मासिक धर्म का दर्द कई बार बेहद गंभीर भी हो सकता है। हालांकि मासिक धर्म के दौरान होने वाली यह एक बेहद सामान्य स्थिति है । अमेरिकन कांग्रेस ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट (ACOG) के अनुसार, आधी से अधिक महिलाएं जिन्हें मासिक धर्म होता है वे हर महीने पीरियड क्रैम्प की शिकायत करती हैं । आमतौर पर यह क्रैम्प्स किसी गंभीर बीमारी का संकेत नहीं हैं। निस्संदेह आपकी रोज़मर्रा के जीवन पर असर डालते हैं, क्योंकि इस दर्द के साथ आप दोस्तों के साथ बाहर नहीं जा सकती न ही काम पर जा सकती हैं। इसलिए यहां हम आपको वे घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं जो आपको पीरियड क्रैम्प्स (Periods cramps home remedies) में आराम दिला सकते हैं।
ACOG के अनुसार, “माना जाता है कि क्रैम्प्स, शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन नामक यौगिकों के कारण होता है। हर महीने मासिक धर्म शुरू होने से पहले, गर्भाशय की परत में प्रोस्टाग्लैंडीन का स्तर बढ़ जाता है।”
मासिक धर्म के पहले दिन आपका प्रोस्टाग्लैंडीन स्तर सबसे अधिक होता है, यही वजह है कि मासिक धर्म का दर्द आमतौर पर सबसे ज़्यादा होता है। जैसे-जैसे दिन गुज़रते हैं प्रोस्टाग्लैंडीन स्तर कम हो जाता है और दर्द बेहतर हो जाता है।
जैक्सनविले, फ्लोरिडा में मेयो क्लिनिक में एक इंटर्निस्ट और महिला स्वास्थ्य विशेषज्ञ, जैकी थिलेन पीरियड क्रैम्प्स के बारे में अपनी एक रिपोर्ट में कहते हैं, “कुछ महिलाओं के लिए मासिक दर्द मामूली होता है। दूसरों के लिए, यह पूरे शरीर को तोड़ने वाला होता है।”
अगर आपका दर्द गंभीर है और आपकी दिनचर्या को प्रभावित कर रहा है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लेने में देरी नहीं करनी चाहिए। हालांकि सामान्य दर्द से आराम पाने के लिए हम आपके लिए लाएं हैं ऐसे सुरक्षित और प्रभावी घरेलू उपचार जो इस दर्द में आपको आराम देंगे।
चाहे वह आपकी मांसपेशियों में खिंचाव हो या आपके पोश्चर को सुधारने की बात, नियमित योग अभ्यास पीरियड क्रैम्प्स में आपकी मदद कर सकता है।
सितंबर 2016 में जर्नल ऑफ अल्टरनेटिव में प्रकाशित एक अध्ययन के शोधकर्ताओं के अनुसार, तीन महीने के लिए सप्ताह में एक बार एक घंटे का योग कार्यक्रम किया गया, जिसमें पाया गया कि भाग लेने वाली महिलाओं को पीरियड क्रैम्प्स, योगाभ्यास न करने वाली महिलाओं की तुलना में काफी कम था। आप पीरियड्स के दौरान भी योग अभ्यास कर सकती हैं। यह आपके पीरियड पेन में राहत देगा।
थिलेन कहते हैं, “आपका गर्भाशय भी एक मांसपेशी है, इसलिए कुछ भी जो मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है आपके लिए भी फायदेमंद हो सकता है। एविडेंस-बेस्ड नर्सिंग में प्रकाशित शोध में पाया गया कि गर्म सिंकाई या हीटिंग पेड का इस्तेमाल मासिक धर्म की ऐंठन के लिए इबुप्रोफेन की तरह ही प्रभावी था।
इस शोध के अनुसार क्रैम्प्स से परेशान महिलाओं की स्थिति में इबुप्रोफेन से ज़्यादा हीटिंग पेड से सुधार हुआ। द जर्नल ऑफ फिजियोथेरेपी में मार्च 2014 में प्रकाशित एक समीक्षा में यह भी पाया गया कि गर्म सिंकाई ने एक महिला के मासिक के दौरान होने वाले दर्द को काफी कम कर दिया।
शोध कहते हैं कि एक्यूपंक्चर मासिक धर्म के दौरान हने वाली ऐंठन को दूर करने में मदद कर सकता है । इस प्राचीन एशियाई उपचार पद्धति को तंत्रिका तंत्र (nervous system) को आराम देने, आंतरिक अंगों में रक्त प्रवाह दुरुस्त करने और सूजन को कम करने के लिएजाना जाता है।
व्यवस्थित समीक्षा के कोक्रेन डेटाबेस में अप्रैल 2016 में प्रकाशित एक समीक्षा में विशेषज्ञों ने 42 ऐसे अध्ययनों पर बात की जिसमें पीरियड क्रैम्प पर एक्यूपंक्चर के प्रभावों का आंकलन किया गया। कई अध्ययनों में पाया गया कि एक्यूपंक्चर का इस्तेमाल पीरियड के दौरान होने वाले दर्द को बिना किसी साइड इफेक्ट के तकरीबन क्म्खातं ख़त्म कर देता है।
सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र में एक पंजीकृत आहार व पोषण विशेषज्ञ सोन्या एंजेलोन एक शोध के हवाले से कहती हैं कि कुछ चाय मासिक धर्म के दौरान होने वाली ऐंठन को दूर करने में मदद कर सकती हैं।
मासिक धर्म के दर्द से राहत के लिए हर्बल चाय पर शोध ज़्यादा नहीं हुए हैं, लेकिन सदियों से हमारे देश में मासिक धर्म के दौरान महिलाएं चाय का उपयोग करती रही हैं। मासिक धर्म के दौरान उठने वाले दर्द के लिए कैमोमाइल और पेपरमिंट चाय कारगर मानी जाती हैं क्योंकि ये शरीर को शांत करती हैं। पीरियड्स क्रैम्प्स से राहत पाने के लिए आप अदरक या सौंफ से बनी चाय भी ले सकती हैं।