मासिक धर्म एक मुश्किल विषय है जिसके बारे में बात करना आज भी थोड़ा कठिन है। थोड़ी पुरानी पीढ़ी की बात करें तो इस विषय के संबंध में इतनी अज्ञानता है कि माएं अपनी अपनी बच्चियों को कई बार गलत जानकारियां दे देती हैं। इन गलत धारणाओं की सबसे बड़ी वजह है आज भी पीरियड्स के बारे में फुसफुसाकर बात करना या उस पर शर्म महसूस करना। यहां हम माहवारी से संबंधित उन गलत धारणाओं के बारे में बात कर रहे हैं, जो बस एक-दूसरे के कानों में कही जा रही हैं और फैलते-फैलते डिजिटल दुनिया में भी आ गईं हैं।
हमने बचपन से ही पीरियड्स को लेकर कई ऐसी बातें सुनी हैं कि हमें लगता है कि वाकई यही सच है। जैसे पीरियड्स में अचार को हाथ नहीं लगाना चाहिए! और हम भी सोचने लगते हैं कि कहीं वाकई ऐसा हो गया तो? लेकिन अब और नहीं हम आपके लिए आज ऐसे ही कुछ मिथ्स का भंडा फोड़ने वाले हैं।
कई महिलाएं आज भी ऐसा मानती हैं कि पीएमएस जैसा कुछ नहीं होता! परंतु यह सच नहीं है, पीरियड्स के कुछ दिन पहले जी घबराना, कमजोरी, चक्कर आना, मूड स्विंग्स यह सब प्रीमेंसट्रूअल सिंड्रोम के लक्षण हैं और इन्हें ठीक किया जा सकता है।
सच में..मासिक धर्म में ऐंठन और खट्टे खाद्य पदार्थ खाने के बीच कोई संबंध नहीं है। हालांकि, पीरियड्स के दौरान महिलाओं के लिए स्वस्थ आहार का सेवन करना आवश्यक है। बीन्स, दालें, रोटी, ब्राउन ब्रेड और दही खाना सबसे अच्छा विकल्प है।
शायद ये आपने अक्सर सुना होगा! पर ये बिल्कुल गलत है.. पीरियड्स में टैम्पोन का इस्तेमाल करने से आपकी वर्जिनिटी को कुछ नहीं होगा! आपकी जानकारी के लिए बता दें कि योनि लचीली होती है इसलिए एक टैम्पोन का इस्तेमाल करने से कोई नुकसान नहीं होगा। वर्जिनिटी के बारे में भी अब सोच बदलने का समय है।
यह बिल्कुल गलत है फिर भी हमारी दादी-नानी यह मानती हैं कि पीरियड्स में एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। मगर आपका भ्रम दूर करने के लिए बता दें कि पीरियड्स के दौरान कसरत करना बिल्कुल सामान्य है, बल्कि एक्सरसाइज करने से दर्द में राहत मिलती है। लेकिन हां.. सभी को अपने शरीर के हिसाब से कसरत करनी चाहिये।
हालांकि ऐसा बहुत कम होता है, लेकिन फिर भी मासिक धर्म के दौरान कोई भी महिला गर्भवती हो सकती है। ओव्यूलेशन और मासिक धर्म चक्र अप्रत्याशित हो सकता है और ओव्यूलेशन रक्तस्राव चरण के पहले, उस दौरान और बाद में भी हो सकता है। खासकर यदि आपके पीरियड्स अनियमित हैं।
इसलिए, कंडोम का उपयोग हमेशा करें क्योंकि पीरियड्स के दौरान भी सुरक्षित सेक्स ज़रूरी है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इस दौरान महिलाएं एसटीडी की चपेट में आ सकती हैं।
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