शारीरिक और मानसिक स्वास्थ की तरह ही वेजाइनल हेल्थ बहुत महत्वपूर्ण है। इसके बावजूद ज्यादातर लड़कियां अपने योनि स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पातीं। प्रजनन आयु में प्रवेश करने से पहले से लेकर मेनोपॉज के बाद तक, सभी के लिए योनि स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है। पर योनि स्वास्थ्य का अर्थ केवल सेनिटरी प्रोडक्ट्स और सेफ सेक्स ही नहीं है। बल्कि कुछ ऐसे आहार भी हैं जो आपके योनि स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं। हम ऐसे ही 5 ड्रिंक्स के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो आपको पीने में टेस्टी और हेल्दी भले ही लगते हों, पर आपकी वेजाइना को ये बिल्कुल भी पसंद नहीं। यानी इन ड्रिंक्स का ज्यादा सेवन आपकी योनि में खुजली, सूखापन और जलन की समस्या बढ़ा सकता है।
जब भी स्वास्थ्य की बात आती है तो सबसे पहले बात सही पोषण और आहार की होती है। क्योंकि सेहत को बरकरार रखने के लिए सही डाइट लेना बहुत ज़रूरी है। मगर क्या आप जानती हैं कि यही आहार आपकी वेजाइनल हेल्थ पर कहर बरपा सकता है? जी हां… कुछ पेय पदार्थ हैं जिनका हम दैनिक रूप से सेवन करते हैं, जिनका यदि ज़्यादा सेवन किया जाए तो यह हमारे योनि स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए इनसे सावधानी बरतना बहुत ज़रूरी है।
इस बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए हमने स्त्री रोग विशेषज्ञ और आयुर्वेदा एक्सपर्ट डॉ. नीरज शर्मा से बात की। तो चलिये जानते हैं कि उनके मुताबिक कौन से ड्रिंक्स हमारी वेजाइनल हेल्थ के लिए हैं हानिकारक।
ओरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए एक अध्ययन के मुताबिक कॉफी का ज़्यादा सेवन करना आपके वेजाइना के बायोम को खराब कर सकता है। कॉफी में कैफीन होता है और इसका ज़्यादा सेवन शरीर के साथ – साथ योनि के पीएच को भी गड़बड़ा सकता है। कैफीन का सेवन पेशाब को भी ज़्यादा एसिडिक बना सकता है।
डॉ. नीरज के अनुसार कॉफी पीने की वजह से होने वाले डिहाइड्रेशन की वजह से वेजाइना की इनर लाइनिंग को नुकसान पहुंच सकता है।”
विशेषज्ञ के अनुसार हल्दी का ज़्यादा सेवन आपके शरीर में आयरन की कमी का कारण बन सकता है। आयरन की कमी की वजह से शरीर में खून की कमी हो सकती है, जो आगे चलकर आपकी रिप्रोडक्टिव हेल्थ और प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
इसलिए अगर आप वेट लॉस, इम्युनिटी बूस्ट करने या ग्लोइंग स्किन के लिए हल्दी के पानी को अपनी डाइट का हिस्सा बना रहीं हैं, तो उसे रेगुलर लेने की बजाए ऑल्टरनेट डे पर लें। क्योंकि डॉ. नीरज के मुताबिक ”किसी भी हेल्दी चीज़ की अति बुरी है।”
कॉफी की तरह ही चाय में भी कैफीन होता है। एनसीबीआई के अनुसार रेगुलर टी में कैफीन की मात्रा कम हो सकती हैं, लेकिन ग्रीन या ब्लैक टी में कैफीन की मात्रा 90 mg तक जा सकती है। चाय का ज़्यादा सेवन करने से आपको डायरिया या डि हाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। जिसका सीधा असर आपकी वेजाइनल हेल्थ पर पड़ सकता है और आपको वेजाइनल ड्राइनेस की समस्या भी हो सकती है।
ज़्यादातर काढ़े में लॉन्ग, तेज़ पत्ता, काली मिर्च, दालचीनी आदि का इस्तेमाल किया जाता है। यह सब शरीर को गर्म रखने और इन्फेक्शन को दूर करने में मदद कर सकते हैं। मगर, यह आपके वेजाइनल पीएच को खराब कर सकते हैं, क्योंकि इनकी तासीर गर्म होती है। इसलिए दिन में एक या दो बार से ज्यादा इसका सेवन ठीक नहीं है। यह भी लंबे समय तक न करने की सलाह दी जाती है।
कोल्ड ड्रिंक, सोडा और फ्रिजी ड्रिंक्स, स्वास्थ्य के लिए किसी भी तरह से फायदेमंद नहीं होते हैं। मगर क्या आप जानती हैं कि ये आपकी वेजाइनल हेल्थ को भी प्रभित कर सकते हैं? जी हां… इसकी वजह से आपको मेटाबॉलिक सिंड्रोम हो सकता है। खराब गट हेल्थ यानी वेजाइनल इन्फेक्शन। साथ ही, यह आपके लिबिडो को भी प्रभावित कर सकता है।
डॉ. नीरज का मानना है कि ”मीठी चीजों का सेवन करने से शरीर की इम्युनिटी कम होने लगती है, जिसकी वजह से वेजाइनल हेल्थ भी खराब हो सकती है।”
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