तनाव और थकान से सेक्स ड्राइव हो रही है कम, तो बेहतर ऑर्गेज्म प्राप्त पाने में मदद करेंगे ये 4 योगासन

सेक्स ड्राइव में कमी महसूस कर रही हैं तो ये चार योगासन सेक्स ड्राइव यानी कि लिबिडो को बढ़ाने में आपकी मदद कर सकते हैं। यहां जानिए इन्हें करने का सही तरीक।
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बेहतर सेक्स के लिए करें ये 3 योगासन। चित्र एडॉबीस्टॉक।
अंजलि कुमारी Published: 28 Feb 2023, 09:00 pm IST
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आप में से सभी ने कभी न कभी लिबिडो की कमी जरूर महसूस की होगी। इसके कई कारण हो सकते हैं, परंतु आमतौर पर स्ट्रेस, शारीरिक और मानसिक थकान इसे सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। इसके अलावा पेल्विक मसल्स में कमजोरी जैसी स्वास्थ्य समस्याएं भी लिबिडो में कमी ला सकती हैं। मगर घबराएं नहीं, क्याेंकि योग में इसका समाधान है। अगर आप किन्हीं कारणों से लिबडो में कमी महसूस कर रहीं है, तो ये 4 योगासन इसे बढ़ा सकते हैं (yoga for better sex)।

नियमित योग का अभ्यास आपके लिबिडो को बढ़ाने के साथ ही आपके सेक्स की क्षमता को भी बढ़ाता है। जी हां! कुछ ऐसे प्रभावी योगासन हैं (yoga for better sex), जो सेक्स ड्राइव यानी कि लिबिडो को बढ़ाने में आपकी मदद कर सकते हैं। तो चलिए हेल्थशॉट्स के साथ जानते हैं, ऐसे ही 4 प्रभावी योगासनों के बारे में। साथ ही जानेंगे इन्हें करने का सही तरीक।

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सेक्स ड्राइव और लिबिडो बढ़ाने के लिए अपने वर्कआउट सेशन में शामिल करें ये 4 योगासन

1. सेतुबंधासन (bridge pose)

सेतुबंधासन का अभ्यास आपके पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत बनता है इसलिए सेक्स के दौरान आपको अधिक दर्द का अनुभव नहीं होता है।

यहां जानें इसे करने का सही तरीका

इसे करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और दोनों हाथों को शरीर के बगल में सतह पर रखें।
अब अपने पैर को घुटने से मोड़ें और हिप्स के पास ले आएं।
कमर को धीरे-धीरे जमीन से ऊपर की ओर उठाएं, और अपने शरीर को नाव का आकार दें।
इस पोजिशन में लगभग 30 से 40 सेकंड तक बनी रहें।
फिर सांस छोड़ते हुए जमीन पर सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं, और कुछ सेकंड बाद इसे दोबारा दोहराएं।

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क्स ड्राइव बढ़ाने के लिए योग. चित्र शटरस्टॉक।

2. कैट काऊ पोज़

कैट काऊ पोज़ पेल्विक फ्लोर को एक्टिवेट कर देता है। जिससे आपको बेहतर ऑर्गेज्म प्राप्त करने में मदद मिलती है। साथ ही यह कमर दर्द जैसी समस्या से भी राहत देता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि पीठ दर्द बहुत सारे जोड़ों में लिबिडो कम कर सकता है।

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इस तरह करें इसका अभ्यास

सबसे पहले योग मैट पर वज्रासन में बैठ जाएं।
फिर दोनों हथेलिओं को फैलाकर जमीन पर रखें और हाथ व घुटनों के बल गाय की तरह खड़ी हो जाएं। इस अवस्था में आपके शरीर का आकार बिल्ली या गाय जैसा होना चाहिए।
फिर गहरी सांस लें और रीढ़ को नीचे की तरफ झुकाएं और गर्दन को ऊपर की ओर उठाते हुए कुछ देर इस स्थिति में बने रहें।
उसके बाद सांस छोड़ते हुए रीढ़ को ऊपर की ओर करें और गर्दन को नीचे की तरफ झुकाएं और कुछ सेकंड तक इसी स्थिति में बनी रहें।
फिर सामान्य मुद्रा में वापस आ जाएं। उचित परिणाम के लिए इस मुद्रा को आप 3 से 5 बार दोहरा सकती हैं।

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3. सर्वांगासन (Shoulder Stand Pose)

सर्वांगासन के अभ्यास से शरीर के निचले हिस्से के दर्द और अकड़न को कम करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है जिस वजह से पर्याप्त मात्रा में खून ब्रेन तक पहुंच पता है। ब्रेन और यौनांगों तक पर्याप्त मात्रा में ब्लड सप्लाई होने पर आपकी लिबिडो खुद ब खुद बढ़ जाती है।

यहां जानें इसे कैसे करना है

कमर के बल सीधा लेट जाएं और हाथों को अपनी दोनों और सीधा रखें।
अब सांस अंदर की ओर खींचते हुए दोनों पैरों को कमर के पास से ऊपर की ओर उठाएं।
अपने हांथ को मजबूती से सतह पर टिका लें और पीठ को सहारा देने की कोशिश करें और पैरों के साथ-साथ पीठ को भी ऊपर की ओर उठाएं।
इस मुद्रा में बनी रहें और सांस को अंदर की और लें और फिर बाहर की ओर छोड़ें।
अपनी क्षमता अनुसार इस मुद्रा में 1 मिनट या उससे ज्यादा देर तक बनी रहें। फिर धीरे-धीरे पैरों को नीचे की ओर लाएं और सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं।

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लिबिडो बढ़ाने में मदद करेगा यह आसन। चित्र : शटरस्टॉक

4. अधोमुखश्वानासन (Downward-Facing Dog Pose)

यह आपके शरीर की मांसपेशियों को स्ट्रेच करता है और बॉडी में ब्लड फ्लो को बढ़ा देता है। इसके अभ्यास से आप लंबे समय तक फ्रेश और एनर्जेटिक रहती हैं।

इस तरह करें इसका अभ्यास

डॉउनवर्ड फेसिंस डॉग पोज का अभ्यास केने के लिए सबसे पहले अपनी हथेलियों और घुटनों पर टेबल टॉप पोजीशन में आ जाएं।
अब अपने घुटनों को सीधा करते हुए अपनी हथेलियों से फर्स पर पकड़ बना लें। इस दौरान अपने बाजु को बिल्कुल सीधा रखना है।
फिर कूल्हों को जितना हो सके ऊपर उठाएं, और आगे के अपने शरीर को झुकाते वक़्त रीढ़ की हड्डियों को सीधा रखने का प्रयास करें।
सीधे शब्दों में बताएं तो आपको कमर के पास से आगे की ओर झुकाते हुए, हाथों से सतह पर टेक लगाकर अपने शरीर को भी (v) आकार में बनाए रखना है।
वहीं इस दौरान अपने सिर को नीची की ओर झुका कर अपनी नाभि को देखते रहना है।
कुछ देर इस मुद्रा में बनी रहें फिर सामान्य मुद्रा में वापस आ जाएं।

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इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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