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क्या आप अपनी पैंटी को आयरन करती हैं? अगर ‘नहीं’, तो आज ही से शुरू कर दें, यहां है इसका कारण

सर्दियों में शरीर के अन्य अंगों की तरह आपकी योनि को भी एक्स्ट्रा केयर की जरूरत होती है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने खानपान के साथ-साथ अपने अंडरगारमेंट्स का भी खास ख्याल रखें।
यदि पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल किया जाए और लाइफ स्टाइल में सुधार किया जाए, तो जाड़े में योनि स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाया जा सकता है। चित्र : एडोब स्टॉक
स्मिता सिंह Published: 13 Dec 2022, 20:00 pm IST
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जाड़े के दिनों में शरीर में कई तरह की मौसमी समस्याएं होती हैं। ठंडी हवा और नमी की कमी कुछ समस्याओं के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं। ये दोनों कारक इंटिमेट हेल्थ को भी प्रभावित करते हैं। जाड़े के दिनों में योनि में सूखेपन की समस्या बढ़ जाती है। साथ ही खुजली और योनि संक्रमण की समस्या भी हो सकती है। एक्सपर्ट बताते हैं कि यदि पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल किया जाए और लाइफ स्टाइल में सुधार किया जाए, तो जाड़े में योनि स्वास्थ्य (winter care tips for vaginal health) को भी बेहतर बनाया जा सकता है। इसके बारे में गायनेकोलोजिस्ट डॉ. ईशा शर्मा विस्तार से बता रही हैं।

यहां हैं वे टिप्स जो सर्दियों में वेजाइनल हेल्थ (winter care tips for vaginal health) के लिए हो सकते हैं फायदेमंद

1 कपड़ों के चुनाव में बरतें सतर्कता (Choose the right undergarments)

डॉ. ईशा कहती हैं, ‘जाड़े के दिनों में हमें अपने योनि स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखना पड़ता है। जाड़े के दिनों के बारे में हमारी सोच होती है कि पोलिस्टर के कपड़े शरीर को गर्म रखेंगे। साथ ही टाइट कपड़े शरीर के अंदर गर्म हवा को जाने नहीं देंगे।

ऐसे कपड़े जो हवा की आवाजाही को बाधित करते हैं, अंतरंग स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। इसके कारण योनि को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। नमी की मौजूदगी के कारण बैक्टीरिया और यीस्ट पनप सकते हैं। इसलिए ऐसे कपड़ों का चुनाव करें, जिससे शरीर के अंदर हवा की आवाजाही बनी रहे। रात के समय टाइट पैंटी पहनने से बचें। इस समय संभव हो तो अंडरवियर से मुक्त रहने की कोशिश करें।

2 पैंटी को भी आयरन करना है जरूरी (Iron your undergarments)

सामान्य धुलाई से पैंटी बैक्टीरिया मुक्त नहीं हो सकती हैं। इसलिए धुली हुई पैंटी को आयरन करें। चित्र : एडोब स्टॉक

सामान्य धुलाई से पैंटी बैक्टीरिया मुक्त नहीं हो सकती हैं। इसलिए धुली हुई पैंटी को आयरन करें। इन्हें गर्म तापमान में रखने की कोशिश करें। यदि आयरन करने में दिक्कत हो रही है, तो इन्हें 1-2 मिनट के लिए माइक्रोवेव में रख दें। माइक्रोवेव में डालने से पहले जांच लें कि पैंटी में जलने या गलने वाली धातुओं की मौजूदगी नहीं हो।

3 सुगंधित स्नान उत्पादों से बचें (perfumed bath products)

सुगन्धित स्नान उत्पाद योनि के पीएच संतुलन को बाधित कर सकते हैं। इससे योनि स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। इससे आपको इचिंग भी हो सकती है। बाथ टब में एसेंशियल आयल की कुछ बूंदें डाल सकती हैं। इससे थकान दूर होगी और दिमाग भी तनाव मुक्त होगा। ध्यान दें कि एसेंशियल आयल डायरेक्ट योनि पर लगाने की भूल नहीं करें।

4 फलों का जूस पीयें (fruits juice for vagina)

नुट्रीएंट जर्नल की स्टडी बताती है कि मौसमी फलों के जूस के सेवन से योनि स्वास्थ्य में सुधार होता है। जाड़े के मौसम में संतरा, मौसंबी, सेव, अनार जैसे फलों का सेवन इम्युनिटी बढ़ाएगा। विटामिन सी से भरपूर फलों के रस हर प्रकार की योनि समस्या से बचाव भी करेंगे।

5 हाइड्रेट रहें (Stay hydrated)

योनि की समस्या से बचने के लिए दिन भर खूब पानी पीना जरूरी है। चित्र : शटरस्टॉक

सर्दियों में अक्सर हम कम पानी पीते हैं। इससे योनि की समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में खुद को अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखना बेहद जरूरी है। प्रतिदिन 6-8 गिलास पानी पीना जरूरी है। यदि आप पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन नहीं करेंगी, तो योनि की त्वचा रूखी हो सकती है। इससे खुजली की समस्या हो सकती है। हर्बल टी, ग्रीन टी और नींबू की चाय का सेवन भी कर सकती हैं।

6 चीनी का सेवन कम करें (Avoid too much sugar)

जाड़े के दिनों में मिठाई और चॉकलेट का सेवन समस्या कम करने की बजाय बढ़ा सकती है। इसलिए कोशिश करें कि अपने भोजन से मीठे को निकाल दें। चीनी खराब बैक्टीरिया को बढ़ावा दे सकता है। चीनी की बजाय डार्क चॉकलेट(dark chocolate for vaginal health) को शामिल कर सकती हैं। इसमें चॉकलेट की तुलना में नाम मात्र की चीनी होती है। डार्क चॉकलेट पूरे शरीर के साथ-साथ योनि स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालती है।

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स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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