क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि हर महीने पीरियड्स केवल आपके मूड को ही नहीं, बल्कि आपकी त्वचा और बालों की स्थिति पर भी नकारात्मक प्रभाव डालते हैं? पीरियड्स के दौरान हमे तमाम शारीरिक बदलाव महसूस होते हैं। ऐसा ही एक बदलाव है त्वचा और बालों का रूखा और बेजान हो जाना। जी हां, यह बिल्कुल सच है। जैसे आपका मूड पीरियड्स के दौरान खराब हो जाता है, उसी तरह आपकी स्किन और बाल भी माहवारी के दौरान खराब हो सकते हैं। हालांकि इन्हें मैनेज करना मुश्किल हो सकता है, पर यह असंभव नहीं है।
यदि आपके साथ भी हमेशा ऐसा होता है कि पीरियड्स के दौरान आपको स्किन इर्रिटेशन और हेयर फॉल क्यों होता है, तो आज हम बताएंगे आपको इसके पीछे की वजह। इस विषय पर हेल्थ शॉट्स ने कामिनेनी हॉस्पिटल्स हैदराबाद के त्वचा विशेषज्ञ डॉ. कुना रामदास से बातचीत की। तो चलिए जानते हैं आखिर किस तरह पीरियड्स हमारे बाल एवं त्वचा को प्रभावित कर सकते हैं (Periods effect on skin and hair)।
आपके मासिक धर्म के दौरान होने वाले हार्मोनल बदलाव आपकी त्वचा और बाल दोनों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। भारी या लंबे मेंस्ट्रुअल पीरियड्स के कारण होने वाली रक्त की हानि बाल और त्वचा (और नाखूनों पर भी) को प्रभावित कर सकती है। इसका असर गर्भाशय फाइब्रॉएड के लक्षणों से पीड़ित महिलाओं पर ज्यादा नजर आता है।
पीरियड्स शुरू होने से ठीक पहले शरीर में टेस्टोस्टेरोन का अधिक उत्पादन होता है। यह हार्मोन सीबम के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं, सीबम प्राकृतिक तेल है जो आपकी त्वचा और बालों में दिखाई देता है। पीरियड्स के दौरान इसकी बढ़ती मात्रा एक्ने और चिपचिपे बालों के लिए जिम्मेदार हो सकती है।
यदि आप अपनी त्वचा और बालों में तैलीयपन को कम करना चाहती हैं, तो पीरियड्स के दौरान अपने बालों को अधिक बार धोएं। साथ ही अपनी त्वचा पर तैलीय मॉइस्चराइज़र लगाने से बचें।
यदि पीरियड्स के दौरान आपकी त्वचा और बाल तैलीय नहीं होते हैं, तो इसके विपरीत आपको ड्राइनेस की समस्या हो सकती है। कई बार महिलाओं को पीरियड्स के दौरान एस्ट्रोजन के स्तर में गिरावट देखने को मिलती है, जिसकी वजह से स्किन और हेयर ड्राइनेस का सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति में डिहाइड्रेशन यानि शरीर में पानी की कमी हो जाती है। जिसकी वजह से भी ड्राइनेस का खतरा बढ़ जाता है।
हर माह पीरियड्स के दौरान आपके शरीर में अतिरिक्त टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन होता है। इससे बनने वाले सीबम के कारण स्किन पोर्स बड़े हो जाते हैं और त्वचा पर एक्ने और पिम्पल्स नजर आने लगते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंप्रोस्टाग्लैंडीन पीरियड्स के दौरान प्रचुर मात्रा में आपूर्ति होने वाला एक अन्य हार्मोन है। यह हार्मोन आपको दर्द के प्रति अधिक संवेदनशील बना देता है। परिणामस्वरूप, आपकी स्कैल्प भी अधिक संवेदनशील हो जाती है, जिसकी वजह से बालों पर बेहद नकारात्मक असर पड़ता है। वह अधिक कमजोर होकर झड़ने लगते हैं।
पीरियड्स के दौरान एस्ट्रोजन के स्तर में गिरावट से बाल झड़ने लगते हैं। जबकि प्रेगनेंसी के बाद और मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन के स्तर में तेजी से गिरावट आती है। ये सभी स्थितियां महिलाओं में हेयर फॉल का कारण बनती हैं। इसलिए जरूरी है कि प्रेगनेंसी और मेनोपॉज के दौरान ही नहीं, बल्कि मेंस्ट्रुअल पीरियड्स में भी आप अपने बालों और स्किन का ध्यान रखें।
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डॉ. कुना रामदास के अनुसार पीरियड्स के दौरान अपने बाल को किसी प्रतिबंधित स्टाइल में न रखें। इसके अलावा, यदि आपके बाल सामान्य से बहुत अधिक झड़ रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें। इस दौरान अपने बाल में किसी भी केमिकल युक्त प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें और हीटिंग टूल्स का इस्तेमाल करने से बचें।
इसके अलावा पीरियड्स में अपने बाल को अधिक बार वॉश करें साथ ही साथ बार बार बाल को छूती न रहें। कुछ हेयरड्रेसरों का मानना है कि आपको अपने बालों को रंगने के लिए मासिक धर्म समाप्त होने तक इंतजार करना चाहिए क्योंकि आपके शरीर में प्रवाहित होने वाले हार्मोनों के कारण आपका रंग वैसा नहीं दिख सकता जैसा आप चाहती हैं।
अपनी त्वचा को 2 से 3 बार फेस वॉश से अच्छी तरह साफ़ करें। वहीं इस दौरान मेकअप न करें क्युकी पोर्स खुले होते है जिसकी वजह से मेकअप पार्टिकल्स पोर्स को बंद कर सकते हैं और परेशानी बढ़ जाती है।
पीरियड्स के दौरान शरीर में पानी की कमी हो जाती है, ऐसे में पर्याप्त पानी पीकर खुदको हाइड्रेटेड रखें। हेल्दी स्किन के लिए हाइड्रेशन बहुत महत्वपूर्ण होता है।
डाइट पर भी ध्यान देना जरुरी है, इसके लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ई युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। यह त्वचा में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देते हुए स्किन इन्फ्लेमेशन को कम कर देते हैं।
इस दौरान आमतौर पर त्वचा ऑयली हो जाती है ऐसे में एंटी एक्ने और ऑयल फ्री स्किन केयर रूटीन ट्राई करें। परन्तु पहले यह सुनिश्चित करना जरुरी है की आपकी त्वचा पीरियड्स में ऑयली या ड्राई हो जाती है।
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