सोसाइटी सेक्स एजुकेशन और वेजाइनल हेल्थ के बारे में खुलकर बात करने की इजाजत नहीं देती। ऐसे में अक्सर जानकारी के अभाव में महिलाएं अपनी योनि स्वास्थ्य को परेशानी में डाल देती हैं। वहीं अवधारणों पर यकीन होने के कारण कई ऐसी महिलाएं हैं जिन्हे प्लेजर के बारे में पता नहीं होता और न तो वे सेक्स के दौरान ऑर्गेज्म प्राप्त कर पाती हैं, न ही वे मास्टरबेशन करती हैं। तो क्यों न आज वेजाइना संबंधी ऐसी ही कुछ अवधारणाओं की सच्चाई पर बात करें (Myths about vagina)।
हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर मैत्री वुमन की संस्थापक, सीनियर कंसलटेंट गायनोकोलॉजिस्ट और ऑब्सटेट्रिशियन डॉक्टर अंजलि कुमार से बात की। डॉक्टर ने वेजाइनल मिथ से जुडी कई महत्वपूर्ण बातें बताई हैं, तो चलिए जानते हैं वेजाइनल मिथ (Myths about vagina) और उनसे जुडी सच्चाई के बारे में।
सच्चाई : यह एक बहुत बड़ी अवधारणा है जो महिलाओं से लेकर पुरुषों के मन में बनी हुई है। हालांकि, आपको बताएं की ऐसा नहीं हो सकता, वेजाइना की मांसपेशियां फ्लेक्सिबल होती हैं। जब आप सेक्स कर रही होती हैं या हॉर्नी होती हैं तो उस वक्त आपकी वेजाइना की मांसपेशियां स्ट्रेच हो जाती हैं और फिर सेक्स के बाद कुछ देर में यह सामान्य स्थति में वापस आ जाती है। आपकी वेजाइना की मांसपेशियों के ढीला पड़ने के पीछे एजिंग, वेजाइनल बर्थ जैसी स्थितियां जिम्मेदार हो सकती हैं।
सच्चाई : वेजाइना की सेहत की पहचान केवल इसके गंध से नहीं होती। वेजाइना का अपना एक प्राकृतिक गंध होता है। वहीं मेंस्ट्रुएशन, सेक्सुअल एक्टिविटी, हार्मोनल बदलाव आदि वेजाइना के गंध को बढ़ा सकते हैं। आप सभी को पता होना महत्वपूर्ण है की वेजाइना में मौजूद हेल्दी बैक्टीरिया वेजाइना में एक सामान्य गंध को बनाये रखते हैं।
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सच्चाई : पहली बार सेक्स करते वक़्त वेजाइनल ब्लीडिंग हो सकती है, लेकिन यदि ऐसा नहीं हो रहा तो यह पूरी तरह सामान्य है। वेजाइना में एक पतली टिशू होती है जो वेजाइनल ओपनिंग के पूरे भाग में फैली होती है इसे हाइमन कहते हैं। पहली बार सेक्स करते हुए हाइमन खुल जाता है जिससे दर्द और ब्लीडिंग का अनुभव होता है। लेकिन आपका हाइमन स्वाभाविक रूप से खेल-कूद, टैम्पोन का उपयोग करने, या फिंगररिंग करने से भी खिंच सकता है।
सच्चाई : प्यूबिक हेयर वेजाइना को संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया से प्रोटेक्ट करता है। यह वेजाइना की सेहत को बनाये रखने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। आमतौर पर लोग वेजाइना को संक्रमण से बचाने के लिए इसे शेव करते हैं परंतु यह एक बहुत बड़ी मिथ है। ऐसा करना आपकी वेजाइनल इन्फेक्शन के खतरे को अधिक बढ़ा देता है साथ ही शेविंग के अपने साइड इफेक्ट्स हैं जैसे की इनग्रोन हेयर, बम्प्स, रैशेज, इर्रिटेशन, आदि।
सच्चाई : वेजाइनल डिस्चार्ज आपकी योनि और गर्भाशय ग्रीवा के अंदर की ग्रंथियों से आती है। ये ग्रंथियां थोड़ी मात्रा में तरल पदार्थ का उत्पादन करती हैं जिन्हें वेजाइनल डिस्चार्ज कहा जाता है। हर दिन योनि से तरल पदार्थ बाहर निकलता है, जिससे योनि की पुरानी कोशिकाएं साफ हो जाती हैं। यह पूर्णतः प्राकृतिक प्रक्रिया है; यह आपकी योनि को स्वस्थ और साफ़ रखने का एक तरीका है।
नियमित डिस्चार्ज पूरी तरह स्वस्थ है परंतु यदि डिस्चार्ज की रंगत, कन्सिस्टेन्सी और गंध में अधिक बदलाव नजर आ रहा है तो इसपर ध्यान देने की आवश्यकता है। यह ब्लैडर और वेजाइनल इन्फेक्शन, हार्मोनल बदलाव आदि का संकेत हो सकता है।
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