खुद को फिट रखने के लिए हम रोज एक्सरसाइज करते हैं। एक्सरसाइज ब्रेन हेल्थ, हार्ट हेल्थ के साथ-साथ पूरे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है। धीमी गति के साथ-साथ मध्यम और तेज गति वाले एक्सरसाइज भी हम करते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि सेक्स भी हमारे लिए एक्सरसाइज का काम कर सकते हैं। शोध तो कुछ ऐसा ही बताते हैं। सेक्स से कैलोरी बर्न होती (sex for calorie burn) है। यह एक व्यायाम (Sexercise) की तरह है।
हार्वर्ड हेल्थ जर्नल में प्रकाशित शोध आलेख के अनुसार, स्टडी में यह साबित हुआ है कि पुरुषों ने सेक्स के दौरान लगभग 101 कैलोरी या प्रति मिनट 4.2 कैलोरी बर्न की। वहीं दूसरी ओर महिलाओं ने सेक्स के दौरान लगभग 69 कैलोरी या प्रति मिनट 3.1 कैलोरी बर्न की। स्टडी के मुताबिक यह माना गया है कि सेक्स के दौरान अधिक कैलोरी बर्न करने के लिए ओर्गाज्म (Orgasm) को हासिल करना और लंबे समय तक टिके रहना जरूरी है।
जर्नल ऑफ़ एजुकेशन एंड हेल्थ प्रोमोशन में अमेरिकी यूनिवर्सिटी की शोधकर्ता एल एम जिनी का फिजिकल एक्टिविटी और सेक्स का तुलनात्मक अध्ययन प्रकाशित हुआ। इसके अनुसार, एक रेगुलर इंटरवल पर सेक्सुअल एक्टिविटी में भाग लेने वाली महिलाओं में मोटापा घटने और वेट मैनेजमेंट हो पाने की बात कही गयी। इसके अनुसार, सेक्स सेशन जितना लंबा होगा, उतनी ही अधिक कैलोरी बर्न हो पाएगी।
जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, जिन लोगों ने सप्ताह में 10 बार सेक्स किया, उनलोगों ने उस एक सप्ताह में लगभग 1000 कैलोरी बर्न कर ली। इसके आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया कि यदि कोई व्यक्ति सप्ताह में 100 बार सेक्स कर पाता है, तो वह आसानी से लगभग 10000 कैलोरी बर्न कर पायेगा। यदि जिम में पसीना बहाने की बात की जाये, तो 7 मिनट का सेक्स जिम में 1 घंटे 30 मिनट के बराबर ((sex for calorie burn) हो सकता है। हालांकि इतना अधिक सेक्स स्वास्थ्य के लिए जोखिमकारक भी हो सकता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, सप्ताह में एक बार सेक्स को सामान्य माना जाता है। यह उम्र पर भी निर्भर कर सकता है। 20- से 30-वर्ष के कपल के बीच सप्ताह में दो बार हो सकता है। यदि उम्र का आंकडा 40- 50 वर्ष के बीच है, तो सप्ताह में 1 बार काफी है।
हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, सेक्स व्यायाम की तरह है। यह ब्लड प्रेशर को कम करता है। हृदय रोग के जोखिम को कम कर हार्ट हेल्थ में सुधार कर सकता है। के एक अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों ने दिल का दौरा पड़ने के बाद प्रति सप्ताह एक से अधिक बार सेक्स करते थे, उनके मोरटीलिटी के जोखिम में 27% की कमी देखी गई। यह भी माना गया कि यदि हम फिट रहने के लिए कोई एक्सरसाइज करते हैं, तो यौन अंगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। सेक्सुअल फंक्शन अच्छी तरह काम करते हैं।
स्पोर्ट्स मेडिसिन जर्नल के अनुसार, सेक्सुअल एक्टिविटी व्यायाम का एक रूप है। इसमें मजबूत बायोलोजिकल और इवोल्यूशनरी कॉम्पोनेन्ट होते हैं। कुछ अध्ययनों ने सेक्सुअल बेहेवियर को व्यायाम का ही एक रूप बताया गया है। सेक्स कई तरह के न्यूरोट्रांसमीटर को सक्रिय करता है।
जो कपल्स सेक्सुअली अधिक एक्टिव थे, उनमें सेक्सुअली कम एक्टिव रहने वालों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। शोधकर्ताओं ने पाया कि सप्ताह में कम से कम एक बार सेक्स करने से संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली, विशेष रूप से कम्युनिकेशन करने के तरीकों में सुधार देखा गया। यदि महिलाओं के लिए सेक्स के लाभ को देखा जाये, तो इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल हो पाता है। यह न केवल हमारे दिमाग, बल्कि शरीर के कई अन्य अंगों को प्रभावित करता है।