फीमेल ऑर्गेज्म वास्तव में उतना ही सहज और सरल है, जितनी इस पर बात की जा रही है? या इस पर होने वाला विमर्श अति का शिकार हो गया है? ईमानदारी से कहें तो अब भी फीमेल ऑर्गेज्म के बारे में कई तरह की थ्योरी प्रचलित हैं। पर कोई भी इस बारे में ठीक-ठीक नहीं बात पा रहा। अगर वास्तविकता में जानना हो तो फीमेल ऑर्गेज्म के लिए आपको थोड़ा ज्यादा मनन और मेहनत करनी होगी। क्योंकि अब भी फीमेल ऑर्गेज्म किसी रहस्य से कम नहीं है।
क्या यह स्खलन है? या यह वह स्थिति है जब आपकी सेक्स डिजायर पूरी हो जाती है? दुर्भाग्य से, इसे समझना इतना आसान नहीं है। यदि आप संभोग के विज्ञान के बारे में बात करती हैं तो आपको वहां “यौन उत्तेजना चक्र” (the sexual response cycle) नामक एक चीज है, जिसमें चार प्रमुख चरणों- उत्तेजना, उत्तेजना का बढ़ाव, संभोग, और संकल्प शामिल हैं। तो, मूल रूप से संभोग तब होता है जब आप परमानंद की अंतिम ऊंचाई पर पहुंच जाती हैं।
पत्रिका सोशियोअफेक्टिव न्यूरोसाइंस एंड मनोविज्ञान में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कभी-कभी ऑर्गेज्म यौनांगों में लयबद्ध तरीके से उत्पन्न होता है। यह मुख्य रूप से जननांगों के पास होता है। यह भी कहा जा सकता है कि जननांगों की उत्तेजना ऑर्गेज्म की ओर ले जाती है। लेकिन यह हर किसी के साथ संभव नहीं हो पाता।
अगर आपको ऑर्गेज्म नहीं मिल पा रहा तो इसकी वजह तनाव हो सकती है
हां, तनाव एक प्रमुख कारण है कि कई महिलाएं चरमोत्कर्ष तक नहीं पहुंच पातीं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिप्रोडक्टिव बायोमेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, तनाव जैसे शारीरिक लेकिन मनोवैज्ञानिक बाधाएं भी आपकी खुशी में बाधा डाल सकती हैं।
तो इसका समाधान क्या है? आइए जानने की कोशिश करते हैं –
यहां तीन ट्रिक्स दी जा रहीं हैं, जो आपको ऑर्गेज्म पाने में मदद कर सकती हैं:
इतनी हड़बड़ी क्या है? सीधे सेक्स करने से बेहतर है कि फोर प्ले को पूरा समय दें। अपना समय लें और उस उत्तेजना तक पहुंचने के लिए फोरप्ले का इस्तेमाल करें। ताकि आपका मस्तिष्क आपके दिल की रिद्म के साथ थोड़ा मेल बैठा सके। पीएलओएस वन पत्रिका में प्रकाशित एक शोध भी इसकी सिफारिश करता है।
सेक्स का मतलब सिर्फ पेनिट्रेशन ही नहीं है, यह और भी गहन और विस्तृत है। आपको परमानंद की उस अवस्था तक पहुंचने के लिए अपने पार्टनर के साथ थोड़ा और स्पाइसी होने की जरूरत है। सेक्स के हर अंदाज का इस्तेमाल करें, यह ओरल या आपके स्पर्श से भी हो बहुत काम कर सकता है।
कीगेल एक्सरसाइज न केवल पेल्विक की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है, बल्कि मेडिकल साइंस मॉनिटर के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, वह ऑर्गेज्म तक पहुंचने और उत्तेजित करने में भी मदद करती हैं।
कुछ ईजी कीगल एक्सरसाइज आप अपने घर पर ही कर सकती हैं जैसे ब्रिज पोज, जंपिंग जैक, और स्क्वैट्स। हमें विश्वास है कि ये आपका क्लाइमेक्स और बेहतर बना देंगी।
यह एक दो-तरफ़ा एक्सरसाइज है। आपके साथी को उन उत्तेजक अंगों के बारे में पता होना चाहिए जो आपको अधिक उत्तेजित करते हैं। क्या आप जानती हैं कि जर्नल ऑफ एविडेंस बेस्ड कॉम्प्लीमेंटरी एंड अल्टरनेटिव मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार आपके उत्तेजक अंगों में गर्दन, कान के पीछे का हिस्सा आदि आपके जननांगों को उत्तेजित करने में मददगार होते हैं। अध्ययन यह भी कहता है कि यह आपकी कामेच्छा को भी बढ़ा देता है। इसलिए पेनिट्रेशन से पहले इन बिंदुओं पर भी समय दें।
कई बार ऑर्गेज्म के बारे में ज्यादा सोचना भी आपको ऑर्गेज्म तक पहुंचने में बाधा उत्पन्न कर सकता है। इसलिए अपने रोमांटिक पलों को बर्बाद न करें और इसके हर पल का मजा लेने की कोशिश करें।
तो ब्यूटीफुल लेडीज, अगर वाइब्रेटर और जैल भी आपके काम नहीं आ पा रहे हैं, तो निश्चित ही हमारी ये ट्रिक्स आपके काम आ सकती हैं।