सेल्फ प्लेजर के लिए हम सभी मास्टरबेशन की प्रक्रिया अपनाते हैं। हालांकि, जिस प्रकार किसी भी चीज की अधिकता हानिकारक होती है, उसी प्रकार यदि आप जरूर से ज्यादा मास्टरबेशन कर रही हैं तो यह आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है। परंतु यदि आप इसे नियंत्रित रूप से करती है तो यह आपकी सेहत के लिए कई रूपों में फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा मास्टरबेशन करते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना भी बेहद महत्वपूर्ण जैसे कि हाइजीन। यदि आप मास्टरबेशन के दौरान उचित बातों का ध्यान नहीं रखती हैं, तो इन्फेक्शन जैसी परेशानियों का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में मास्टरबेशन करने के साथ-साथ इसे करने का सही तरीका मालूम होना जरूरी है।
सेक्स बुक की ऑथर, दी डिलाइटफुल इंटिमेसी ब्रांड की फाउंडर और सेक्स एजुकेटर लिजा मंगलदास ने मास्टरबेशन के फायदे बताते हुए इसे करने के सही तरीके पर बात की है। तो चलिए जानते हैं मास्टरबेशन के कुछ हेल्दी टिप्स (Hygiene tips for masturbation)।
क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर भावना बर्मी के अनुसार मास्टरमेशन के दौरान डोपामाइन और एंडोर्फिन रिलीज होता है, जो प्लेजर प्राप्त करने में मदद करता है। डोपामिन एक प्रकार का न्यूरोट्रांसमीटर है जो स्ट्रेस कम कर मुड़ इंप्रूव करने में आपकी मदद कर सकता है।
रेगुलर सेक्स वेजाइनल ड्राइनेस को कम करने में मदद करता है, क्योंकि इस दौरान रिलीज होने वाला वेजाइनल डिसचार्ज वेजाइना को मॉइश्चराइज रखता है। ठीक इसी प्रकार मास्टरबेशन भी महिलाओं में वेजाइनल ड्राइनेस में सुधार कर सकता है।
मास्टरबेशन हो या सेक्स दोनों के दौरान रिलीज होने वाले ऑर्गेज्म मांसपेशियों में ऐंठन पैदा करते हैं, साथ ही हार्ड रेट और ब्रीदिंग को बढ़ा देते हैं, जिसके कारण थकान महसूस होता है और आपको एक बेहतर नींद प्राप्त करने में मदद मिलती है।
मास्टरबेशन के दौरान शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स का प्रोडक्शन बढ़ जाता है और शरीर में जितना ज्यादा वाइट ब्लड सेल्स होगा इम्यूनिटी उतनी बेहतर तरीके से काम करती है। इन इम्यूनिटी बूस्टिंग सेल्स के इंप्रूव होने से शरीर के संक्रमित होने का खतरा कम हो जाता है।
हाथों पर विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया, वायरस, धूल गंदगी आदि चिपके होते हैं। ऐसे में मास्टरबेशन से पहले अपने हाथ को अच्छी तरह साफ करना न भूलें, अन्यथा बैक्टीरिया और जर्म्स वेजिना में आसानी से प्रवेश कर और आपको इन्फेक्शन का शिकार बना सकते हैं। इसके अलावा मास्टरबेशन के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह साफ करें, यह बिल्कुल बेसिक हाइजीन टिप है जिसकी जानकारी सभी महिलाओं को होनी चाहिए।
ज्यादातर महिलाएं मास्टरबेशन के लिए अपने हाथ और उंगलियों का इस्तेमाल करती हैं ऐसे में हाथ साफ कर लेना काफी नहीं है, आपको अपने नाखूनों की सफाई पर भी ध्यान देने की पूर्ण आवश्यकता है। आखिर बड़े और खूबसूरत नाखून किसे पसंद नहीं होते, परंतु इसमें तमाम कीटाणु और जर्म्स जमा हो सकते हैं। वेजाइना की त्वचा बेहद संवेदनशील होती है, ऐसे में यदि आप बड़े नाखून से मास्टरबेट कर रही हैं तो वेजाइनल कट का खतरा बना रहता है।
इसके अलावा फिंगर इंसर्ट करते वक्त आपकी वेजाइना की अंदरूनी त्वचा भी छिल सकती है, साथ ही साथ इन्फेक्शन और जर्म्स के वजाइना में प्रवेश करने का खतरा भी बढ़ जाता है। जो वेजाइनल इनफेक्शन, इन्फ्लेमेशन आदि के खतरे को बढ़ा देते हैं। साथ ही इससे एसटीडी होने का खतरा भी बना रहता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण है कि आपके नाखून पूरी तरह से साफ और छोटे हों।
यदि आपने अभी-अभी मास्टरबेट करना शुरू किया है तो आपको अपनी उंगलियों का इस्तेमाल करना चाहिए। बाद में आप प्लेजर के लिए सेक्स टॉय को शामिल कर सकती हैं। वहीं एक सही सेक्स टॉय का चयन करना भी बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए इस पर रिसर्च करें और सही सेक्स टॉय चुने इसके साथ ही आप चाहे तो सेक्स टो चूस करने में अपनी गाइनेकोलॉजिस्ट की मदद ले सकती हैं।
लेटेक्स, प्लास्टिक जैसे सेक्स टॉय आसानी से धूल, गंदगी, बैक्टीरिया को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। ऐसे में इन्हें इस्तेमाल करने से पहले अच्छी तरह साफ करना करें अन्यथा आपकी अन्यथा जिस प्रकार आपकी उंगलियों से इंफेक्शन हो सकता है उसी प्रकार सेक्स टॉय भी इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं। इस पर लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करती हैं तो इसे इस्तेमाल के बाद फौरन साफ करें और दोबारा इस्तेमाल करने से पहले भी इसे साफ करना महत्वपूर्ण है।
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मल्टीपल लुब्रिकेंट वेजाइना और रेक्टम के सेल लाइनिंग को डैमेज कर सकते हैं, जिसकी वजह से एसटीआई का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा केमिकल युक्त लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करने से कई बार महिलाओं को एलर्जी रिएक्शन का सामना करना पड़ता है। ऐसे में ल्यूब का चयन सोच समझ कर करें। यदि आप पूरी तरह सुरक्षित रहना चाहते हैं, तो घरेलू ल्यूब जैसे कि कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं।
कई महिलाएं मास्टरबेशन के लिए जुकिनी, खीरा, केला आदि जैसे फल और सब्जियों का इस्तेमाल करती हैं। यदि आप भी उनमें से एक हैं तो फौरन ऐसा करना बंद कर दें। इन पर कई सारे पेस्टिसाइड स्प्रे किए जाते हैं यदि आप यह सोचती हैं कि इसे पानी से साफ करने से इस पर मौजूद बैक्टीरिया और जर्म खत्म हो जाते हैं, तो यह पूरी तरह गलत है। यह आपकी वेजाइना को गंभीर संक्रमण का शिकार बना सकते हैं। इसलिए किसी भी स्थिति में इनका इस्तेमाल करने से बचें।
जिस प्रकार पेनिट्रेटिव सेक्स के बाद यूरिन पास करने को प्राथमिकता दी जाती है, ठीक उसी प्रकार मास्टरबेशन के बाद भी आपको यूरिन पास करना चाहिए। ऐसा करने से वेजाइना में मौजूद बैक्टीरिया और जर्म ब्लैडर में प्रवेश किये बिना बाहर निकल आते हैं और संक्रमण का खतरा बिल्कुल कम हो जाता है।
मास्टरबेशन के दौरान जब आप वेजाइना के साथ गतिविधियां कर रही होती हैं, तो उस दौरान अपने हाथ और उंगलियों के साथ सेक्स टॉय से एनल एरिया को स्टिम्युलेट न करें। ऐसे में एनल बैक्टीरिया के वेजाइना में प्रवेश करने से यूटीआई और अन्य संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
ज्यादातर महिलाएं पीरियड्स के दौरान मास्टरबेशन को अवॉइड करती हैं परंतु पीरियड्स में मास्टरबेट करना बिल्कुल भी नुकसानदेह नहीं है। बल्कि यह पीरियड्स के दर्द से राहत पाने में आपकी मदद कर सकता है। इस दौरान वेजाइनल संक्रमण होने का खतरा अधिक होता है इसलिए मास्टरबेट करते वक्त हाइजीन का विशेष ध्यान रखें। यदि आप टैम्पोन या मेंस्ट्रूअल कप का इस्तेमाल करती हैं, तो मास्टरबेट करने से पहले इन्हें निकालना न भूलें। इस दौरान की जाने वाली गतिविधियां आपके टैम्पोन को अंदर की ओर धकेल सकती है। जिससे कि इसे बाहर निकलना मुश्किल हो सकता है।
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