जब आप प्रेगनेंट होने के बारे में सोचती हैं तो आपके दिमाग में क्या आता है? यही न कि आप सबसे ज़्यादा फर्टाइलल कब हैं? और आपको कब सेक्स करना चाहिए। बिल्कुल आप सही दिशा में सोच रही हैं और शायद हर कोई ऐसे ही सोचता है, लेकिन क्या आप जानती हैं कि प्रेगनेंट होना सिर्फ सेक्स करने के बारे में नहीं है। ज़्यादा सेक्स करना भी आपके कन्सीव करने की संभावना को कम कर सकता है। जी हां, भारत और जर्मनी में की गई रिसर्च में सामने आया है कि रोजाना सेक्स करने से प्रेगनेंसी के चांसेस कम हो जाते हैं। क्योंकि दो एजैक्युलेशन के बीच का गैप पुरुषों की फर्टिलिटी को प्रभावित करता है।
महिलाओं से ज़्यादा कभी – कभी पुरुषों को फर्टिलिटी की समस्या से जूझना पड़ता है। इतना ही नहीं, समय के साथ पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर भी काफी प्रभाव पड़ा है। तो चलिये जानते हैं कि इससे जुड़े अध्ययनों में क्या सामने आया।
कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, माहे मानिपाल और जर्मनी की यूनिवर्सिटी और म्यूएनएंस्टर के रिसर्च में यह सामने आया है कि दो एजैक्युलेशन के बीच का समय पुरुषों की फर्टिलिटी प्रभावित कर सकता है। यह अध्ययन एंडरोलॉजी में प्रकाशित हुआ था।
लंबे समय तक मास्टरबेट न करने या एजैक्युलेशन से दूर रहने की वजह से शरीर में स्पर्म सेल्स बढ़ जाते हैं। मगर यदि आप बार – बार एजैक्युलेट या सेक्स करते हैं, तो इससे उनके शुक्राणुओं की संख्या में कमी आने लगती है। जिससे महिलाओं को कंसीव करने में समस्याएं आ सकती हैं क्योंकि इससे स्पर्म की गुणवत्ता खराब हो सकती है।
दिन में कई बार या यहां तक कि हर रोज सेक्स करने से ‘बर्नआउट’ हो सकता है। इसकी वजह से किसी भी पार्टनर की सेक्स में रुचि कम हो सकती है और ज़रूरी नहीं है कि जब आप फर्टाइल हों, तो आपके पार्टनर का सेक्स करने का मन करे, क्योंकि वे इतनी बार सेक्स करने के बाद हो सकता है थक गए हों।
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