मेनोपोज या प्री मेनोपाज में योनि में सूखेपन की समस्या होने लगती है। जिससे उस हिस्से में न केवल खुजली और इरिटेशन बढ़ जाती है, बल्कि सेक्स में भी असुविधा होने लगती है। जिसके चलते कुछ महिलाओं के लिए सेक्स पेनफुल हो जाता है, जबकि कुछ लिबिडो में कमी भी महसूस करती हैं। पर इसके लिए सिर्फ लुब्रिकेंट ही उपचार नहीं हैं। असल में ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी इस समस्या को और ज्यादा बढ़ा देती है। इसलिए जरूरी है कि वेजाइनल ड्राईनेस से बचने के लिए आप अपने आहार में ओमेगा 3 फैटी एसिड की आपूर्ति बढ़ा लें।
कई रिसर्च बताते हैं कि ओमेगा 3 फैटी एसिड के सप्लीमेंट लेने या आहार में ओमेगा 3 फैटी एसिड खाद्य पदार्थ को शामिल करने से योनि में लुब्रीकेशन आ पाता है और ड्राईनेस से राहत मिल सकती है।
इंसानों और पशुओं पर की गई अलग-अलग स्टडी बताती हैं कि ओमेगा 3 फैटी एसिड स्किन हाइड्रेशन बढ़ाता है और ड्राईनेस को घटाता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड एस्ट्रोजन लेवल को भी बढ़ा सकता है। इससे योनि में सूखापन की समस्या नहीं हो पाती है। ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी कोम्प्रीहेंसिव कैंसर सेंटर ने ब्रैस्ट कैंसर से बची मरीजों पर एक स्टडी की। इसमें मरीज ब्रैस्ट कैंसर से उबरने के बाद वेजाइनल अट्रोफी या वेजाइनल ड्राईनेस से जूझ रही थी। ये सभी मरीज पोस्ट मेनोपॉज फेज से भी गुजर रही थी।उन्हें 6 महीने तक रोजाना ओमेगा -3 फैटी एसिड दिया गया और उसके प्रभावों को जांचा गया। उन्हें 3.5 ग्राम ओमेगा 3 फैटी एसिड ओरली दिया गया। साथ ही ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर डाएटरी प्रोडक्ट भी दिए गये। 6 महीने बाद स्टडी से यह निष्कर्ष निकला कि उन्हें योनि की सूखापन की समस्या में राहत मिली।
जर्नल ऑफ़ मेनोपोजल मेडिसिन में प्रकाशित एक स्टडी आलेख के अनुसार, ओमेगा -3 फैटी एसिड आहार और सप्लीमेंट कुछ हद तक प्रभावी हैं। यह आलेख पबमेड सेंट्रल में भी शामिल है।
स्टडी के अनुसार, मेनोपोज ओवेरियन हार्मोनल सीक्रेशन, विशेष रूप से एस्ट्राडियोल की कमी के कारण होता है। महिलाएं आमतौर पर उम्र के चालीसवें दशक के अंत में इसका अनुभव करती हैं। हालांकि यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। मेनोपोज के कारण शरीर में भी परिवर्तन शुरू हो जाते हैं। यह स्वाभाविक प्रक्रिया महिलाओं को शारीरिक और भावनात्मक रूप से भी प्रभावित करने लग जाती हैं।
हॉट फ्लेशेज, सिर में दर्द, वेट गेन करना, योनि का सूखापन, डिप्रेशन, और सेक्सुअल डिजायर में कमी होना भी इसके लक्षण हो सकते हैं।
शोध में शामिल महिला प्रतिभागियों को जब ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर फिश ऑयल दिया गया, तो उनकी वेजाइनल ड्राईनेस कुछ हद तक खत्म हुई। सेक्स के दौरान जो दर्द और परेशानी होती थी, वह भी खत्म होने में मदद मिली। फिश ऑयल बैकटीरियल इन्फेक्शन दूर करने में भी मददगार माना गया।
कोल्ड वाटर फैटी फिश जैसे कि सैल्मन, टूना, हेरिंग, मैकरेल और सार्डीन जैसी मछलियां ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं। इन्हें सप्ताह में कम से कम 2 दिन संतुलित मात्रा में अपने आहार में शामिल किया जा सकता है।
फाइबर, मैग्नीशियम, सोडियम का स्रोत अलसी ओमेगा 3 फैटी एसिड से भी भरपूर होती है। इसमें अल्फ़ा लिनोलिक एसिड मौजूद होता है। अलसी के तेल को भी ओमेगा 3 फैटी एसिड सप्लीमेंट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
1 चम्मच अलसी पाउडर किसी भी भोजन में मिलाकर या सलाद में डालकर खाया जा सकता है।
मैग्नीज, कॉपर, फ़ॉसफोरस से भरपूर चिया सीड्स ओमेगा 3 फैटी एसिड से भी भरपूर होता है। इसे सलाद या पानी में भिगोकर खाया जा सकता है। एक टेबलस्पून चिया सीड रोज खाया जा सकता है।
फाइबर, मैग्नीज, कॉपर, विटामिन बी 6 और फोलेट से भरपूर अखरोट ओमेगा 3 फैटी एसिड से भी भरपूर होता है। सुबह खाली पेट भिगोया हुआ 2-4 अखरोट लिया जा सकता है।
इन सभी खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन करने से योनि का सूखापन दूर होता है। यदि समस्या अधिक हो रही है, तो डॉक्टर से संपर्क कर सप्लीमेंट भी ले सकती हैं।