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ब्रेस्टफीडिंग से लेकर मेनोपॉज तक में आपकी दोस्त साबित हो सकती हैं मोरिंगा की पत्तियां, जानिए कैसे करना है सेवन

पीरियड क्रेम्प्स, हॉट फ्लेशेज के अलावा, मोरिंगा की पत्तियां लैक्टेटिंग मदर के लिए भी फायदेमंद हैं। समग्र स्वास्थ्य के लिए महिलाएं सही तरीके से इसका प्रयोग रोजाना कर सकती हैं।
औषधीय गुणों से भरपूर मोरिंगा की पत्तियां, फूल और फल हमारी सेहत से लेकर बालों तक हर चीज़ के लिए लाभदायक है। चित्र : एडोबी स्टॉक
स्मिता सिंह Published: 2 Mar 2023, 20:00 pm IST
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हमारे आसपास कई ऐसे पौधे हैं, जो हमें स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। कई पौधे की पत्तियां भी कई रोगों से हमारा बचाव करती हैं। और हमें स्वस्थ रखती हैं। ऐसा ही एक पौधा है मोरिंगा ओलीफेरा (Moringa Olifera) यानी सहजन के पत्ते। यह ड्रमस्टिक ट्री (Drumstick Tree) भी कहलाता है। कई शोध बताते हैं कि मोरिंगा की पत्तियां यानी सहजन की पत्तियां महिलाओं के शरीर की संपूर्ण देखभाल कर सकती हैं। सहजन की खूबियों (Moringa leaves for health problems) को देखते हुए ही इसे पाउडर और कैप्सूल रूप में सप्लीमेंट के तौर पर लिया जाने लगा है। रिसर्च बताते हैं कि मोरिंगा की पत्तियों के इस्तेमाल का सही तरीका (how to use Moringa leaves for health problems) जानने से ही फायदा मिलता है।

सहजन के पोषक तत्व (Moringa Nutrients)

एशियन पेसिफ़िक जर्नल में शोधकर्ता अब्दुल राज़ी और एम इब्राहिम सहजन की पत्तियों के फायदे पर शोध आलेख प्रकाशित हुए। इसके अनुसार मोरिंगा की पत्तियों में अमीनो एसिड, पोटेशियम, आयरन, जिंक और कैल्शियम जैसे मिनरल्स भी पाए जाते हैं। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई और विटामिन बी भरपूर होता है। इसकी पत्तियों में क्वेरसेटिन होता है। यह एक एंटीऑक्सिडेंट है, जो हिस्टामाइन प्रतिक्रिया को अवरुद्ध कर सकता है। हिस्टामाइन कष्टप्रद एलर्जी के लक्षणों को ट्रिगर करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। पत्तियों में क्लोरोजेनिक एसिड होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।

यहां हैं महिलाओं को होने वाले फायदे (Health Benefits of Moringa Leaves)

1 एनीमिया (Anemia) दूर करती हैं पत्तियां

शोधकर्ता अब्दुल राज़ी और एम इब्राहिम बताते हैं कि एनीमिया के कारण शरीर की कोशिका तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं या हीमोग्लोबिन नहीं होता है। इससे अक्सर थकान, चक्कर आना और सांस लेने में तकलीफ होती है। मोरिंगा की पत्तियां पारंपरिक आयरन सप्लीमेंट की तुलना में अधिक आयरन दे सकती हैं। पालक की तुलना में इसमें 7 गुना अधिक आयरन होता है।

2 स्तनपान करवाने वाली महिलाओं (Lactating Mother) के लिए फायदेमंद

फ़ूड साइंस एंड ह्यूमन वेलनेस जर्नल में शोधकर्ता लक्ष्मीप्रिया गोपालकृष्णन और क्रुति डोरिया के अनुसार, स्तनपान कराने वाली मांओं के लिए मोरिंगा की पत्तियां लाभदायक हैं। अध्ययन बताते हैं कि मोरिंगा नई मांओं के स्तन के दूध की मात्रा को बढ़ा सकता है। जिन नई मांओं ने प्रति दिन 250 मिलीग्राम से अधिक मोरिंगा की पत्तियों का सेवन किया, उन्होंने प्लेसीबो लेने वालों की तुलना में काफी अधिक स्तन दूध का उत्पादन किया।

ब्रेस्ट मिल्क के पोषक गुणों को समृद्ध करता है

यह ब्रेस्ट मिल्क के पोषक गुणों को भी समृद्ध करता है। यह विटामिन ए से भरपूर होता है। इसलिए नवजात शिशुओं के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। अफ्रीका में आज भी नई माएं शिशु की पोषक तत्वों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इसका सेवन करती हैं।

3 वेटलॉस में मददगार (Moringa for Weight Loss) 

शोधकर्ता लक्ष्मीप्रिया गोपालकृष्णन के अनुसार, मोरिंगा की पत्तियों और फली में फाइबर और प्रोटीन होते हैं। इसलिए इनसे कब्ज और सूजन से राहत मिलती है। यदि दलिया या स्मूदी या सूप के साथ पत्तियों को मिक्स कर सेवन किया जाये तो यह शरीर को अच्छी तरह से पोषित और संतुष्ट करता है। इसके सेवन के बाद भूख कम लगती है। इससे वजन घटाने में मदद मिलती है।

4 मेनोपॉज (Menopause) के कारण होने वाली समस्या का निदान 

सहजन की पत्तियों को अफ्रीका में औषधीय पौधे के रूप में जाना जाता है। प्लांट प्रोटीन की स्रोत मोरिंगा की पत्ती हार्मोन संतुलन में मदद करती है। इसके फाइबर टोक्सिंस को शरीर से बाहर निकलते हैं।

मोरिंगा की पत्ती हार्मोन संतुलन में मदद करती है। इसके फाइबर टोक्सिंस को शरीर से बाहर निकलते हैं। चित्र: शटरस्टॉक

एक्स्ट्रा एस्ट्रोजन को खत्म करने में मदद करते हैं।यदि कुछ महीनॉन तक भोजन में मोरिंगा की ताजी पत्तियों को शामिल किया जाये, तो पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं में मेनोपॉज के लक्षणों जैसे हॉट फ्लेशेज और नींद की समस्या में सुधार होता है।

5 पीरियड क्रेम्प्स (Period Cramps) को कम कर सकती हैं

जर्नल ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च में प्रकाशित शोध आलेख के अनुसार, मोरिंगा की पत्तियों की चाय दिन भर में दो बार ली जा सकती है या कैप्सूल के रूप में लिया जा सकता है। यह पीरियड क्रेम्प को काफी कम कर देता है। इसमें ज्यादातर सब्जियों की तुलना में अधिक विटामिन और मिनरल्स होते हैं। समग्र स्वास्थ्य के लिए इसे अपने आहार में शामिल किया जा सकता है।

मोरिंगा की पत्तियों के इस्तेमाल का सही तरीका (How to use Moringa leaves)

जर्नल ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च में प्रकाशित शोध आलेख के अनुसार, मोरिंगा के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी जरूरी है। वे आपके शरीर की जरूरतों के आधार पर आपकी खुराक तय करेंगे

चाय के अलावा, स्मूदी, दलिया में भी 1 टीस्पून मोरिंगा पाउडर मिलाकर ट्राई किया जा सकता है। चित्र : शटरस्टॉक

हालांकि हर दिन मोरिंगा की पत्तियां ली जा सकती हैं। 1 टेबल स्पून मोरिंगा की पत्तियों की चाय पीई जा सकती है। चाय के अलावा, स्मूदी, दलिया में भी 1 टीस्पून मोरिंगा पाउडर मिलाकर ट्राई किया जा सकता है। कैप्सूल फॉर्म में भी 500 मिलीग्राम से 2 ग्राम प्रतिदिन तक लिया जा सकता है।

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स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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