आज के समय में लोगों को सेक्सुअल हेल्थ संबंधी समस्याएं काफी ज्यादा परेशान करने लगी हैं। लोगों को फर्टिलिटी, सेक्सुअल डिस्फंक्शन, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, लिबिडो की कमी आदि जैसी शिकायतें रहती हैं। क्या आपको मालूम है, इसके लिए आपकी नियमित लाइफस्टाइल के फैक्टर जिम्मेदार हो सकते हैं? हालांकि, कई ऐसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं, जिनकी वजह से भी आपकी सेक्स लाइफ पर नकारात्मक असर पड़ता है। पर इससे कहीं अधिक आपकी नियमित जीवन शैली की आदतें इसके लिए जिम्मेदार होती हैं। तो चलिए जानते हैं ऐसीही कुछ आदतों के बारे में जो आपकी सेक्सुअल हेल्थ (sex life) पर हावी हो सकती हैं।
हेल्थ शॉट्स ने सीके बिरला हॉस्पिटल गुरुग्राम की ऑब्सटेट्रिक्स और गाइनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर अस्था दयाल से बात की। एक्सपर्ट ने कुछ ऐसे फैक्टर बताए हैं, जो सेक्सुअल हेल्थ पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से।
इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में तनाव बेहद आम हो गया है और यह लगभग सभी को प्रभावित कर रहा है। इसके साथ ही लोगों में स्ट्रेस मैनेजमेंट की क्षमता भी बेहद कम होती जा रही है। तनाव, चिंता और अन्य मानसिक स्वास्थ्य स्थितियां सेक्सुअल हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। तनाव का स्तर बढ़ने से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, लिबिडो की कमी, प्लेजर और ऑर्गेज्म प्राप्त करने में अधिक समय लगने से लेकर मेल और फीमेल में फर्टिलिटी संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि स्ट्रेस की स्थिति में हार्मोंस असंतुलित हो सकते हैं, इसके अलावा ये ब्लड प्रेशर को भी प्रभावित करता है। ऐसे में स्ट्रेस मैनेजमेंट पर ध्यान देना बहुत जरूरी हो जाता है। इसे मैनेज करने के लिए आपको खुद पर्याप्त कोशिश करनी होगी।
मोटापा, डायबिटीज और अन्य लाइफस्टाइल डिसऑर्डर जैसे हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट प्रॉब्लम्स आपके वेस्कुलर हेल्थ के साथ-साथ हृदय क्षमता और सहनशक्ति को प्रभावित कर सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप सेक्सुअल डिसऑर्डर, थकान और ऊर्जाशक्ति में कमी महसूस होती है। यदि आपको कोई गंभीर समस्या है, तो डॉक्टर से मिलें और इस पर सलाह लें। वहीं डाइट में सुधार कर नियमित रूप से खुद को सक्रिय रखने से भी मेटाबॉलिक डिसऑर्डर के खतरे को कम किया जा सकता है।
यदि आप नियमित रूप से अधिक मात्रा में नमक ले रही हैं, तो यह आपकी सेक्सुअल हेल्थ के लिए नकारात्मक साबित हो सकता है। इसकी वजह से बॉडी में सोडियम का स्तर बढ़ जाता है और ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है, और ये लिबिडो की कमी का कारण बनता है।
लिबिडो की कमी होने पर सेक्सुअल गतिविधियों में आपका इंटरेस्ट बहुत कम हो जाता है, जिसका असर आपके रिलेशनशिप पर नजर आ सकता है। इसलिए प्रोसेस्ड रिफाइंड और पैकेज्ड फूड से जितना हो सके उतना परहेज करें क्युकी इनमें अत्यधिक मात्रा में नमक होता है। टेबल साल्ट का इस्तेमाल बिल्कुल भी न करें, आप इनकी जगह हर्ब और अन्य फायदेमंद मसालों का इस्तेमाल कर सकती हैं।
यदि आप अपने ऑफिस के काम में पूरे दिन व्यस्त रहती हैं और उसके बाद अपने पार्टनर को टाइम नहीं दे पाती हैं। ये धीरे-धीरे आपके सेक्सुअल लाइफ में इंटरफेयर करना शुरू कर सकता है। किसी भी रिलेशनशिप में इंटिमेसी बहुत जरूरी है, इसलिए जिस तरह आप बाकी चीजों को प्रायोरिटी पर रखती हैं अपने सेक्सुअल लाइफ को भी प्राथमिकता देना शुरू करें। इससे न केवल आपकी सेक्सुअल लाइफ प्रभावित होती है, बल्कि यह आपके रिलेशनशिप पर भी नकारात्मक असर डाल सकता है।
पूरे दिन व्यस्त रहना और दूसरी चीजों के बारे में सोचते रहने से मन स्थिर नहीं रहता जिसकी वजह से सेक्स में रुचि कम होने लगती है और आप अपने पार्टनर के साथ सेक्शुअली कनेक्ट नहीं कर पाती। इसलिए समय निकालें और हफ्ते में एक से दो बार फोरप्ले और सेक्स में पार्टिसिपेट जरूर करें।
यदि आप अल्कोहलिक हैं और नियमित रूप से अधिक मात्रा में बियर, वाइन और अन्य अल्कोहल युक्त ड्रिंक्स का सेवन करती हैं, तो इसका आपकी इंटिमेसी पर बेहद नकारात्मक असर पड़ता है। नियमित रूप से शराब के सेवन से महिलाओं में लिबिडो की कमी हो जाती है और वे सेक्स में इंवॉल्व नहीं हो पाती। इससे पुरुषों में इरेक्शन की समस्या होती है। जिससे कि उन्हें सेक्सुअल गतिविधियों के दौरान अधिक स्ट्रगल करना पड़ सकता है।
इतना ही नहीं शराब सेहत के लिए भी बेहद हानिकारक है और इससे तमाम स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। जिसका आपकी सेक्सुअल लाइफ पर नकारात्मक असर पड़ता है। इसलिए शराब को मॉडरेशन में लेना एक अच्छा आईडिया है, आपको इसे पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए, शुरुआत में यह मुश्किल लग सकता है पर यह नामुमकिन नहीं है।
इस समय में स्मोकिंग बहुत कॉमन हो गया है और बहुत से लोग इसे अपने नियमित लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुके हैं। यह सेहत के लिए कितना हानिकारक है, यह तो हम सभी जानते हैं, पर ये आपकी सेक्सुअल लाइफ को भी नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। सिगरेट पीने से ब्लड वेसल्स कॉन्ट्रैक्ट हो जाते हैं, जिसकी वजह से ब्लड फ्लो प्रभावित होता है और इंटिमेट एरिया तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और ब्लड नहीं पहुंचता।
ऐसे में इंटिमेट एरिस को स्टिम्युलेट करने के बाद भी आप उत्तेजित नहीं होती और सेक्सुअल एक्टिविटीज से आपका इंटरेस्ट कम होने लगता है। वहीं स्मोकिंग फर्टिलिटी संबंधी समस्याओं का भी एक बड़ा कारण है। यह महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का कारण बन सकता है।
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