सिर्फ वेजाइनल सेक्स से ही नहीं होता है महिलाओं को ओर्गेजम, जानिए कितने तरह से मिलता है ओर्गेजम

महिलाओं के ऑर्गेजम की बात जब भी आती है तो ऐसा माना जाता है कि उन्हे सिर्फ इंटरकोर्स से ही ऑर्गेजम मिलता है लेकिन ये गलत है महिलाओं को कई तरह से ऑर्गेजम होता है जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे है।
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महिलाओं के लिए ऑर्गेज्म के कई प्रकार होते है। चित्र : शटरस्टॉक
संध्या सिंह Published: 3 Jun 2023, 20:00 pm IST
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फीमेल ऑर्गेज्म एक सेक्सुअल अवस्था है जिसमें महिलाओं को सेक्सुअल उत्तेजना और स्तिमुलेशन के दौरान एक मजबूत और आनंदमयी अनुभूति होती है। यह अनुभूति आमतौर पर मस्तिष्क, शरीर और भावनात्मक स्तर पर महसूस की जाती है।

कई बार महिलाओं को ऑर्गेज्म के लिए काफी मेहनत करनी पड़ता है और बहुत ज्यादा ही समय लगता है। क्योंकि हर महिलाओं के योनि से ऑर्गेज्म नहीं होता है इसके लिए महिलाओं को पुरूषों से ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है।

फीमेल ऑर्गेज्म के अनुभव और उत्पन्न होने के तरीके महिला से महिला भिन्न हो सकते हैं और इसमें भावनात्मक, शारीरिक और सामाजिक कारकों का प्रभाव होता है। कुछ महिलाएं केवल क्लिटोरल स्तिमुलेशन के माध्यम से ऑर्गेज्म का अनुभव करती हैं, जबकि कुछों को योनि की स्तिमुलेशन से ऑर्गेज्म होता है।

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जानिए क्या है बैड ऑर्गेज़्म और ये क्यों होता है? चित्र : शटरस्टॉक

फीमेल ऑर्गेज्म के बारे में जानने के लिए हमने बात की आर्केडी वीमेन हेल्थ केयर एंड फर्टिलिटी की डायरेक्टर डॉ पूजा दिवान से।

जानते है फीमेल ऑर्गेज्म के प्रकार

क्लिटोरल ऑर्गेज्म

डॉ पूजा दिवान बताती है कि यह महिला ऑर्गेज्म का सबसे आम प्रकार है और क्लिटोरिस की उत्तेजना के माध्यम से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्राप्त किया जाता है। क्लिटोरल में तंत्रिका अंत की हाई कंसंट्रे़टिड होती है और इसे मैन्युअल रूप से, मौखिक रूप से या यौन गतिविधि के अन्य रूपों के माध्यम से उत्तेजित किया जा सकता है।

वजाइनल ऑर्गेज्म

कुछ महिलाएं योनि की दीवारों की उत्तेजना के माध्यम से ऑर्गेज्म का अनुभव करती हैं, जिसे अक्सर ग्रेफेनबर्ग स्पॉट की सक्रियता के लिए जिम्मेदार बताया जाता है, जिसे जी-स्पॉट भी कहा जाता है। जी-स्पॉट योनि के अंदर स्थित एक एरोजेनस ज़ोन है, आमतौर पर सामने की योनि दीवार के साथ कुछ इंच पर होता है।

मिश्रित ऑर्गेज्म

इस प्रकार के ऑर्गेज्म में क्लिटोरल और वजाइनल ऑर्गेज्म का संयोजन शामिल है। इसे अक्सर अधिक तीव्र और समग्र अनुभव के रूप में वर्णित किया जाता है जो तब होता है जब क्लिटोरल और जी-स्पॉट दोनों एक साथ उत्तेजित होते हैं।

आपकी सेक्स ड्राइव बढ़ाने में फायदेमंद हैं ये फूड्स। चित्र: शटरस्‍टॉक
कुछ महिलाएं निप्पल और स्तन उत्तेजना के माध्यम से ऑर्गेज्म का अनुभव करती है। चित्र: शटरस्‍टॉक

सर्वाइकल ऑर्गेज्म

इस प्रकार के ऑर्गेज्म को गर्भाशय ग्रीवा की उत्तेजना से उत्पन्न माना जाता है, जो गर्भाशय का निचला हिस्सा है जो योनि में फैलता है। सर्वाइकल ओर्गास्म को गहरे, पूरे शरीर के अनुभवों के रूप में वर्णित किया जाता है और इसके लिए गहरी पैनिट्रेशन या विशिष्ट प्रकार की उत्तेजना की आवश्यकता हो सकती है।

ब्रेस्ट ऑर्गेज्म

कुछ महिलाएं निप्पल और स्तन उत्तेजना के माध्यम से ऑर्गेज्म का अनुभव करने की बात करती हैं। ऐसा माना जाता है कि इस प्रकार के ऑर्गेज्म निपल्स और मस्तिष्क में जननांग क्षेत्र के बीच संबंध के कारण होता है।

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लेखक के बारे में

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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