लॉग इन

कंसीव करना चाहती हैं तो ज़रूरी है सेक्स और ओव्यूलेशन से जुड़े इन 6 मिथ्स को दूर करना 

बात जब परिवार बढ़ाने की हो या ओव्यूलेशन की, महिलाओं के बीच इससे जुड़ी ढेर सारी भ्रांतियां पहले से ही चल आ रही होती हैं। चलिए एक्सपर्ट से जानते हैं इनमें कितनी है सच्चाई। 
जानें ओवल्यूशन से जुड़े मिथ और उनके सच के बारे में, चित्र:शटरस्टॉक
शालिनी पाण्डेय Updated: 12 Sep 2022, 11:48 am IST
ऐप खोलें

यदि आप कंसीव करने की कोशिश कर रहे हैं, तो यह समझना बेहद ज़रूरी हो जाता है कि ओव्यूलेशन कैसे काम करता है, जिससे आपके गर्भवती होने की संभावना बढ़ सके।  शोध से पता चलता है कि गर्भाधान के बारे में किए गए 40% दावे गलत हैं। स्त्री यौन एवं प्रजनन संबंधी समस्याओं पर जागरूकता लाने वाली डॉक्टर क्यूटरस ने हाल ही में अपनी एक इन्स्टा पोस्ट में फर्टिलिटी और ओव्यूलेशन पीरियड पर बात करते हुए इससे जुड़े मिथ और तथ्य साझा किया।

1 मिथ – आप हमेशा अपने मासिक चक्र के 14वें दिन ओव्यूलेट करती हैं

तथ्य:

 मासिक धर्म चक्र की अवधि हर महिला में भिन्न होती है, लेकिन यह औसतन हर 28 दिनों का होता है। चक्र कितना भी लंबा या छोटा क्यों हो, ओव्यूलेशन आमतौर पर अगली अवधि की शुरुआत से लगभग 10-16 दिन पहले होगा। 

ओव्यूलेशन कैलकुलेटर पर एक नज़र डालें , जो आपके मासिक धर्म चक्र के बारे में जानकारी का उपयोग कर बताता है कि आपका ओव्यूलेशन पीरियड कब है। आप इसके लिए हेल्थ शॉट्स का पीरियड ट्रैकर भी इस्तेमाल कर सकती हैं, जो आपकी ओव्यूलेशन के हाई या मीडियम चांस वाले दिन बताता है। 

2 मिथ – आप केवल तभी गर्भवती हो सकती हैं, जब आप ओव्यूलेशन के दिनों में  सेक्स करें।

तथ्य:

हालांकि यह सच है कि आपका अंडा केवल 24 घंटों तक ही एक्टिव रहता है, क्योंकि शुक्राणु योनि, गर्भाशय या फैलोपियन ट्यूब में सात दिनों तक ही जीवित रह सकते हैं। आप गर्भवती तभी हो सकती हैं जब आप ओव्यूलेशन के पहले सात दिनों के दौरान किसी भी समय सेक्स करते हैं।

3 मिथ- गर्भ धारण करने में सक्षम होने के लिए आपका ऑर्गेज़्म तक पहुंचना जरूरी है। 

तथ्य:

आपके साथी को सेक्स करना चाहिए ताकि उसका शुक्राणु फैलोपियन ट्यूब और अंडे तक पहुंच सके। हालांकि, गर्भाधान के लिए फीमेल ऑर्गेज़्म हासिल किया ही जाए, ये जरूरी नहीं है। यह ध्यान देने योग्य है कि स्खलन से ठीक पहले शुक्राणु का रिसाव हो सकता है।

प्रेगनेंसी के लिए ज़रूरी है जानना कि हर किसी की बॉडी और फर्टिलिटी पीरियड अलग होता है, चित्र:शटरस्टॉक

फैलोपियन ट्यूब से होते हुए शुक्राणु ऊपर गर्भाशय तक पहुंचते हैं। ऑर्गेज़्म तक पहुंचना आप दोनों के बीच की बॉन्डिंग को बढ़ा सकता है। ये आपके लिए एक आनंददायक अनुभव होगा और मेंटल हेल्थ को भी बूस्ट करेगा। पर  गर्भाधान के लिए इसका होना अनिवार्य नहीं है। 

4 मिथ – गर्भवती होने के लिए आपको अपने फर्टिलिटी पीरियड में हर दिन संभोग करना चाहिए।

तथ्य:

  प्रत्येक मासिक धर्म चक्र की अधिकतम प्रजनन क्षमता 8-9 दिन होती है। इसलिए इस समय के दौरान किसी भी समय सेक्स करने से गर्भधारण हो सकता है। एनएचएस के अनुसार गर्भवती होने की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए अगली अवधि की शुरुआत से 12-16 दिन पहले दो से तीन दिनों में सेक्स करें।

5 मिथ – यदि आप पहले गर्भनिराेधक गोलियां खाती रहीं हैं, तो गर्भवती होने में अधिक समय लगता है।

तथ्य:

जैसे ही आप गोली छोड़ती हैं, गर्भवती होना पूरी तरह से संभव है, लेकिन गर्भावस्था के लिए नेचुरल पीरियड्स होने तक प्रतीक्षा करनी चाहिए। महिला हार्मोन के सामान्य होने में कई महीने लग सकते हैं, जिससे प्रजनन क्षमता पर अस्थायी प्रभाव पड़ सकता है। इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि गोली लेने से प्रजनन क्षमता पर कोई प्रभाव पड़ता है।

 6 मिथ – कुछ सेक्स पोजीशन प्रेग्नेंसी की संभावना बढ़ा सकती हैं। 

तथ्य:

इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि किसी विशेष सेक्स पोजीशन से गर्भवती होने की संभावना बढ़ सकती है। ऐसी सेक्स पोजीशन जो शुक्राणु को गर्भाशय ग्रीवा में  पहुंचाए , ओव्यूलेशन में सहायक हो सकती है, जैसे कि मिशनरी या डॉग पोजीशन। विशेषज्ञों का सुझाव है कि सेक्स के बाद अपने कूल्हों को ऊपर उठाकर (या दीवार के सहारे अपने पैरों को रिलैक्स करें)। तकिए के साथ लेटने से शुक्राणु को अंडे को निषेचित करने का बेहतर मौका मिल सकता है।

यह भी पढ़ें: क्या आपको भी लगता है कि वेटलिफ्टिंग आपकी फिगर और सौम्यता बिगाड़ देगी? तो एक्सपर्ट से जानिए क्या है सच्चाई

शालिनी पाण्डेय

...और पढ़ें

अगला लेख