ये टेस्टोस्टेरोन पुरूष सेक्स हार्मोन है, जो टेस्टिकल्स में बनता है। पुरुष यौन विकास और कार्यों के लिए टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर महत्वपूर्ण है। प्युबर्टी (किशोरावस्था) के दौरान, टेस्टोस्टेरोन लड़कों को शरीर और चेहरे के बाल, गहरी आवाज और मांसपेशियों की ताकत जैसी पुरुष विशेषताओं को विकसित करने में मदद करता है। पुरुषों को शुक्राणु बनाने के लिए टेस्टोस्टेरोन की जरूरत होती है।
टेस्टोस्टेरोन का स्तर आम तौर पर उम्र के साथ कम हो जाता है। इसलिए वृद्ध पुरुषों में कम रक्त टेस्टोस्टेरोन का स्तर होता है। कुछ पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होता है। इसे टेस्टोस्टेरोन की कमी सिंड्रोम (टीडी) या लो टेस्टोस्टेरोन (लो-टी) कहा जाता है। कमी का अर्थ है कि शरीर के पास आवश्यक पदार्थ की पर्याप्त मात्रा नहीं है।
कम सेक्स ड्राइव
इरेक्टाइल फंक्शन में कमी
शरीर के बालों का झड़ना
दाढ़ी का कम बढ़ना
दुबलापन या मांसपेशियों की कमजोरी
हर समय बहुत थकान महसूस होना
मोटापा (अधिक वजन होना)
अवसाद के लक्षण
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इस बारे में ज्यादा जानने के लिए हमने बात की डाइट और न्यूट्रीशन एक्सपर्ट डाइटिशियन शिखा कुमारी से। वे मानती हैं कि अनहेल्दी लाइफस्टाइल या कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट के तौर पर टेस्टोस्टेरोन का स्तर प्रभावित हो सकता है। पर इसके कारणों में ही समाधान भी छुपा है। आप अपने लाइफस्टाइल को सुधार कर इसके लेवल को हेल्दी स्तर तक ले जा सकते हैं। यहां उन उपायों के बारे में जानना जरूरी है, जो किसी भी पुरुष में पुरुष सेक्स हॉर्मोन को बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं।
टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए नियमित व्यायाम और उच्च तीव्रता अंतराल प्रशिक्षण का सुझाव दिया जाता है। नियमित व्यायाम करने से आपकी सेक्स ड्राइव में भी बदलाव आता है और आपके टेस्टोस्टेरोन के स्तर में भी बदलाव हो सकता है।
शिखा कुमारी के अनुसार मोटापा टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम कर सकता है, इसलिए स्वस्थ वजन बनाए रखने से टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने में मदद मिल सकती है। आपका मोटापा भी कई बड़ी बिमारियों की वजह बन सकता है। इसलिए स्वस्थ वजन को बनाए रखने के लिए आपको एक स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए।
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टेस्टोस्टेरोन उत्पादन के लिए पर्याप्त नींद लेना महत्वपूर्ण है, क्योंकि रात की अच्छी नींद के बाद सुबह टेस्टोस्टेरोन का स्तर सबसे अधिक होता है। अच्छी नींद लेने से आपमें तनाव कम होता है और आपका स्वास्थ भी सही रहता है जिससे टेस्टोस्टेरोन के स्तर में भी बदलाव आता है।
लंबे समय से चला आ रहा तनाव टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम कर सकता है, इसलिए ध्यान या गहरी सांस लेने के व्यायाम जैसे तनाव को प्रबंधित करने के तरीके खोजने से मदद मिल सकती है। तनाव शरीर में कई बीमारियों का कारण बन सकता है। अगर इसे समय रहते हुए ध्यान न दिया गया हो या नियंत्रित नही किया गया, तो यह सेक्स लाइफ को भी नुकसान पहुंचाता है।
एक आहार जिसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, स्वस्थ वसा और साबुत अनाज शामिल हों, टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। हो सके तो ज्यादा जंक और तला हुआ खाना खाने से बचें क्योंकि ये आपके टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम कर सकता है। स्वस्थ और संतुलित आहार का सेवन ही करें।
यदि आपको ऐसा लगता है कि आपके पार्टनर का टेस्टोस्टेरोन का स्तर काफी कम है, और दिनचर्या एवं आहार में बदलाव के बावजूद इसमें बढ़ोतरी नहीं हो रही, तो आप अन्य उपायों की तरफ भी जा सकते हैं। टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी ऐसा ही एक वैकल्पिक उपाय है। हालांकि, यह केवल एक योग्य डॉक्टर के मार्गदर्शन में ही किया जाना चाहिए।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जो चीजें टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकती हैं, वे सभी के लिए प्रभावी नहीं हो सकती हैं। अपने आहार या जीवनशैली में कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन करने से पहले स्वास्थ्य सेवा प्रदाता या डॉक्टर से बात करना भी महत्वपूर्ण है।
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