वेजाइना का अपनी एक नेचुरल स्मेल होती है, जो वेजाइनल टिशू से निकलने वाले फ्लूइड से पैदा होती है। ऐसे में इसे गंदगी कहना बिल्कुल भी उचित नहीं है। परंतु आपकी कुछ गलतियों के कारण वेजाइना की प्राकृतिक गंध बदबू में तब्दील हो जाती है। वहीं कई बार इसकी गंध इतनी ज्यादा होती है कि आप इसे बर्दाश्त नहीं कर पाती। परंतु इसमें आपके वेजाइना का कोई दोष नहीं है। यह पूरी तरह आपकी दिनचर्या की कुछ आदतों पर निर्भर करता है। इन आदतों को छोड़कर आप भी वेजाइनल स्मेल से निजात पा सकती हैं।
खासकर सर्दियों में लोग अपनी हाइजीन को लेकर और ज्यादा लापरवाह हो जाते हैं। परंतु आपको बता दें कि हाइजीन को लेकर की गई छोटी सी लापरवाही आपकी समग्र सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकती हैं। ऐसे में अपनी सेहत को बनाए रखने के लिए एक प्रॉपर हाइजीन मेंटेन रखना बहुत जरूरी है। खासकर इंटिमेट हाइजीन को भूलकर भी नजरअंदाज न करें।
अक्सर महिलाओं के मन में सवाल रहता है कि आखिर वेजाइना के गंध को किस तरह कम किया जाए। तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वेजाइना के प्राकृतिक गंद को कम नही किया जा सकता। परन्तु आप अपनी दिनचर्या में कुछ अहम बदलाव लाकर अपने योनि के गंध को बढ़ने से रोक सकती हैं। तो चलिए जानते हैं आखिर किस तरह इसे सामान्य रखा जा सकता है (tips to avoid vaginal smell)।
वेजाइनल टिशू से होने वाला नेचुरल सेक्रेशन गंध पैदा करता है। यह पूरी तरह से सामान्य है, परंतु कभी-कभी वेजाइना से आने वाली गंध सामान्य से अधिक हो सकती है। इसके पीछे कई कारण है जैसे कि
पसीना आना
स्वच्छता पर ध्यान न देना
बैक्टीरियल वेजिनोसिस
पेशाब करने के बाद बार-बार पानी से वेजाइना को धोना
खानपान में अनहेल्दी फूड लेना
हार्मोंस में बदलाव आना
ट्राइकोमोनिएसिस
वहीं कुछ अन्य गंभीर समस्याएं भी हैं, जिनकी वजह से योनि की बदबू बढ़ जाती है-
रेक्टोवेस्टिबुलर फिस्टुला (rectovestibular fistula)
सर्वाइकल कैंसर
वेजाइनल कैंसर
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, फरीदाबाद की सीनियर ओबीएस और गयनेकोलॉजिस्ट डॉ नीति कौतिश के अनुसार वेजाइनल हाइजीन का ध्यान रखने से वेजाइना से आने वाला गंध बिल्कुल सामान्य रहता है। इसके साथ ही यह आपके वेजाइनल हेल्थ के लिए बहुत ज्यादा जरूरी है। वहीं वेजाइनल हाइजीन को बनाए रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण चीजों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है।
सेक्स के तुरंत बाद पेशाब करना न भूलें।
वेजाइना को साफ करने के लिए खुशबूदार और केमिकल युक्त साबुन का इस्तेमाल करने से बचें।
एक अंडर गारमेंट को 1 दिन से अधिक समय के लिए न पहनें। इसे बदलना जरूरी है।
अंडर गारमेंट्स को धोने के लिए सेंटेड प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें।
यदि अधिक पसीना आ रहा है तो योनि को किसी साफ कपड़े की मदद से सुखायें और फिर अंडर गारमेंट्स को चेंज कर लें।
हमेशा वेजाइना को आगे से पीछे की ओर साफ करें यह फेकल मैटर को वेजाइना में प्रवेश करने से रोकता है।
हर बार नहाने के बाद और पेशाब करने के बाद वेजाइना को अच्छी तरह ड्राई करना न भूलें।
पोषक तत्वों से भरपूर फल सब्जियां अनाज लीन प्रोटीन जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन आपके वेजाइना के बदबू को कम करने में मदद करता है वही फास्ट फूड फ्राइड फूड इत्यादि का सेवन इसे बढ़ा सकता है।
इन खाद्य पदार्थों को केवल अपने वेजाइना के लिए शामिल नहीं करना आप इसे अपनी समग्र सेहत को ध्यान में रखते हुए डाइट में शामिल कर सकती हैं। वहीं प्याज और लहसुन जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन आपके वेजाइनल स्मैल को काफी ज्यादा बढ़ा सकता है। तो यदि आप अपने वेजाइना के गंध से परेशान हैं तो डाइट में प्याज, लहसुन को सीमित रखने का प्रयास करें।
पर्याप्त मात्रा में प्रोबायोटिक्स का सेवन शरीर में हेल्दी बैक्टीरिया को ग्रो करने में मदद करता है। वहीं यह वेजाइना में भी हेल्दी बैक्टीरिया के ग्रोथ को बढ़ा देता है। जो विभिन्न प्रकार के वेजाइनल इंफेक्शन से बचाव में मदद करता है। इसी के साथ यह वजाइना के गंध को नेचुरल रखता है और वेजाइनल पीएच वैल्यू को सामान्य बनाए रखता है।
बाजार में कई सुगंधित टैम्पोन, पैड और टॉयलेट पेपर उपलब्ध है। योनि एक बहुत नाजुक और संवेदनशील अंग है। ऐसे में इन सुगंधित उत्पादों से वेजाइना नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकती है। वहीं वेजाइना में इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है जिस वजह से योनि से समान्य रूप से ज्यादा बदबू आने लगती है।
टाइट कपड़े पहनने से वेजाइनल फ्लुएड वेजाइना में चिपकी रहती है और जरूरत से ज्यादा पसीना आता है। ऐसे में इन्फेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है साथ ही यह वेजाइना के गंध को भी बढ़ा देता है। इसलिए ढीले और कॉटन के अंडरगारमेंट्स पहने। क्योंकि ऐसे अंडर गारमेंट मॉइश्चर को सोख लेते हैं। जिस वजह से बैक्टीरिया और अन्य प्रकार के कीटाणु नहीं पनपते। वहीं इंफेक्शन और स्मेल आने जैसी परेशानी नहीं होती।
एक्सपर्ट के अनुसार योनि के बदबू को कम करने के लिए शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी देना जरूरी है। जब आप हाइड्रेटेड रहती है तो आपके यूरिन से कम बदबू आती है। इसके साथ ही यह पसीने और अन्य वेजाइनल डिसचार्ज की बदबू को भी कम कर देता है। जिस वजह से योनि से असामान्य गंध नहीं आता।
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