क्या आपको कभी ऐसा लगा है कि पीरियड्स के दौरान आपका वज़न बढ़ गया है। अगर हां… तो यह आपका भ्रम नहीं है। पीरियड्स के दौरान, तीन से पांच पाउंड तक वज़न बढ़ना सामान्य है जो कुछ दिनों के रक्तस्राव के बाद चला जाता है।
यह प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) का एक शारीरिक लक्षण है। पीएमएस में शारीरिक, भावनात्मक और व्यवहार संबंधी लक्षणों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल होती है। जो महिलाओं को उनके पीरियड्स से दो सप्ताह पहले प्रभावित करती है।
ये लक्षण मासिक धर्म चक्र के दौरान हार्मोनल परिवर्तन के कारण होते हैं। पीएमएस बहुत आम है, आज 90 प्रतिशत से अधिक महिलाएं पीएमएस का अनुभव करती हैं।
पीरियड्स में वजन बढ़ना आमतौर पर हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन से जुड़ा होता है। जो आपके पूरी साइकल के दौरान बदलता है। एस्ट्रोजन का उच्च स्तर आपको अधिक पानी बनाए रखने के लिए प्रेरित कर सकता है, जिससे आप थोड़ा फूला हुआ महसूस कर सकती हैं। जबकि आपके चक्र के दौरान प्रोजेस्टेरोन में परिवर्तन आपकी गट को धीमा कर सकता है। जिससे आपको कब्ज या गैस हो सकती है। यह भी आपके वजन को भी प्रभावित कर सकता है।
यह अजीब लगता है, लेकिन हाइड्रेटेड रहने से वॉटर रिटेंशन कम हो सकता है। यदि आप डिहाइड्रेट हैं, तो आपका शरीर अधिक तरल पदार्थों का संरक्षण करेगा। जिससे आप मोटी लग सकती हैं।
स्वस्थ खाद्य पदार्थों पर स्टॉक करें। यदि आप क्रेविंग्स से ग्रस्त हैं, तो पौष्टिक विकल्पों को संभाल कर रखें। जब मीठा खाने की इच्छा हो, तो फल या प्रोटीन बार जैसे खाद्य पदार्थ खाने की कोशिश करें। उन खाद्य पदार्थों से बचें जो आपको गैस देते हैं।
नियमित रूप से व्यायाम करें। नियमित एरोबिक व्यायाम आपके पीरियड्स के दौरान लक्षणों को कम कर सकता है। प्रतिदिन 30 मिनट व्यायाम करने का लक्ष्य रखें।
नमक का सेवन कम करें। बहुत अधिक सोडियम खाने से वाटर रिटेंशन बढ़ जाएगा। अपने नमक का सेवन कम करने के लिए, प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों को सीमित करें या उनसे बचें।
कैफीन और चीनी छोड़ें। कैफीन और चीनी वाले खाद्य पदार्थ और पेय सूजन को खराब कर सकते हैं। माहवारी से दो सप्ताह पहले इन खाद्य पदार्थों से परहेज करें।
पीरियड्स में वजन बढ़ना हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण होता है। यह ऐंठन के कारण वॉटर रिटेंशन, अधिक भोजन और कसरत छोड़ने का परिणाम हो सकता है। पीरियड्स ब्लोटिंग और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं भी वजन बढ़ने की अनुभूति पैदा कर सकती हैं।
मगर यदि आपको मासिक धर्म के दौरान गंभीर ऐंठन, पेट में दर्द और सूजन है, तो अपने डॉक्टर से बात करना जरूरी हे।
यह भी पढ़ें : अपनी वेजाइनल हेल्थ की परवाह है, तो आज ही कर लें इन आदतों से तौबा