फाइब्रॉइड से बचने का तो कोई अचूक उपाय नहीं है। एक बार जब इस ट्यूमर का पता चलता है, तो प्रीकोशन लेने पड़ते हैं। फाइब्रॉइड होने के बाद कुछ खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल करना पड़ता है, तो कुछ खाद्य पदार्थ को एवोइड करना पड़ता है। इन खाद्य पदार्थों को नहीं लेने से मदद मिलती है। इस डाइट परिवर्तन से फाइब्रॉइड के विकास को रोकने में मदद मिल (foods to avoid for fibroid) सकती है।
प्राइमस सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में गायनेकोलोजिस्ट और ऑब्सटेट्रीशियन कन्सल्टेंट डॉ. रश्मि बालियान (Gynaecologist and Obstetrician Dr Rashmi Baliyan) कहती हैं, ‘हार्मोन के स्तर को संतुलित करने से फाइब्रॉइड के विकास और लक्षणों को मैनेज करने में मदद मिल सकती है। हार्मोन खासकर एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन नए फाइब्रॉइड के विकास और वृद्धि के प्रमुख कारणों में से एक हैं। हार्मोन को संतुलित करने का एक तरीका आहार में बदलाव भी हो सकता है। इसके लिए फाइब्रॉइड के लिए सबसे बढ़िया और सबसे खराब खाद्य पदार्थों की जांच करनी चाहिए।‘
यदि फाइब्रॉइड को प्रबंधित करने और उनके वर्तमान आकार को बनाए रखने या घटाने की कोशिश कर रही हैं, तो स्वाभाविक रूप से हार्मोन को संतुलित करना बढ़िया कदम हो सकता है। आहार का हार्मोन के स्तर पर गहरा प्रभाव पड़ता है। यह फाइब्रॉइड की संरचना को प्रभावित कर सकता है।
1 हाई फैट और प्रोसेस्ड मीट (High fat and processed meat) – डॉ. रश्मि बालियान कहती हैं, ‘रेड प्रोसेस्ड मीट में एक्स्ट्रा हार्मोन होता है। इसमें हाई एस्ट्रोजेन होता है।
2 हाई फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट (High fat Dairy Product) – पारंपरिक डेयरी में स्टेरॉयड का हाई लेवल, हार्मोन और अन्य केमिकल हो सकते हैं। ये फाइब्रॉइड को बढ़ावा देते हैं।
3 अधिक नमक वाले खाद्य पदार्थ (Salty Foods) – अधिक नमकीन खाद्य पदार्थ लीवर पर बुरा प्रभाव डालते हैं। यह वह अंग है, जो विषाक्त पदार्थों को हटाने और हार्मोन को संतुलित करने के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार होता है। लीवर को मजबूत करने के लिए अधिक नमक वाले खाद्य पदार्थ नहीं खाएं। इससे फाइब्रॉइड बड़ा नहीं हो पायेगा।
4 हाइड्रोजीनेटेड कार्बोहाइड्रेट (Hydrogenated carbohydrates) – डॉ. रश्मि बालियान के अनुसार, पास्ता, सफेद ब्रेड, सफेद चावल, केक और कुकीज़ जैसे सफेद खाद्य पदार्थ एस्ट्रोजन लेवल को बदलने के लिए जाने जाते हैं। इससे फाइब्रॉइड का आकार बढ़ जाता है। डिब्बाबंद अनाज, आलू के चिप्स और कॉर्न सिरप वाली कोई भी चीज़ समस्या पैदा कर सकती है, क्योंकि ये ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाते हैं । इससे शरीर अधिक इंसुलिन का उत्पादन करने के लिए प्रेरित होता है।
5 मोनोसोडियम ग्लूटामेट युक्त खाद्य पदार्थ (Monosodium glutamate food) – कुछ सबूत इस स्वाद बढ़ाने वाले को मोटापे और वजन बढ़ने से जोड़ते हैं। मोटापा हार्मोन के स्तर के साथ खिलवाड़ करता है, इसलिए यह फाइब्रॉइड के खतरे को बढ़ा सकता है।
6 सोया (Soya) : सोया में फाइटोएस्ट्रोजेन होता है। ये ऐसे यौगिक हैं, जो आपके शरीर में एस्ट्रोजन की तरह काम करते हैं। यदि आप कम एस्ट्रोजन स्तर से जूझ रही हैं, तो यह मददगार हो सकता है। हाई एस्ट्रोजन लेवल फाइब्रॉएड के विकास को बढ़ावा देता है। साथ ही शोध बताते हैं कि सोया मोटी महिलाओं की प्रजनन क्षमता को कम कर सकता है। जल्दी यौवन ला सकता है और भ्रूण के विकास को प्रभावित कर सकता है। इस कारण फाइब्रॉइड का जोखिम कम हो, सोया का सेवन सीमित (foods to avoid for fibroid) किया जा सकता है।
7 रिफाइंड शुगर (Refined sugar) – चीनी के अधिक सेवन से सूजन और वजन बढ़ सकता है। वजन बढ़ने और हार्मोन असंतुलन के बीच एक संबंध है।
कैफीन और शराब (Coffee and wine)
खाद्य पदार्थों के साथ-साथ बहुत अधिक कैफीन और शराब जैसे पेय का सेवन नहीं (foods to avoid for fibroid) करें। कैफीन लीवर पर अतिरिक्त तनाव डालता है, जिससे अंग को ठीक ढंग से काम नहीं हो पाता है। शराब के अधिक सेवन से शरीर में सूजन हो सकती है और प्रतिरक्षा कार्य कम हो सकता है। शराब को कम करने या ख़त्म करने से हार्मोन के स्वस्थ संतुलन को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।
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