एक ऐसे समाज में जहां पीरियड्स के दौरान महिलाओं को अशुद्ध और अस्वच्छ माना जाता है, वहां किशोर और युवा लड़कों से पीरियड्स के प्रति संवेदनशीलता की अपेक्षा करना वाकई कठिन चुनौती है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि लड़कों को अन्य स्रोतों जैसे दोस्तों या पॉप संस्कृति से गलत जानकारी प्राप्त करने के बजाय उन्हें उनकी मां के द्वारा किशोर उम्र से ही इसके बारे में बताया जाना चाहिए।
ऐसी बातों को प्रकाश में लाना और इन मुद्दों पर बात करने के लिए हमारे बच्चों के साथ एक खुले विचार के वातावरण का निर्माण करना जरूरी है। ताकि हमारी अगली पीढ़ी पीरियड्स के बारे में फैली हुई भ्रांतियों से बाहर आ सके।
मासिक धर्म चक्र को समझने से युवा पुरुषों को सहानुभूतिपूर्ण भाई-बहन, बच्चे, साथी और पिता बनने में मदद मिल सकती है। यहां कुछ तरीके दिए गए हैं, जिनसे माताएं अपने बेटों के साथ पीरियड्स के विषय पर बात कर सकती हैं:
जब तक आप स्वयं इसके बारे में स्पष्ट नहीं हैं, तब तक बच्चों के साथ इस पर बात करना मुश्किल होगा। किसी भी आयु वर्ग के बच्चों से बातचीत करने से पहले पीरियड्स के बारे में पर्याप्त जानकारी लें। बच्चों के लिए स्पष्ट रूप से तैयार की गई सामग्री को जांच लें।
आप अपनी बात को बेहतर ढंग से समझाने के लिए महिलाओं के प्रजनन तंत्र के चित्रों का भी उपयोग कर सकते हैं। आपका अपना दृष्टिकोण जितना अधिक स्पष्ट होगा, आपके लिए इसे समझाना उतना ही आसान होगा।
बच्चों के लिए इसे समझना आसान बनाने के लिए, आप उन्हें यह बताना शुरू कर सकते हैं कि नवजात शिशु कहां से आते हैं। इसके लिए आप बातचीत को और लचीला बना सकती हैं। उसे बताएं कि प्रत्येक महिला का एक “बाल केंद्र (child centre)” होता है, जिसे गर्भाशय कहा जाता है। जिसमे एक बच्चा होता है। हर महीने एक महिला का शरीर एक बच्चे को जन्म देने की तैयारी करता है। ऐसा करने के लिए, उसके गर्भाशय को मजबूत होने की जरूरत है। इसलिए यह एक सुरक्षात्मक अस्तर विकसित करता है।
यदि किसी महिला के अंदर बच्चा नहीं है, तो सुरक्षात्मक परत टूट जाती है और योनि से रक्त के रूप में बह जाती है। रक्तस्राव के बारे में किसी भी गलतफहमी को दूर करने के लिए इसे अपने बेटे को बताएं।
अपने बेटे को इस बात से अवगत कराएं कि महिलाएं खून इकट्ठा करने के लिए टैम्पोन, सैनिटरी पैड और मेंस्ट्रुअल कप पहनती हैं। सुनिश्चित करें कि आप स्पष्ट करते हैं कि सुरक्षात्मक अस्तर (protective lining) बच्चे को जीवित रहने में मदद करती है और यह रक्त किसी शारीरिक चोट से नहीं आता है।
एक मां के रूप में, जब आप मासिक धर्म के बारे में बात करती हैं, तो अपने बेटे को यह जरूर बताएं कि पीरियड्स लड़कियों के बड़े होने का एक स्वस्थ और सामान्य हिस्सा है। लड़कों के चेहरे पर बाल आना और आवाज में बदलाव का अनुभव करने के समान ही पीरियड्स भी है।
ये बताना महत्वपूर्ण है कि पीरियड्स के रक्त में कुछ भी गलत नहीं है। पीरियड्स का खून लड़की को गंदा या अपवित्र नहीं बनाता है। यदि आपका लड़का जानता है कि एक लड़की को पीरियड्स हो रहे है, तो उससे कहें कि वह उसके साथ सम्मान से पेश आए और उसे दुखी या शर्मिंदा न करें।
उदाहरण के लिए, यदि वे देखते हैं कि किसी लड़की को पीरियड्स हुए हैं या उसके कपड़ों पर खून के धब्बे हैं, तो उन्हें लड़की के साथ सम्मान से पेश आना चाहिए न कि उसका मज़ाक उड़ाना चाहिए।
मान लें कि यदि आपका बच्चा कूड़ेदान में सैनिटरी नैपकिन देखता है या आप पैंटीलाइनर, टैम्पोन या सैनिटरी नैपकिन खरीद रहे हैं, तो वह पूछ सकता है कि ये आइटम क्या हैं। ऐसे में उनके सवालों का हमेशा विनम्रता और धैर्य से जवाब देकर उन्हें बताएं कि इन सामानों का इस्तेमाल लड़कियां खुद को साफ रखने के लिए करती हैं।
हमारे लड़कों को पीरियड्स की अवधारणा के बारे में शिक्षित करने के लिए एक खुले विचारों का दृष्टिकोण रखना महत्वपूर्ण है। यदि युवा लड़कों को पीरियड्स के बारे में पता होता है, तो वे अपने जीवन में सभी महत्वपूर्ण महिलाओं के लिए एक सपोर्ट सिस्टम बन जाते हैं।
ये आगे, एक खुला संवाद बनाने में मदद करता है, जो लड़कों को मासिक धर्म के महत्व को समझने में सक्षम बनाता है। ये उन्हें महिलाओं का सम्मान करने और दर्द की प्रकृति, रक्तस्राव और उसके जैविक कारणों के बारे में शिक्षित और अधिक संवेदनशील बनाएगा।
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