Big O : कहीं आप भी तो नहीं हो रहीं ऑर्गेज़्म एंग्जाइटी की शिकार!
क्या आपके साथ ऐसा कभी हुआ है कि आप ऑफिस की बात को लेकर चिंतित हों और चरमसुख यानी ऑर्गेज्म (Orgasm) तक न पहुंच पाईं हो? यकीनन कभी न कभी हर महिला के साथ यह ज़रूर होता है कि किसी बात को लेकर या दिनभर की थकान और स्ट्रेस के कारण हमारी सेक्स लाइफ प्रभावित होती है और हम ऑर्गेज्म तक नहीं पहुंच पाते हैं।
जहां एक तरफ ऑर्गेज्म एक स्ट्रेस बस्टर है तो वहीं, दूसरी तरफ कुछ महिलाएं सिर्फ यह सोचकर ऑर्गेज्म तक नहीं पहुंच पाती हैं कि ”अगर मुझे जल्दी ऑर्गेज्म नहीं हुआ तो?!” यदि आप भी सेक्स के दौरान यही सब सोच रही हैं और ऑर्गेज्म तक नहीं पहुंच पा रही हैं, तो आप ऑर्गेज्म एंग्जाइटी (Orgasm Anxiety) से जूझ रही हैं।
जानिए क्या है ऑर्गेज्म एंग्जाइटी?
ऑर्गेज्म एंग्जाइटी का मतलब है, तनाव और सेक्स के दौरान ऑर्गेज्म पर अत्यधिक ध्यान देना। यह हर किसी के लिए एक आम समस्या है और विभिन्न अंतर्निहित मुद्दों से उत्पन्न होती है। सामान्य तनाव, रिलेशनशिप प्रॉब्लेम्स, यौन रोग, और आत्म-सम्मान की हानि, ये सभी ऑर्गेज्म एंग्जाइटी को ट्रिगर कर सकते हैं। एक बार जब यह शुरू हो जाता है, तो यह अक्सर एक चक्र बन जाता है, जिससे किसी व्यक्ति के लिए सेक्स का आनंद लेना या ऑर्गेज्म तक पहुंचना कठिन हो जाता है।
वुमन सेक्सुअल्टी के अनुसार एंग्जाइटी पैटर्न (Anxiety Pattern) ऑर्गेज्म संबंधी चिंता को बढ़ा सकते हैं। तनाव और चिंता, चाहे वह सेक्स से संबंधित हो या अन्यथा, सेक्स के दौरान रिलैक्स करना मुश्किल बना देती है। ऑर्गेज्म होगा या नहीं – की चिंता, सेक्स को अपने आप में अजीब और कठिन बना सकती है, जिससे संभोग सुख तक पहुंचना अधिक कठिन हो जाता है।
थकान शारीरिक हो या मानसिक आपकी ऑर्गेज्म तक पहुंचने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। चलिये जानते हैं खुद को रिलैक्स करने के तरीके
यदि आप ज़्यादा थकान की वजह से तनाव में हैं तो स्नान करें
यदि आप ऑफिस से आकर बहुत थक गई हैं तो किसी भी सेक्स सेशन से पहले नहाने की कोशिश करें। नहाने से आपके शरीर की सारी थकान मिट जाएगी। गर्मियों में हल्के ठंडे पानी से नहाना आपको तरोताजा महसूस कराएगा। इतना ही नहीं, आपकी मेटल और सेक्सुअल हेल्थ के लिए भी यह फायदेमंद है।
खुद पर ज़्यादा ध्यान देना (Self – Consciousness)
वजन बढ़ना, रूप-रंग में बदलाव, या शरीर की अन्य समस्याएं या आत्म-सम्मान की कमी आपके लिए सेल्फ एंग्जाइटी का कारण बन सकती है। ये ऑर्गेज्म न प्राप्त करने और ऑर्गेज्म को ट्रिगर करना ज़्यादा कठिन बना सकता है। इसलिए बॉडी इशू के बारे में चिंता करना छोड़ दें।
रिश्तों में बढ़ता स्ट्रेस
बढ़ते संघर्ष और अन्य समस्याएं यौन गतिविधि में सतुष्टि प्राप्त करना मुश्किल बना देती हैं।। जब सेक्स होता है, तो रिश्ते का तनाव आपके ऑर्गेज्म को प्रभावित कर सकता है।
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बेहतर आहार और व्यायाम सभी लोगों में ऑर्गेज्म एंग्जाइटी को कम कर सकता है। स्वस्थ आहार शरीर को बेहतर ढंग से काम करने में मदद करता है। व्यायाम स्ट्रेस को कम करने में भी सहायक हो सकता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार व्यायाम और नियमित गतिविधि चिंता के लक्षणों को कम कर सकती है।
अंत में, तनाव से खुद को बचाएं। इसके अलावा, डॉ. तनय नरेंद्र उर्फ डॉ. क्यूटरस (instagram @dr_cuterus) का भी कहना है कि ऑर्गेज्म तक आसानी से पहुंचने के लिए अपने क्लिटोरिस को स्टीम्यूलेट करें, क्योंकि जर्नल ऑफ सेक्स एंड मैरिटल थेरेपी के अनुसार 80% महिलाओं को पेनिट्रेटिव सेक्स के दौरान ऑर्गेज्म नहीं होता है।
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