उम्र का बढ़ना अपने साथ ढेर सारे अनुभव लाता है। यह अपने साथ शरीर में भी कई बदलाव करता है। जहां स्किन पर रिंकल्स दिखाई देने लगते हैं, मेनोपॉज शुरू हो जाता है, वहीं ब्रेस्ट साइज भी प्रभावित होता है। जी हां, एजिंग का असर आपके स्तनों (Breast size by age) के आकार पर भी दिखाई देता है। और ये बिल्कुल नॉर्मल है।
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, आपके स्तनों में कुछ सामान्य बदलाव आने लग जाते हैं। इसके लिए आप चिंतित न हों। ऐसा किसी स्वास्थ्य समस्या के कारण नहीं होता है, बल्कि उम्र ढलने के साथ ऐसा होता है। जब आप अपनी उम्र के दूसरे और तीसरे दशक में थीं, तब इनका आकार बढ़ रहा था। मगर चालीस के बाद स्तनों के आकार में कमी आ सकती है।
उम्र बढ़ने पर आपके ब्रेस्ट की साइज घटने लगती है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ ब्रेस्ट की साइज क्यों छोटी हो जाती है, क्या इसके कुछ उपाय भी किए जा सकते हैं, ये सभी बातें जानने के लिए हमने बात की एनआईआईएमएस गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. मोनिका सिंह से।
उम्र के साथ एस्ट्रोजन हार्मोन के सीक्रेशन में भी परिवर्तन होता है। इस परिवर्तन के कारण आपके स्तन शिथिल (sag) हो सकते हैं। इससे ब्रेस्ट सिकुड़ जाते हैं। जब ब्रेस्ट टिश्यू खराब होने लगते हैं, तो ग्रेविटी स्तनों को नीचे की ओर खींचने लगती है। इससे स्किन में स्ट्रेचिंग हो जाती है। यह संभव है कि इस प्रकार के परिवर्तन से दोनों ब्रेस्ट के बीच का गैप बढ़ जाए।
उम्र बढ़ने पर मैमेरी ग्लैंड्स छोटी होती जाती हैं। जब ऐसा होता है, तो आपके स्तन सामान्य से अधिक फैटी या मटमैले दिखाई देने लगते हैं। यह आसानी से नोटिस किया जा सकता है कि ब्रेस्ट की फर्मनेस खत्म हो जाती है। वे अधिक साॅफ्ट हो जाते हैं और उनकी सैगिंग भी बढ़ जाती है।
आप यह बिल्कुल नहीं जान पाती हैं कि उम्र के साथ आपके निपल्स भी बदल सकते हैं। निप्पल अक्सर सिकुड़ जाते हैं। एरिओला और आसपास का क्षेत्र लगभग गायब होने लग जाता है।
स्वास्थ्य के ख्याल से यह बात ध्यान देने योग्य है कि जिन स्त्रियों की ब्रेस्ट साइज अधिक होती है, उनमें गांठ या फुंसी होने का खतरा अधिक हो सकता है। हालांकि स्तनों में गांठ ज्यादातर हानिरहित सिस्ट होते हैं। फिर भी आपको अपने ब्रेस्ट में किसी भी तरह की नई गांठ दिखाई देती है, तो अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। ये गांठें कैंसर कारक भी हो सकती हैं।
जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, हो सकता है कि आपको यह अच्छा न लगे कि आपके ब्रेस्ट की साइज घट रही है या प्रभावित हो रही है। यदि आप अपनी साइज के अनुकूल यानी सपोर्टिव ब्रा का प्रयोग करेंगी, तो आप अधिक कम्फर्टेबल महसूस करेंगी।
अपनी साइज के अनुरूप ब्रा पहनने पर आप फिट भी नजर आएंगी। कई ऐसे शॉपिंग स्पेस हैं, जहां असिस्टेंट सही साइज की ब्रा के चुनाव में आपकी मदद करती हैं।
कभी-कभी अपर बॉडी फिटनेस बढ़ाने से भी ब्रेस्ट की अपीयरेंस सही होने में मदद मिल सकती है। अपर बॉडी फिटनेस के लिए किसी प्रशिक्षित ट्रेनर से संपर्क करें और उनसे यह पूछें कि कंधों, पीठ और छाती को बिल्ड अप करने के लिए कौन-कौन से एक्सरसाइज सहायक हो सकते हैं।
बेहतर परिणम के लिए प्लास्टिक सर्जन से भी परामर्श कर सकती हैं। वे आपको ब्रेस्ट लिफ्ट या ब्रेस्ट इम्प्लांट के बारे में सही सलाह देंगे। ब्रेस्ट इम्प्लांट और लिफ्टस सर्जिकल प्रोसीजर हैं। आप अपनी ब्रेस्ट को सही रूप देने के लिए किसी भी उपाय को आजमा सकती हैं।