वेजाइनल हेल्थ को बेहतर बनाए रखने के लिए सही हाइजीन मेंटेन करना बेहद जरूरी है। कई बार हम वेजाइना से जुड़ी समस्याओं को नजरअंदाज कर देते हैं। जो धीरे-धीरे बड़ी समस्या का रूप लेने लगती है। इनमें से कई लक्षण साधारण होते हैं। वहीं कुछ लक्षणों पर शुरूआत से ही ध्यान देना बेहद जरूरी होता है। आज इसी विषय पर बात करते हुए हम ऐसे संकेतों के बारे में जानेंगे जो बताते हैं कि आपका योनि स्वास्थ्य खतरे में है।
आयुर्वेद की मानें तो मनुष्य का शरीर हर समस्या में अपने आप प्रतिक्रिया देता है। जैसे कि ज्यादा चीनी और नमक के सेवन पर स्किन प्रॉब्लम्स बढ़ना या वजन बढ़ने पर थकावट रहना। ठीक इसी प्रकार वेजाइनल हेल्थ भी वेजाइना से जुड़ी हर परेशानी में कुछ लक्षण दिखाने लगता है। तो चलिए बात करते हैं उन संकेतों पर जिनके कारण आपको वेजाइनल हेल्थ को गंभीरता से लेने की जरूरत होगी।
स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं सलाहकार डॉ रितु सेठी के मुताबिक अगर आपको हल्के पीले का वेजाइनल डिसचार्ज हो रहा है। इसके साथ ही आपको खुजली या जलन की समस्या भी हो रही है, तो ये यीस्ट इंफेक्शन का कारण हो सकता है। साथ ही उन्होंने गहरे भूरे रंग के वेजाइनल डिस्चार्ज बैक्टीरियल वेजिनोसिस का मुख्य कारण बताया है।
अक्सर पीरियड्स के बाद कई लोगों को वेजाइनल ईचिंग होने लगती है। पीरियड्स के दौरान बैक्टिरिया के संपर्क में आने से यह समस्या होने लगती है। पबमेड सेंट्रल की रिसर्च के मुताबिक कई इंटीमेट हाइजिन प्रोडक्ट, केमिकलयुक्त साबुन, एसटीआई, यीस्ट या बैक्टिरियल इंफेक्शन, कोई फेब्रिक या इंटीमेसी के दौरान हुई परेशानी भी वेजाइनल ईचिंग का कारण बन सकती है।
अगर आपको समस्या कई दिनों से बनी लगातार हुई है। या बिना कारण भी आपको वेजाइनल ईचिंग का सामना करना पड़ता है, तो यह आपके लिए क्लीयर रेड फ्लेग हो सकता है।
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वेजाइनल ड्राईनेस सिर्फ वेजाइना का ड्राई फील होना नही है, बल्कि वेजाइना में बर्निंग सेंसेशन, वेजाइनल ईचिंग, इंटरकोर्स में इंट्रस्ट न होना या दर्द महसूस होना भी शामिल हो सकता है। जिसके कारण यह आपकी डे टू डे लाइफ के साथ सेक्स लाइफ को भी प्रभावित करने लगता है।
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ ने वेजाइनल ड्राईनेस के कारणों में डिप्रेशन, ब्रेस्टफीडिंग, सर्जरी, इम्युन सिस्टम डिसऑर्डर, स्ट्रेस और स्मोकिंग को मुख्य कारण माना है।
वेजाइना की स्मेल वेजाइना के पीएच लेवल और एसिडिक नेचर पर निर्भर करती है। वेजाइना में कई प्रकार के बैक्टीरिया मौजूद होते हैं, जो वेजाइना में संतुलन और पीएच लेवल बनाए रखने में मदद करते हैं। सही पीएच लेवल योनि की दुर्गध और संक्रमणों को रोकने में मदद कर सकता है। वही वेजाइनल फ्लोरा का संतुलन बिगड़ने से वेजाइना से फिश या अन्य गंदी बदबू आ सकती है।
सेक्स के बाद ब्लीडिंग होने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। इसे मेडिकल भाषा में पोस्टकोटल ब्लीडिंग कहा जाता है। कई लोग इसे साधारण मानते हैं। लेकिन स्त्री विशेषज्ञों की मानें तो इंटरकोर्स के बाद ब्लीडिंग होना स्वास्थ्य की कई समस्याओं से जुड़ा हो सकता है।
मायो क्लीनिक के विशेषज्ञों ने सर्विकल कैंसर, फॉरप्ले, वेजाइनल ड्राईनेस, वेजाइनल कैंसरकैंसर और अंदरूनी चोटों को इसका मुख्य कारण बताया है। अगर आपको सेक्स के बाद अक्सर ब्लीडिंग होती है, तो आपको इसे अलार्मिंग साइन के तौर पर लेना चाहिए।
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