जब भी पीरियड्स के बारे में सोचती हैं, तो सबसे पहली चीज आपके दिमाग में क्या आती है? खून, क्रैम्प्स, थकान, ब्लोटिंग और पाचन सम्बंधी समस्याएं मासिक धर्म से जुड़ी कुछ दिक्कतें हैं।
पीरियड्स या मासिक धर्म तब होता है जब यूटेरस अपनी खून की परत को तोड़ता है। इस दौरान होने वाले दर्द के लिये प्रोस्टाग्लैडिन नामक हॉर्मोन जिम्मेदार है। और ये दर्द इतना गम्भीर होता है कि आपके मूड और दिनचर्या को भी प्रभावित कर सकता है।
हालांकि, कई तरीके हैं जिनसे आप अपनी भावनाओं पर काबू पा कर मूड सही कर सकती हैं। यहां हैं कुछ टिप्स और ट्रिक्स जो आपको उन दिनों में मूड स्विंग से राहत दिलाएंगे और खुश रखेंगे।
अपने मूड को सही करने के लिए एक्सरसाइज एक बेहतरीन तरीका है। जब आप स्वस्थ होते हैं, आप खुश होते हैं। आपको शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रूप से भी एक्सरसाइज करनी चाहिए। एक्सरसाइज का मतलब कमर तोड़ वर्कऑउट ही नहीं होता। योग, मेडिटेशन, टहलना और स्ट्रेचिंग भी बहुत कारगर होते हैं।
बेस्ट परिणाम के लिए दो बातों का ध्यान रखें-
अपने रूटीन को टूटने न दें
गहरी सांस लें और मेडिटेशन करें
जब आप सही खाना खाती हैं, अपने आप ही क्रैम्प्स में राहत मिलती है।
अपने हॉर्मोन को नियंत्रित और खुद को खुश रखने के लिए इन टिप्स का ध्यान रखें-
ढेर सारे फल और सब्जियां खाएं। स्मूदी और सूप पियें। ये आपके शरीर को रिफ्रेश करते हैं और ऊर्जा प्रदान करते हैं। इससे आपका मूड बेहतर होता है।
ढेर सारा फाइबर युक्त भोजन करें। सब्जी का रायता, दलिया या उबली सब्जियों से आप आहार में फाइबर शामिल कर सकती हैं।
अगर बहुत दर्द है, तो पेन किलर ले लें। ये बिल्कुल सुरक्षित है और इसका आपकी फर्टिलिटी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
पीरियड्स में सेक्स करना न सिर्फ सामान्य है, बल्कि स्वस्थ और फायदेमंद भी है। इससे मूड खुश करने वाले हॉर्मोन्स निकलते हैं जिससे आपको रिलैक्स महसूस होता है।
इसलिए पीरियड्स के दर्द को कम करने में अपने पार्टनर की मदद लें।
अपनी सैनिटरी पैड, मेंस्ट्रुअल कप या टैम्पॉन दिन में कम से कम दो बार बदलें। वेजाइनल वाश का नियमित इस्तेमाल ना करें। ये आपके वेजाइना के अच्छे बैक्टीरिया को भी खत्म कर देता है।
इन कुछ आसान टिप्स को याद रखें और आपको अपने अगले पीरियड्स में मूड खराब होने की कोई समस्या नहीं आएगी।