इनफर्टिलिटी संबंधी समस्याओं को अवॉइड करना है तो ओवेरियन स्वास्थ्य के लिए याद रखें ये 7 टिप्स

महिलाएं अपने त्वचा एवं बालों की सेहत पर ध्यान देती हैं, परंतु अक्सर ओवरी जैसे महत्वपूर्ण अंग को नजरअंदाज कर देती हैं। जिसकी वजह से बाद में कंसीव करने में परेशानी आती है। साथ ही प्रेगनेंसी कॉम्प्लिकेशंस का भी सामना करना पड़ता है।
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थाइरोइड बढ़ने से रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर नकारात्मक असर पड़ सकता है. चित्र : अडॉबीस्टॉक
Updated On: 22 Dec 2024, 08:02 pm IST
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महिलाओं को अपने रिप्रोडक्टिव हेल्थ से संबंधी सभी जरूरी जानकारी होनी चाहिए। आज के समय में इनफर्टिलिटी और रिप्रोडक्टिव ऑर्गन विशेष रूप से ओवरी यानी कि अंडाशय से संबंधित समस्याओं का खतरा काफी ज्यादा बढ़ गया है। महिलाएं अपने त्वचा एवं बालों की सेहत पर ध्यान देती हैं, परंतु अक्सर ओवरी जैसे महत्वपूर्ण अंग को नजरअंदाज कर देती हैं। जिसकी वजह से बाद में कंसीव करने में परेशानी आती है। साथ ही प्रेगनेंसी कॉम्प्लिकेशंस का भी सामना करना पड़ता है। इसलिए ओवेरियन हेल्थ को बनाए रखने के लिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें।

डॉ. मीनाक्षी बंसल, सीनियर कंसल्टेंट, ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजिस्ट, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली ने ओवेरियन स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए कुछ जरूरी टिप्स दिए हैं। तो चलिए जानते हैं, बेहतर फर्टिलिटी के लिए एक्सपर्ट की क्या सुझाव है (Tips to improve ovarian health)।

जानें ओवेरियन स्वास्थ्य को बनाए रखने के टिप्स (Tips to improve ovarian health)

1. खान पान का रखें विशेष ध्यान

बेहतर प्रजनन स्वास्थ्य हेतु अपने ओवेरियन हेल्थ को सुधारने के लिए आपको अपनी संपूर्ण स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है। सबसे पहले तो आप अपने आहार और पोषण पर ध्यान दें इसके लिए ताजे फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन, साबुत अनाज का सेवन करें।

साथ ही विटामिन डी, कैल्शियम व आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों को भी डाइट में शामिल करें। शरीर में आवश्यक पोषण ओवेरियन हेल्थ को बढ़ावा देते हैं।

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पानी भरपूर मात्रा में पीएं, जिससे शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थों को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। चित्र : अडॉबीस्टॉक

2. हाइड्रेटेड रहना है बेहद जरूरी

शरीर में पानी की कमी से कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, पाचन संबंधी समस्याएं इनमें सबसे आम है, जो ओवेरियन हेल्थ को भी प्रभावित कर सकती है। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। यदि आपको प्यास नहीं लगती और आप दिन में केवल एक से दो गिलास पानी तक सीमित रहती हैं, तो नियमित रूप से कम से कम 5 से 6 गिलास पानी पीने की आदत बनाएं।

खासकर सुबह उठकर एक गिलास गुनगुना पानी पीना बहुत जरूरी है। क्योंकि यह ओवेरियन हेल्थ को ही नहीं बल्कि आपकी समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।

3. व्यायाम को बनाएं नियमित जीवनशैली का हिस्सा

जीवन शैली में कुछ जरूरी बदलाव कर आप अपने ओवरी को स्वस्थ रख सकती हैं। अगर आप व्यायाम नहीं करती हैं, तो इससे आपकी ओवेरियन हेल्थ पर नकारात्मक असर पड़ता है, इसलिए अपनी नियमित दिनचर्या में व्यायाम को जरूर शामिल करें।

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जरूरी नहीं की आपको जिम जाकर सेंटेंस वर्कआउट करना है घर पर 30 मिनट तक योगाभ्यास या अपनी पसंदीदा कोई भी एक्सरसाइज करें। वहीं वॉक करने या जॉगिंग से भी आपको कई फायदे प्राप्त होते हैं।

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धैर्य शारीरिक और मानसिक दोनों की मजबूती के लिए जरूरी है। चित्र : अडोबी स्टॉक

4. मानसिक स्वास्थ्य पर भी दें ध्यान

अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखें, क्योंकि इसका असर आपके ओवेरियन स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। आज के जीवनशैली में तनाव बेहद आम हो गया है, जिसकी वजह से शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो सकता है। जो ओवरी को प्रभावित करता है।

साथ ही यह अनियमित पीरियड्स का कारण बन जाता है। इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट टेक्निक्स में भाग लेना बहुत जरूरी है। योग, ध्यान, या गहरी सांस लेने जैसे तरीकों का प्रयास करें, साथ ही 7 से 9 घंटों की उचित नींद लें।

5. धूम्रपान एवं शराब से परहेज करें

अगर आप धूम्रपान करती हैं, या फिर शराब का सेवन करती हैं, तो इन चीजों से पूरी तरह दूरी बना लें। इन नशीले पदार्थों का प्रभाव सबसे ज्यादा ओवेरियन हेल्थ पर पड़ता है, जिसकी वजह से फर्टिलिटी संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए इन चीजों से पूरी तरह दूर रहना चाहिए। वहीं सेकंड हैंड स्मोक से भी बचें।

6. असंतुलित खाद्य पदार्थों से दूरी बनाए रखें

बाहर के खान-पान से दूर रहें और पैकेट युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन न करें। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है, आपको अपने वजन पर नियंत्रण रखना, इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थों से दूरी बनाएं, जिससे आपका वजन बढ़ता हो।

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जंक फूड खाने से बचें। चित्र:शटरस्टॉक

7. नियमित हार्मोनल और अन्य आवश्यक जांच करवाएं

समय-समय पर डॉक्टर से संपर्क करती रहें, विशेष रूप से महिलाओं के रिप्रोडक्टिव हेल्थ से जुड़ी आवश्यक जांच भी करवाती रहे। अपने स्वास्थ्य की जांच करवाती रहें, इससे आपको समय से पहले ओवेरियन हेल्थ की समस्याओं का पता लगाने में मदद मिलेगी।

इसके अलावा हार्मोनल जांच अवश्य कराएं इससे भी आपकी ओवेरियन हेल्थ की समस्याओं का पता लगाया जा सकता है। समय रहते समस्याओं का पता लगा लेने से किसी भी बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सकता है।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

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