अपनी बिकनी एरिया को क्लीन रखने के लिए अब बहुत सारी महिलाएं बिकिनी वैक्स करवाना पसंद करती हैं। जबकि कुछ प्यूबिक हेयर को ट्रिम करवाती हैं। हालांकि प्यूबिक हेयर रखना या ट्रिम करना दोनों ही आपके निजी निर्णय हैं। पर बरसात के मौसम में जब आपकी स्किन ज्यादा संवेदनशील हो जाती है, तब बिकिनी वैक्स करवाना आपके लिए जोखिम भरा हो सकता है। आइए जानते हैं इसके कुछ साइड इफेक्ट (Bikini wax side effects)।
दिन प्रतिदिन बिकिनी वैक्स काफी ज्यादा प्रचलित होती जा रही है। बहुत सारी महिलाएं अपनी सुविधा के लिए इसके लिए जाना चाहती हैं। वहीं कई ऐसी भी महिलाएं हैं, जो नियमित रूप से इसे करवाती हैं। परन्तु क्या आपको पता है कि प्यूबिक हेयर आपकी वेजाइनल हेल्थ के लिए कितनी जरुरी हैं? यदि नहीं, तो इन्हे हटाने से पहले इनके बारे में पूरी जानकारी होना जरुरी है।
बिकिनी वैक्सिंग वेजाइना की स्किन को बुरी तरह प्रभावित करती हैं। वहीं वैक्स में मौजूद केमिकल्स भी स्किन इन्फेक्शन्स और कई अन्य समस्याओं का कारण बन सकती हैं।
वेजाइनल हेल्थ हेल्दी लाइफस्टइल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसलिए इसके प्रति किसी प्रकार की भी लापरवाही बरतने से बचें। तो चलिए आगे जानते हैं कि बिकिनी वैक्सिंग किस तरह आपके इस संवेदनशील हिस्से को नुकसान पहुंचा सकती है।
प्यूबिक हेयर वेजाइना के लिए एक प्रोटेक्टर के रूप में काम करते हैं। यह सेक्स के दौरान होने वाली फ्रिक्शन को कम करता है। वहीं बैक्टीरिया और अन्य हार्मफुल इनफेक्शंस के प्रभाव को भी रोकता है।
जिस प्रकार आईलैशेस आंखों और नोज हेयर नाक को प्रोटेक्ट करते हैं, ठीक उसी प्रकार प्यूबिक हेयर भी वेजाइना को प्रोटेक्ट करते हैं। प्यूबिक हेयर वेजाइना को सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इनफेक्शन और यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन से भी बचाते हैं।
वेजाइनल स्किन म्यूकस और मेंब्रेन से बनी होती है, जो कि शरीर के अन्य भागों की त्वचा की तुलना में काफी ज्यादा नाजुक होती हैं। प्यूबिक हेयर वेजाइना के लिए एक प्रोटेक्टर के रूप में काम करते हैं। इंफेक्शन होने का सबसे बड़ा कारण यह भी होता है कि आप वेजाइनल प्रोटेक्टर को ही हटा देती हैं। इसकी वजह से बैक्टीरिया अधिक आक्रामक हो जाते हैं और यूटीआई जैसी समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
आपकी योनि की त्वचा काफी ज्यादा सेंसिटिव होती है। यदि वैक्सिंग करने वाली महिला थोड़ी सी भी लापरवाही से काम लें, तो आपकी स्किन बुरी तरह जल सकती है। बात केवल हीट बर्न की नही है, यदि वैक्स आपकी स्किन के अनुरूप न हो तो केमिकल बर्न होने की संभावना भी बनी रहती है।
पार्लर में बिकिनी वैक्स करवाते वक्त काफी सावधान रहने की आवश्यकता होती है। बार-बार एक ही वैक्सिंग टूल्स का प्रयोग आपको एसटीआई की समस्या से ग्रसित कर सकता है। वहीं वैक्सिंग कर रही महिला हाइजीन को लेकर थोड़ी सी भी लापरवाही बरते तब भी ऐसी समस्या होने की संभावना बनी रहती है।
मोलस्कम कॉन्टैगिओसम एक प्रकार का स्किन से स्किन के डायरेक्ट संपर्क में आने पर फैलने वाला इंफेक्शन है। स्टडीज के अनुसार बिकनी वैक्सिंग के प्रचलन में आने के बाद यह समस्या काफी तेजी से फैल रही है।
वेजाइनल स्किन काफी ज्यादा सेंसिटिव होती है। जब आप वैक्स करती हैं, तो बाल जड़ से खींचे जाते हैं। इस वजह से इनग्रोन हेयर ग्रोथ होने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं हेयर जब दोबारा से ग्रो करते हैं, तो काफी ज्यादा इरिटेटिंग हो सकते हैं। इसके साथ ही इचिंग और इरिटेटेड बम्प्स होने की संभावना बनी रहती है। जो कि बाद में इंफेक्शन का रूप ले सकती है।
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