सेक्स को लेकर एक तरफ हमारे समाज में इतने सारे टैबूज (Sex taboos) हैं। वहीं दूसरी तरफ कभी-कभी हम उस व्यक्ति के साथ भी सेक्स में शामिल हो जाते हैं, जो हमारी भावनात्मक और यौन जरूरतों को ठीक से समझ ही नहीं पाता। सेक्स को लेकर सभी की अपनी-अपनी पसंद और प्राथमिकता हो सकती है। कुछ लोग हर रोज़ सेक्स करना पसंद करते हैं, तो कुछ के लिए यह एक लेज़र एक्टिविटी है और वे इसे वीकेंड या फुर्सत में ही करना पसंद करते हैं। पर क्या कभी आपने सेक्स से ब्रेक लेने के बारे में सोचा है? जी हां, ब्रेक यानी सेक्स डिटॉक्स (Sex detox)। विशेषज्ञ इसे इमोशनल और सेक्सुअल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद मानते हैं।
कभी-कभी सेक्स किसी के लिए उन डेली रुटीन का हिस्सा बन जाता है, जिसे उसे हर हाल में करना ही है। जिसकी वजह से न केवल मानसिक स्वास्थ्य, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है। हेल्दी रिलेशनशिप और हेल्दी बॉडी के लिए सेक्स जरुरी है, परन्तु उसे बोझ समझकर किया जाना, उल्टा असर करता है।
जिस प्रकार किसी भी चीज की अधिकता हानि पहुंचती है, ठीक उसी प्रकार सेक्स की अधिकता भी आपके लिए नुकसानदेह हो सकती है। तब आपके काम आता है सेक्स डिटॉक्स। आज हेल्थशॉट्स के इस लेख में जानते हैं क्या है सेक्स डिटॉक्स और यह आपके लिए कैसे फायदेमंद हो सकता है।
हेल्थ शॉट्स ने सेक्स डिटॉक्स के विषय पर “टू फैट टू लाउड टू एंबिशियस” की ऑथर देविना कौर से बातचीत की। तो चलिए जानते हैं इस पर क्या है उनकी राय।
यह कहावत हम सालों से सुनते आ रहे हैं, कि जिस भी चीज पर हमारा नियंत्रण नहीं होता वह हमें बर्बाद कर देती है। सेक्सुअल प्लेजर और सेक्सुअल एडिक्शन पर भी यह बात लागू होती है। सेक्सुअल डिटॉक्स आपको कुछ दिन के लिए सेक्स से ब्रेक लेने की अनुमति देता है। पहले भी बहुत सारे लोग किन्हीं खास दिनों में सेक्स करने से परहेज किया करते थे। इसी को आधुनिक भाषा में सेक्स डिटॉक्स कहा जाता है।
यह छोटा सा ब्रेक आपके शरीर, भावनाओं और आत्मा को डिटॉक्स करते हुए रिफ्रेश रहने में मदद करता है। साथ ही आपको शारीरिक एवं मानसिक रूप से पूरी तरह से हील होने में भी मदद करता है।
सेक्सुअल डिजायर पर नियंत्रण पाने के लिए मेडिटेशन का अभ्यास करना बहुत जरूरी है। सेक्स डिटॉक्स के दौरान महिलाओं को प्लेजर प्राप्त करने के लिए अन्य साधन जैसे कि योग, मेडिटेशन और रचनात्मक गतिविधियों को अपना साथी बनाना चाहिए।
इसके साथ ही आप खेल की मदद भी ले सकती हैं। यह एक स्थायी समाधान नहीं है, परंतु आपकी चेतना को अगले चरण तक पहुंचाने के लिए इन गतिविधियों का सहारा लेना उचित रहेगा।
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देविना कौर कहती हैं, “सेक्स डिटॉक्सीफिकेशन आपको सेक्स करने के लिए दबाव महसूस करने से बचाता है। आमतौर पर महिला हों या पुरुष कई बार दोनों ही सेक्स को लेकर दवाब महसूस करते हैं। उन्हें लगता है की पार्टनर को मना नहीं कर सकते ऐसे में मन न होने के बाबजूद भी उन्हें सेक्सुअल गतिविधियों में भाग लेना पड़ता है।
हो सकता है कभी किसी एक पार्टनर का मूड खराब हो या हो सकता है उन्हें किसी तरह की शारीरिक समस्या हो, या वह एंग्जायटी या डिप्रेशन से जूझ रहे हों। आमतौर पर ऐसे मामलों में, पार्टनर को इन स्थितियों से निपटने के लिए सेक्स डिटॉक्स करने की जरुरत होती हैं।”
हालांकि, ऐसी स्थिति में और भी बहुत चीजे मायने रखती हैं। परन्तु सेक्स के प्रेशर को कम करते हुए कम से कम आप अपने पार्टनर की एक परेशानी तो दूर कर सकती हैं।
विशेषज्ञों की माने तो सेक्स डेटॉक्स एक-दूसरे के लिए लालसा को बढ़ा देता है और आपको वापस से अपने पार्टनर के प्रति पूरी तरह पैसोनेट होने में मदद करता है। इस विषय पर लेखक इयान केर्नर ने अपनी किताब, “सेक्स डिटॉक्स” में, बताया हैं प्यार, सेक्स और डेटिंग के संबंध में, अपने पार्टनर के साथ हम आसानी से शारीरिक गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं परन्तु एक समय के बाद कहीं न कहीं यह उबाऊ होने लगता है। जिस प्रकार आप हर रोज बाहर डिनर पर नहीं जा सकती ठीक उसी प्रकार नियमित सेक्स आपके ऊपर एक बोझ बन जाता है। सेक्स डेटॉक्स सेक्स को खास बना देता है और आप इसे अधिक एन्जॉय कर पाती हैं। साथ ही आप और आपके पार्टनर एक दूसरे के साथ सेक्स करने के लिए एक्साइटेड रहते हैं।
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हर रिश्ते में शारीरिक नजदीकियां जरुरी है। परन्तु आजकल फिजिकल कनेक्टिविटी के चक्कर में हम कहीं न कहीं अपने पार्टनर के भावनात्मक आवश्यकताओं को समझने में असमर्थ होते जा रहे हैं।
सेक्स डिटॉक्स यानि की सेक्स से कुछ दिनों का ब्रेक लेना पार्टनर्स को एक दूसरे की भावनात्मक जरूरतों का पता लगाने के लिए पर्याप्त समय देता है। यदि आपके रिश्ते में समस्याएं ]हैं या किसी तरह के भावनात्मक मुद्दे हैं जो आपको परेशान कर रहे हैं, तो शारीरिक अंतरंगता से एक ब्रेक व्यक्ति को अपनी भावनात्मक जरूरतों को व्यक्त करने और अपने साथी के साथ संवाद को बनाये रखने में मदद करता है।
विशेषज्ञों की माने तो सेक्स डिटॉक्स डेटिंग या रिश्ते के शुरुआत में दोनों व्यक्ति को एक-दूसरे को बेहतर तरीके से जानने और समझने की अनुमति देता है। शारीरिक संबंध और इंटिमेसी रिश्ते में बहुत ज्यादा मायने रखती है परन्तु जब आप किसी नए रिश्ते की शुरुआत कर रही होती हैं, तो अन्य एक दूसरे को भावनात्मक रूप से समझना सबसे ज्यादा जरुरी है।
इसलिए रिश्ते की शुरुआत में सेक्स डेटॉक्स आपके लॉन्ग टर्म रिश्ते की नीव तैयार कर सकता है। साथ ही साथ आप एक दूर को लेकर अधिक एक्साइटेड रहती हैं।
नियमित रूप से सेक्स करने से कोई खास परेशानी नहीं होती परन्तु यदि शरीरी के किसी अंग को आराम न मिले तो वह अंग कहीं न कहीं नकारात्मक रूप से प्रभावित हो जाता है। ठीक इसी प्रकार आपकी योनि को भी आराम की आवश्यकता होती है, ऐसे में सेक्स डिटॉक्स आपको वेजाइनल केयर के लिए पर्याप्त समय देता है। कई बार रेगुलर सेक्स वेजाइनल इचिंग और इन्फेक्शन का कारण बन जाता है। यदि आप सेफ सेक्स कर रही हैं फिर भी योनि स्वास्थ्य के प्रभावित होने का खतरा बना रहता है। कंडोम पर लगा ल्यूब भी आपके वेजाइनल स्किन को इर्रिटेट कर सकता है।