महिलाओं को अक्सर पेनिट्रेटिव सेक्स के दौरान दर्द का सामना करना पड़ता है। हांलाकि ये दर्द कई कारणों से हो सकता है। मगर सेक्स के दौरान प्लेजर को भूलकर दर्द के बारे में सोचना सेक्सुअल लाइफ के लिए नुकसानदायक साबित होने लगता है। अधिकतर महिलाओं को पहली बार सेक्स के दौरान दर्द का सामना करना पड़ता है। मगर धीरे धीरे सेक्स पोज़िशंस को बदलने और फोरप्ले करने से इस समस्या को सुलझाया जा सकता है। जानते हैं कि कैसे शैलो पेनिट्रेशन को अपनाकर पेनफुल सेक्स से बचा जा सकता है।
इस बारे में सेक्सुअल हेल्थ एजुकेटर सीमा आनंद बताती हैं कि वेजाइना एक सीधी टयूब के समान नहीं है। योनि में एक बेण्ड यानि झुकाव आता है, जिससे सेक्स के दौरान दर्द का सामना करना पड़ता है। इससे राहत पाने के लिए कुछ ऐसी पोज़िशंस को अपनाएं, जिससे वेजाइना थोड़ा सा सीधा हो सके और दर्द से राहत मिल पाएं। इसके अलावा ल्यूब्रिकेंटस की मदद से भी पेनफुल सेक्स की समस्या को सुलझाया जा सकता है। अधिकतर महिलाओं को अपने जीवनकाल में पेनफुल सेक्स का सामना करना पड़ता है। सीमा आनंद बताती हैं कि ये दर्द केवल योनि तक सीमित नहीं रहता है बल्कि कहीं न कहीं दिमाग में बैठ जाता है।
सेक्सुअल हेल्थ एजुकेटर सीमा आनंद के अनुसार महिलाएं सेक्स से पहले दर्द के बारे में सोचने लगती हैं। इससे उनकी माइंड में प्रैशर बनने लगता है, जिससे योनि और टाइट हो जाती है। ऐसे में प्रवेश प्रणाली में बदलाव लाकर इस दर्द से बचा जा सकता है। इसके लिए ल्यूब लगाकर वेजाइना के बेंण्ड के पास आकर रूक जाएं यानि डीप पेनिट्रेशन न करें। इस विधि को शैलो पेनिट्रेशन कहा जाता है।
इसके अलावा दोनों हाथों से मुट्ठी बनाकर वेजाइना के आसपास रख ले। इससे वेजाइना के अंदर जाने को नियंत्रित किया जा सकता है। शैलो पेनिट्रेशन की मदद से धीरे धीरे महिलाएं मेंटली मज़बूत बनने लगती है। इससे डीप पेनिट्रेशन में मदद मिलती है और पेनफुल सेक्स का समाधान होने लगता है।
पेनफुल सेक्स से बचने के लिए ल्यूब का अवश्य प्रयोग करें। इससे पेनिट्रेशन आसान हो जाता है। इसके लिए दोनों पार्टनर्स को ल्यूब का इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि महिलाओं में सेक्स के दौरान होने वाले दर्द से बचा जा सके। सेक्स के दौरान नेचुरल ल्यूब्रिकेंट का इस्तेमाल करे। इससे एलर्जी के खतरे से बचा जा सकता है।
शुरूआत में अक्सर पेनफुल सेक्स के कारण प्लेजर की प्राप्ति नहीं हो पाती है। ऐसे में शैलो पेनिट्रेशन की मदद लें। इसके लिए वेजाइना में डीप जाने की बजाय, जहां तक पेन न हो, वहीं तक इंसर्ट करे। इससे दर्द से बचा जा सकता है। इस दौरान दोनों हाथों को वेजाइना के पास टिकाकर रखें, ताकि दर्द को नियंत्रित किया जा सके।
सेक्सुअल हेल्थ एजुकेटर सीमा आनंद बताती हैं कि मिशनरी पोजीशन की मदद से पेनिट्रेशन के दर्द को कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए तकिए को कमर के नीचे टिकाकर आरामदायक पोज़िशन में आएं और फिर ल्यूब का प्रयोग करें और शैलो पेनिट्रेशन से शुरूआत करें।
पेनिट्रेशन के लिए जल्दबाज़ी करना दर्द का कारण बनने लगता है। दरअसल वेजाइना में अप्स एंड डाउन महसूस होने लगते हैं। ऐसे में योनि में डीप पेनिट्रेशन दर्द का कारण साबित होती है। जहां तक खुद को रिलैक्स महसूस करें, वहीं तक पेनिट्रेट करें।
ये भी पढ़ें- इन 5 कारणों से सेक्स के दौरान और बाद में हो सकता है आपकी मांसपेशियों में खिंचाव