वेजाइना हमारे शरीर के संवेदनशील अंगों में से एक है। इसलिए इसे विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है, खास कर वेजाइनल हाइजीन पर ध्यान देना बेहद महत्वपूर्ण है। इसके प्रति बरती गई छोटी सी लापरवाही वेजाइना की सेहत को बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है। अक्सर महिलाओं को वेजाइना में खुजली का अनुभव होता है, कई बार पब्लिक प्लेस पर इसका सामना करना पड़ता है। इस स्थिति में महिलाएं काफी असहज हो जाती हैं।
क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है कि आखिर वेजाइना में बार-बार खुजली का अनुभव क्यों होता है? यदि नहीं, तो आज हम आपको बताएंगे वेजाइना में इचिंग होने के कुछ सामान्य कारण। एक स्वस्थ वेजाइना के लिए आपको इन गलतियों को दोहराने से हमेशा बचना चाहिए।
हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर मदरहुड हॉस्पिटल पुणे की ऑब्सटेट्रिशियन और गाइनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रतिमा थामके से बात की। डॉक्टर ने वेजाइना में बार-बार खुजली होने के कुछ प्रमुख कारण बताए हैं (what causes itchy vagina)। तो चलिए जानते हैं इस बारे में।
कई बार हम अपने हाथों को बिना साफ किये वेजाइना को छूते हैं, जिसकी वजह से बैक्टीरिया और फंगस वेजाइना में ट्रांसफर हो सकते हैं। इस स्थिति में वेजाइना में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और बार-बार खुजली का अनुभव होता है। इस स्थिति से बचने के लिए वेजाइना को किसी भी कारण से छूने के पहले अपने हाथ एवं नाखूनों को अच्छी तरह साफ करें ठीक ऐसा ही अपने पार्टनर से भी करने को कहें।
यदि आप अनप्रोटेक्टेड सेक्स कर रही हैं, तो यह आपकी वेजाइनल हेल्थ के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। इस स्थिति में एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में हानिकारक बैक्टीरिया और फंगस के ट्रांसफर होने का खतरा बढ़ जाता है, जिसकी वजह से योनि में खुजली का अनुभव हो सकता है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए सेक्स के दौरान हमेशा प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करें और सेक्स के बाद वेजाइना को अच्छी तरह क्लीन करना न भूलें। अन्यथा यह खुजली के साथ-साथ वेजाइनल इन्फेक्शन का कारण बन सकता है।
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एक्सपर्ट के अनुसार सेक्स करने के बाद यूरिन पास करना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि ऐसा करने से ब्लैडर और वेजाइना में मौजूद बैक्टीरिया बाहर फ्लश हो जाते हैं। ऐसे में यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन के साथ ही वेजाइनल इचिंग जैसी समस्याएं नहीं होती। तो अब से सेक्स के बाद हर बार यूरिन पास जरूर करें।
अधिक मात्रा में चीनी और मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन वेजाइना की सेहत को नकारात्मक रूप में प्रभावित कर सकता है। आपकी यह गलती आपको यीस्ट इन्फेक्शन का शिकार बना सकती है, जो वेजाइनल इचिंग का एक आम कारण है। शुगर समग्र सेहत के लिए हानिकारक है ऐसे में इससे जितना हो सके उतना परहेज करने की कोशिश करें। वहीं यदि आप डायबिटिक हैं, तो आपको अपनी वेजाइनल हेल्थ पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं को अक्सर वेजाइना में गंभीर खुजली का सामना करना पड़ता है।
एक्सपर्ट के अनुसार सिंथेटिक पैंटी पहनने की आदत आपको वेजाइनल संक्रमण का शिकार बना सकती है। सिंथेटिक पैंटी में हवा पास नहीं हो पाती जिसकी वजह से अधिक पसीना आता है और पसीना लंबे समय तक त्वचा पर बना रहता है। इस स्थिति में बैक्टीरिया और फंगल ग्रोथ बढ़ जाते हैं, जिससे खुजली का एहसास होता है, साथ ही साथ संक्रमण का खतरा भी बना रहता है। इस स्थिति से बचने के लिए एक्सपर्ट ढीली और कॉटन की पैंटी पहने की सलाह देती हैं। कॉटन पसीना सोखता है और वेजाइना को सांस लेने की आजादी देता है।
अक्सर हम हाइजीन मेंटेन करने का सोच सेंटेड साबुन, स्प्रे और पीरियड्स के दौरान सेंटेड सैनिटरी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। एक्सपर्ट के अनुसार हमारे द्वारा की जाने वाली यह गलतियां वेजाइना के पीएच बैलेंस को असंतुलित कर देती हैं, जिसकी वजह से तमाम संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। जो वेजाइनल इचिंग का कारण बनते हैं।
वही पीरियड्स के दौरान साधारण और फ्रेगरेंस फ्री टैम्पोन या सैनिटरी पैड का इस्तेमाल करें। साथ ही इसे समय-समय पर बदलना बेहद महत्वपूर्ण है अन्यथा यह फौरन वेजाइनल इचिंग का कारण बन सकती है। साथ ही साथ वेजाइना को साफ करने के लिए किसी भी केमिकल युक्त हाइजीन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करें। माइल्ड और फ्रेगरेंस फ्री साबुन और क्लींजिंग प्रोडक्ट्स चुने। आप चाहे तो अपनी डर्मेटोलॉजिस्ट से इसके लिए सलाह ले सकती हैं।
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