कई बार दिनचर्या की कुछ गलतियों की वजह से ब्लैडर इन्फेक्शन की संभावना बढ़ जाती है। वहीं ब्लैडर में सूजन आने से लेकर उसके गर्म हो जाने तक की समस्या भी देखने को मिलती है। यह काफी ज्यादा दर्दनाक हो सकता है। इस वजह से यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन की संभावना भी बढ़ जाती है। यदि इसे समय रहते नियंत्रित न किया जाए, तो यह आगे चलकर किडनी तक को प्रभावित कर सकता है। इसके साथ ही यह कई अन्य बीमारियों का कारण बनता है। इसलिए इस समस्या को भूलकर भी नजरअंदाज न करें। हेल्थ शॉट्स से जाने ऐसे कुछ खास टिप्स जो आपके ब्लैडर की सेहत (Tips to keep your bladder healthy) को बनाये रखने में मदद करेंगे।
एनआईएच (NIH) नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन एजिंग द्वारा ब्लैडर इंफेक्शन से बचाव के कुछ जरूरी उपाय बताए गए हैं। चलिए जानते हैं इन टिप्स के बारे में विस्तार से।
हर 3 से 4 घंटे में कम से कम एक बार यूरिन पास जरूर करें। ब्लैडर में अधिक देर तक यूरिन को रोके रखने से आपके मूत्राशय की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं और ब्लैडर इंफेक्शन की संभावना भी बढ़ जाती है।
जब आप ब्लैडर के आसपास की मांसपेशियों को रिलैक्स रखती हैं तो ब्लैडर को खाली करने में मदद मिलती है। महिलाओं को खाकर इस बात का ध्यान रखना चाहिए और टॉयलेट सीट पर आराम से बैठकर यूरिन पास करनी चाहिए।
यूरिन पास करते वक़्त किसी प्रकार की हड़बड़ी करने से बचें। जल्दी में रहने के कारण ब्लैडर पूरी तरह खाली नहीं हो पाता है। वहीं यदि यूरिन मूत्राशय में बहुत देर तक रहता है, तो इससे ब्लैडर के संक्रमित होने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है।
गट बैक्टीरिया को मूत्रमार्ग में जाने से रोकने के लिए महिलाओं को अपने इंटिमेट एरिया को आगे से पीछे की ओर पोंछना चाहिए। मल त्याग के बाद यह सबसे महत्वपूर्ण है। क्योंकि ऐसा न करना आपको संक्रमण से
ग्रसित कर सकता है।
सोडा, आर्टिफिशियल स्वीटनर, मसालेदार भोजन, खट्टे फल, जूस और टमाटर जैसे खाद्य पदार्थ, मूत्राशय की समस्या को तेजी से बढ़ाते हैं। ऐसे में अपने आहार में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करने से आपको बेहतर महसूस होगा। इसलिए अपनी डाइट में प्रोबायोटिक्स और कुछ अन्य गट फ्रेंडली खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
धूम्रपान करने वाले व्यक्ति को मूत्राशय के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही इंफेक्शन भी तेजी से फैलता है। यदि आप धूम्रपान करती हैं, तो आज ही इसे छोड़ दें।
शराब पीने से ब्लैडर की समस्या तेजी से उत्तेजित होती है। कैफीन युक्त पेय जैसे कॉफी, चाय, सॉफ्ट ड्रिंक, सोडा मूत्राशय को परेशान कर सकते हैं। वहीं यह संक्रमण के लक्षण जैसे कि बार-बार या तत्काल रूप से पेशाब करने की आवश्यकता को बढ़ा देता है।
सेक्सुअल एक्टिविटी के कारण आंत और वेजाइनल कैविटी के बैक्टीरिया उरेथ्रल ओपनिंग में प्रवेश कर जाते हैं। ऐसे में ब्लैडर इनफेक्शन की संभावना काफी ज्यादा होती है। इसलिए सेक्स के तुरंत बाद महिला और पुरुष दोनों को यूरीन पास करना चाहिए।
ढीले और कॉटन अंडर गारमेंट पहने से यूरिन ट्रैक के आसपास के क्षेत्र को सूखा रखने में मदद मिलेगी। टाइट-फिटिंग पैंट और नायलॉन अंडरवियर नमि को सोखने में असमर्थ होते हैं जिस वजह से बैक्टीरिया को ग्रो करने में मदद मिलती है।
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