महिलाओं को पीरियड्स के आने से पहले हर महीने अत्यधिक दर्द का अनुभव होता है। सर्दी के ठंडे महीनों के दौरान जहां पीरियड्स की अवधि बढ़ जाती हैं, वहीं दर्द तीव्र और असहज करने वाला होता है। मासिक धर्म के सामान्य लक्षणों में ऐंठन, सूजन आदि शामिल हैं। इस दौरान अत्यधिक थकान महसूस होती है। इस असहनीय दर्द से निजात पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय आजमाएं जा सकते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट शिखा अग्रवाल शर्मा पीरियड्स के दर्द से राहत पाने के लिए अजवाइन चाय की सलाह दे रहीं हैं। इस ख़ास चाय के सेवन से मांसपेशियों को आराम तथा पेट के हिस्सों में होने वाले दर्द से राहत मिल सकती है।
आमतौर पर अजवाइन किचन में आसानी से मिल जाती है। इसका उपयोग विभिन्न भारतीय व्यंजनों में किया जाता है। इसमें फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और विभिन्न खनिज तत्व पाए जाते हैं। पीरियड्स के दर्द से छुटकारा पाने के लिए अजवाइन की चाय को आजमाया जा सकता है।
वैसे तो आपने सभी को चाय के नुकसान गिनाते हुए सुना है। लेकिन इसके कुछ स्वास्थ्य लाभ भी हैं। दरअसल, ब्लैक टी में कैफीन होता है, जो पीने पर दर्द निवारक प्रभाव देता है। इसके अलावा इसमें अन्य उत्तेजक तत्व एंटीऑक्सीडेंट जैसे पॉलीफेनोल्स और कैटेचिन पाए जाते हैं। यह पाचन क्रिया और ऊर्जा को बढ़ाने में सक्षम है। इसे पीकर से थकान को दूर किया जा सकता है।
गुड़ सामान्यतः गन्ने या ताड़ के रस से बनाया जाता है। इसका उपयोग सदियों से हमारी रसोई में किया जाता रहा है। यह लोहा, फास्फोरस, मैग्नीशियम और मैंगनीज जैसे विभिन्न खनिज तत्वों का समृद्ध स्रोत है। गुड़ में हर 100 ग्राम पर 11 मिलीग्राम आयरन होता है। इसलिए, यह हीमोग्लोबिन की कमी दूर करने में सहायक है। प्राकृतिक रूप से यह एनीमिया, ऐंठन, थकान और अनियमित पीरियड्स के इलाज के लिए फायदेमंद है।
मक्खन या घी में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन (वसा में घुलनशील ) जैसे विटामिन ए, ई और डी से भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह शरीर में खनिजों और फैटी एसिड के अवशोषण में सुधार करता है। यह एक ऐसा सुपरफूड है जो पीरियड्स के दौरान होने वाली ऐंठन से प्राकृतिक रूप से छुटकारा दिलाता है।
बस सिप सिप करके इस चाय को पिएं और पीरियड क्रैम्प्स से छुटकारा पाएं।