गर्मियों के मौसम में प्यूबिक हेयर ग्रोथ इचिंग, दुर्गध और पसीने का कारण बन जाते हैं। वेजाइनल हाइजीन को बनाए रखने के लिए समय समय पर इन्हें रिमूव करना बेहद ज़रूरी है। इन्हें ट्रिम करने के लिए कुछ लोग शेविंग क्रीम तो कुछ जेल का प्रयोग करते हैं। अगर आप इन्हें नियमित तौर पर ट्रिम नहीं करते हैं, तो इससे बैक्टीरियल इंफे्क्शन (Bacterial Infection) का खतरा बना रहता है। बहुत सी महिलाएं इस बात से बेखबर हैं कि इन्हें किस प्रकार से ट्रिम या रिमूव (Pubic hair removal) किया जा सकता है।
बहुत सी महिलाएं प्यूबिक हेयर रिमूव(Pubic hair) करने से बचती हुई नज़र आती है। इस बारे में कंस्लटेंट डर्माटोलॉजिस्ट डॉ रिंकी कपूर का कहना है कि प्यूबिक हेयर रिमूव करने से कई प्रकार के संक्रमण, एलर्जी और स्किन इरिटेशन से बच सकते हैं। इसके अलावा स्मूद वेजाइना होने से आप खुद को ज्यादा कांफिडेंट फील करने लगते हैं। नियमित तौर पर वेजाइना के बाल रिमूव करने से बैक्टिरियल इंफेक्शन का खतरा कम होने लगता है। आप खुद को क्लीन और हैप्पी फील करते हैं।
वेजाइनल एरिया (Vaginal area) में होने वाली खुजली और इरिटेशन से बच सकते हैं। वेजाइनल हेल्थ को बनाए रखने के लिए प्यूबिक हेयर रिमूव करना बहुत ज़रूरी है। इससे आप स्वस्थ्स महसूस करती है। इससे सेक्स के दौरान बाल खिंचने का खतरा नहीं रहता है। आप हेल्दी सेक्सुअल लाइफ एंजॉय कर पाती है। साथ ही इससे पार्टनर को भी किसी संक्रमण का खतरा नहीं रहता है।
इससे प्यूबिक हेयर में प्यूबिक लाइस का खतरा बना रहता है। प्यूबिक लाइस को क्रैब भी कहा जाता है, जो सेक्सुअल कांटेक्ट (Sexual contact) के दौरान एक दूसरे में फैलते हैं। प्यूबिक लाइस एक तरह के किटाणु होते हैं, जो जेनिटल एरिया की स्किन पर पाए जाते हैं। ये स्किन से पूरी तरह चिपके होते हैं। जो खून को पीकर बढ़ने लगते है। आकार में छोटे होने के कारण ये आसानी से नज़र नहीं आते हैं।
बालों को काटने के लिए कैंची का उपयोग कर सकते हैं। दरअसल, कैंची डायरेक्टली त्वचा के संपर्क में नहीं आती है। इससे चोट या घाव का खतरा कम होता है। प्यूबिक हेयर को हटाने के लिए छोटी कैंची का इस्तेमाल करें। इस्तेमाल करने से पहले उसे धोकर साफ कर लें। ध्यान रखें कि पूरी रोशनी में बालों को काटें।
बालों को हटाने के लिए शेविंग रेज़र का प्रयोग करना सबसे सेफ है। रिमूव करने के लिए छोटे रेज़र ही उपयोग में लाने चाहिए। इससे स्किन कटने का जोखिम कम हो जाता है। इसके इस्तेमाल के दौरान सावधानी बरतना ज़रूरी है। शेविंग से पहले फोमिंग जेल अप्लाई करें और स्किन को टाईट पकड़ें और फिर जिस डायरेक्शन में बालों की ग्रोथ हुई हैं, वहीं से रेज़र को प्रयोग करना शुरू करें।
वैक्सिंग करने से बाल जड़ से अलग हो जाते है। ये प्रोसेस बेहद दर्दनाक है। इस तरह बाल रिमून करने से बालों के दोबारा बढ़ने पर कम खुलजी का अनुभव होता है। सेंसिटिव स्किन के निए ये हानिकारक भी साबित हो सकती है। इसके लिए पहले स्किन टाइप को पहचानना ज़रूरी है।
सबसे पहले वेजाइन और प्यूबिक हेयर को धोएं। इसके लिए आप माइल्ड इंटिमेट वॉश का प्रयोग कर सकती है। गीले बालों को काटना आसान होता है। इन्हें धोने के बाद आप छोटी कैंची, रेजर या ट्रिमर का प्रयोग कर रही है। उन्हें भी क्लीन कर लें। इससे संक्रमण का जोखिम कम हो जाता है।
अब प्यूबिक हेयर को गीला करने के बाद उस पर जेल या शेविंग क्रीम को अप्लाई करें और फिर धीरे धीरे उन्हें काट लें। आप चाहें, तो बड़े मिरर यानि शीशे के सामने खड़े होकर अपने बालों को काट सकती है। इससे घाव होने या कट लगने का खतरा नहीं रहता है। रेज़र और कैंची को जितना संभव हो दूर रखें।
प्यूबिक हेयर हटाने के बाद स्किन की ड्राइनेस को दूर करने के लिए क्रीम ज़रूर अप्लाई करें। क्रीम लगाने से स्किन को नरिशमेंट मिलती है और खुलजीए जलन व इरिटेशन से भी राहत मिल जाती है। आप मॉइश्चराइजर के तौर पर क्रीम, एलोवेरा जेल या फिर नारियल का तेल भी प्रयोग कर सकते हैं।
प्यूबिक हेयर कोटने के बाद ढ़ीली और कॉटन की पैटी ही पहनें। इससे वेजाइनल एरिया पर हेयर रिमूवल के बाद होने वाली इरिटेशन से बचा जा सकता है। टाइट पैंटी पहनने से रेडनेस का खतरा रहता है। लूज़ पैटी पहनने से आप खुद को रिलैक्स महसूस करती हैं।
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