जब बात वेजाइना की सेहत की आती है तो हमारे दिमाग में सबसे पहले हाइजीन (vaginal hygiene) आता है। हालांकि, यह बिल्कुल सही है कि योनि स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए इंटिमेट हाइजीन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। परंतु हाइजीन के साथ कुछ ऐसे फूड्स भी हैं, जो वेजाइना और ब्लैडर दोनों की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। वेजाइना के प्रति बरती गई छोटी सी लापरवाही और गलत खानपान की आदत आपको यीस्ट इंफेक्शन (yeast infection), यूटीआई, वेजाइनल इचिंग (vaginal itching), स्मेल के साथ कई अन्य गंभीर समस्याओं का शिकार बना सकती है।
खाद्यपदार्थों की बात करें तो योनि के लिए प्रोबियोटिक्स (probiotics for vagina)के फायदे तो आप सभी जानती होंगी। यह आंतों में हेल्दी बेक्टिरिया को ग्रो होने में मदद करता है और आपके वेजाइनल पीएच लेवल को भी सामान्य रखता है। एक हेल्दी गट वेजाइना से जुड़ी अधिकतर समस्यायों का इलाज होता है। परंतु इससे हटकर भी कई ऐसे अन्य फूड्स हैं जिनका सेवन वेजाइना (foods for vaginal health) के लिए फायदेमंद हो सकता है। तो चलिए आज हेल्थशॉट्स के साथ जानते हैं, ऐसे ही 6 वेजाइना क्लींजिंग फूड्स (vagina cleansing foods) के बारे में जो वेजाइना को क्लीन रखने के साथ ही यूटीआई (UTI) और इचिंग के खतरे को कम कर देता है।
पब मेड सेंट्रल के अनुसार अधिक मात्रा में शुगर और ऐडेड शुगर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन पीएच लेवल को प्रभावित करते हुए योनि में यीस्ट और बैक्टीरियल ग्रोथ को बढ़ा देता है। वहीं प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड्स इम्युनिटी और पाचन क्रिया को प्रभावित करते हैं। जिसकी वजह से बैक्टीरियल ग्रोथ बढ़ जाता है और वेजाइना के प्रभावित होने का खतरा बना रहता है।
अधिक मात्रा में मीट और डेयरी प्रॉडक्ट्स का सेवन शरीर में हॉर्मोन्स को असंतुलित कर देता है जिसकी वजह से एंडोक्राइन फंक्शन प्रभावित होता है और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही अल्कोहल आपके शरीर को डीहाइड्रेट कर देता है, और वेजाइनल इन्फेक्शन का कारण बनता है। वहीं व्हाइट ब्रेड, फ्रेंच फ्राइज, अधिक कैफीन, आर्टिफिशियल स्वीटेंड ड्रिंक इत्यादि भी योनि स्वास्थ्य के लिए उचित नहीं हैं।
भारतीय योगा गुरु, योगा इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर और टीवी की जानी-मानी हस्ती डॉक्टर हंसाजी योगेंद्र ने वेजाइना की सेहत को बनाये रखने के लिए प्रोबायोटिक्स को सबसे प्रभावी खाद्य पदार्थों में से एक बताया है। उदहारण के तौर पर दही प्रोबायोटिक्स का एक बेहतरीन स्रोत है। प्रोबायोटिक्स गुड बैक्टीरिया होता है जो पाचन क्रिया से लेकर वेजाइना तक सेहत के लिए कई रूपों में कारगर होता है। ऐसे में इसका सेवन ब्लैडर को स्वस्थ रखता है और वेजाइना के पीएच वैल्यू को सामान्य रखता है। साथ ही वेजाइनल इन्फेक्शन के जोखिम को कम कर देता है।
पब मेड सेंट्रल के अनुसार विटामिन सी युक्त फल और अन्य खाद्य पदार्थ वेजाइना के लिए जरुरी हैं। यह योनि को स्वस्थ रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खासकर खट्टे फल में विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। वहीं विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है और वेजाइनल सेल्स को स्वस्थ रखता है। शरीर में विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा होने से वेजाइनल ड्राइनेस और जलन का खतरा नहीं होता।
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रिसर्चगेट के अनुसार अदरक में मौजूद एंटी माइक्रोबायल प्रॉपर्टी गट हेल्थ को बनाये रखने के साथ स्वस्थ योनि को बढ़ावा देती हैं। वहीं किसी भी तरह के वेजाइनल इन्फेक्शन को दूर करने के लिए इसका सेवन करना फायदेमंद रहेगा। इसके लिए अदरक के टुकड़ों को पानी में ड़ालकर उबाल लें इसमें दालचीनी और काली मिर्च भी डाल सकती हैं।
जहां खट्टे और अन्य कई खाद्य पदार्थ हैं जो योनि की सेहत को बनये रखते हैं ठीक उसी प्रकार दालचीनी का सेवन योनि के पीएच लेवल को बनाए रखने में मदद करता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार दालचीनी एक क्षारीय मसाला है जो वेजाइना से एक्सेस एसिडिटी को कम करने में मदद करता है। हेल्दी वेजाइनल एसिडिक बैलेंस का मतलब है स्वस्थ महक वाली योनि। दालचीनी एसिड को नियंत्रित रखते हुए वेजाइनल स्मेल को भी मेंटेन रखता है।
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आपका पसंदीदा टोस्ट टॉपर आपकी सेक्स लाइफ के लिए भी काफी प्रभावी रूप से काम करता है। हेल्दी फैट, विटामिन बी6 और पोटेशियम से युक्त एवोकाडो आपकी योनि को स्वस्थ रखने के साथ ही सेक्सुअल लाइफ पर भी सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। यह कामेच्छा (libido) बढ़ाने वाला फल है। यह एस्ट्रोजन के स्तर को बढ़ा देता है और योनि की दीवारों को मजबूत बनाता है। साथ ही इसका सेवन वेजाइना के पीएच लेवल को मेंटेन रखते हुए इसे इचिंग और इन्फेक्शन से प्रोटेक्ट करता है।
सेब में फाइटोएस्ट्रोजन फ्लोरिडज़िन और एंटीऑक्सिडेंट वेजाइना में ब्लड सर्कुलेशन को उत्तेजित करते हैं। जिससे वेजाइना लंबे समय तक फ्रेश और हेल्दी रहता है। वास्तव में, पबमेड सेंट्रल द्वारा 2014 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार सेब यौगिक गर्भाशय फाइब्रॉएड के विकास को भी रोकता है और यौन उत्तेजना को बढ़ावा देता है।
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