अभी भी भारतीय समाज में हमारे प्रजनन अंगों के बारे में किसी भी तरह की चर्चा करना वर्जित है। यही वजह है कि कुछ बुनियादी चीजों के अलावा हमें हमारी योनि के फंक्शन के बारे में कुछ भी बताया नहीं गया है। जो कुछ भी हम जानते हैं, उनमें से भी बहुत कुछ ऐसा है, जो सिर्फ इधर-उधर से सुना है। यानी उसमें कितनी सच्चाई है यह भी नहीं पता।
खैर, मूलत: आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आप अपने इंटीमेट एरिया की सफाई कैसे कर सकती हैं, पीएच संतुलन को कैसे बनाए रखना है और प्यूबिक एरिया के बालों की क्या जरूरत है। लेकिन, हम शर्त लगा सकते हैं कि आप अपनी वेजाइना के बारे में वह सब नहीं जानती होंगी, जो आज हम आपको बताने जा रहे हैं-
आपको डर है कि आपका टेंपोन अंदर जाकर खो जाएगा। तो टेंशन न लें, आपकी योनि कोई डार्क होल नहीं है कि वहां सब गुम हो जाएगा।
लेकिन, टैम्पन का उपयोग करते समय सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि ये वहां फंस सकता है। ऐसी स्थिति में, आपको तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
पैल्विक फ्लोर वर्कआउट जैसे केगेल अभ्यास पैल्विक फ्लोर मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं। इसके साथ ही इनसे मूत्राशय, गर्भाशय, मलाशय, और छोटी आंत को भी मजबूत बनाने में मदद मिलती है। यह आपको लीकी ब्लेडर से छुटकारा दिलाने में भी मदद कर सकते हैं।
स्वस्थ पीएच स्तर को बनाए रखने वाले बैक्टीरिया की वजह से हर महिला की योनि की एक अलग गंध होती है और यह पूरी तरह से सामान्य है। हालांकि, आप जो खाती हैं उसका असर भी इस पर पड़ता है।
लहसुन, प्याज, और मछली तेज गंध वाले खाद्य पदार्थ हैं। जिनके सेवन से आपकी योनि की गंध भी प्रभावित हो सकती है। इसके विपरीत, ऐसा माना जाता है कि अनानास जैसे खाद्य पदार्थ खाने से आपकी योनि से मिठास भरी गंध आने लगती है।
जी स्पॉट एक्स्ट्रीम रहस्य वाला स्थान है, जो यौन उत्तेजना के प्रति संवेदनशील माना जाता है। सेक्सुअल एंड मेरिटल थेरेपी पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के वैज्ञानिकों ने एक नए A स्पॉट को खोज निकाला है। जिसे एंटीरियर फॉरनिक्स इरोजन्स जोन (anterior fornix erogenous zone) कहा जा रहा है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस स्पॉट को 10 से 15 तक उत्तेजित करने से तत्काल ऑर्गेज्म मिल सकता है।
भगशेफ (clitoris) को 8,000 स्पर्श-संवेदनशील नर्व्स का एंडिंग पॉइंट माना जाता है, जो ज्यादातर महिलाओं को ऑर्गेज्म तक पहुंचने में मदद करता है।
जब आप उत्तेजित नहीं होती हैं, तो योनि वास्तव में काफी छोटा हो जाती है, जिसका आकार 3 से 4 इंच तक होता है। लेकिन, जब आप उत्तेजित होती हैं, तो इसका आकार 200 प्रतिशत तक बढ़ जाता है, यानी यह लगभग 6 या 7 इंच तक की हो सकती है।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि, उत्तेजना के दौरान, योनि का ऊपरी हिस्सा बढ़ने लगता है और गर्भाशय तक प्रवेश की सुविधा के लिए वह थोड़ा पुश होने लगती है।
यह आम धारणा है कि योनि में गीलेपन का मतलब है कि व्यक्ति सेक्स चाहता है, जिसके बारे में अब भी झिझक महसूस की जाती है। पर ऐसा नहीं है कई अन्य कारणों से भी आपका वेजाइनल एरिया गीला हो सकता है। आपके वल्वा में मौजूद स्वैट ग्लैंड्स भी इसे गीला कर सकती हैं और कभी-कभी आपका पेशाब भी।
कभी-कभी टच करने से भी आपकी योनि खुद ब खुद ल्युब्रिकेशन शुरू कर देती है। भले ही आप सेक्सुअली उत्तेजित न हों। वैज्ञानिक इसके लिए अराउजल नॉन कॉन्कॉर्डेंस (arousal non-concordance) टर्म का इस्तेमाल करते हैं। जिसमें शारीरिक और मानसिक उत्तेजना के बीच सामंजस्य नहीं होता। आपकी योनि में आया चिकनापन जरूरी नहीं है कि वह सहमति का संकेत हो।
जैसे-जैसे आप बूढ़ी होने लगती हैं आपकी योनि भी बदलने लगती है। चाहे इसका कारण एस्ट्रोजन या कोलेजन का घटता जाना हो, पर यह सच है कि उम्र के साथ आपकी वेजाइना पर भी झुर्रियां आने लगती हैं। आपको भले ही अजीब लगे पर यह वास्तव में सामान्य है।
तो, अपनी योनि को थोड़ा और जानने के बाद आप कैसा महसूस कर रहीं हैं? हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं!