यदि हम कठिन एक्सरसाइज यानी मसल्स रेसिस्टेंस वाली एक्सरसाइज करते हैं, तो शरीर से बहुत सारा पसीना निकलता है। इसके माध्यम से कैलोरी बर्न होती है और वेट कंट्रोल होता है। ठीक इसी तरह सेक्स में पूरा शरीर शामिल होता है। यदि ऑर्गेज़्म के लिए बहुत अधिक प्रयास किया जाता है, तो दोनों पार्टनर के शरीर से पसीना निकलने लगता है। कुछ लोग इस दौरान पसीना से तर बतर हो सकते हैं। पर क्या आप जानती हैं कि ऐसा क्यों होता है? और क्या होता है आपके सेक्स सेशन पर इसका प्रभाव? आइए जानते हैं सेक्स के दौरान पसीना (Sweating during sex) आने के बारे में सब कुछ।
जर्नल ऑफ़ एपलाइड फिजियोलोजी के अनुसार, किसी भी शारीरिक गतिविधि और एक्सरसाइज की तरह है सेक्स। यह हृदय गति में वृद्धि (Heart Beat) का कारण बनता है। इससे शरीर का तापमान बढ़ जाता है। इसलिए सेक्स करते समय पसीना आता है। यदि आपकी जिम जाने की इच्छा नहीं हो, तो सेक्सरसाइज किया जा सकता है। ध्यान रहे कि 40 वर्ष के बाद सप्ताह में 2-3 बार ज्यादा वाइल्ड सेक्स करने पर हार्ट हेल्थ प्रभावित हो सकती है।
जर्नल ऑफ़ फिजियोलोजिकल एन्थ्रोपोलोजी के शोध निष्कर्ष बताते हैं कि सेक्सरसाइज के दौरान महिला-पुरुष दोनों में एसीएच (Adrenocorticotropic hormone) प्रेरित स्टीरोइड को बढ़ाता है। इसके कारण स्टीमिंग सेक्स को मजबूती देता है। लेकिन महिलाओं की तुलना में पुरुषों में स्टीमिंग की डिग्री और सेक्स पर उसका प्रभाव अधिक देखा जाता है।
जर्नल ऑफ़ फिजियोलोजिकल एन्थ्रोपोलोजी में प्रकाशित शोध आलेख बताते हैं कि कुछ सेक्स पार्टनर को लगता है कि सेक्स के दौरान पसीने से तरबतर होना पार्टनर के लिए टर्न ऑफ के समान है। यहां मन में यह विचार लाना गलत है। सेक्स के दौरान स्टीमिंग वास्तव में बढ़िया संकेत है।
पसीने के दौरान निकलने वाला फेरोमोन हार्मोन की प्राकृतिक गंध पार्टनर को उत्तेजित करने में मदद करती है। फेरोमोन हार्मोन नेचुरल कामोत्तेजक है। पसीना कोर्टिसोल लेवल को बढ़ाने के लिए भी जाना जाता है, जो हेल्थ के लिए बढ़िया होता है। वास्तव में स्टीमिंग सेक्स के आनंददायक होने का संकेत करने वाला औजार है।
ओसाका इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी और कोबे यूनिवर्सिटी के शोध के अनुसार, खेलने या सेक्सरसाइज के दौरान लड़कियों और लड़कों में लगभग समान मात्रा में पसीना आता है। लेकिन एक बार जब हॉर्मोन सक्रिय हो जाते हैं, तो महिलाओं की तुलना में पुरुषों को अधिक मात्रा में पसीना आना शुरू हो जाता है। वैज्ञानिक इसकी वजह टेस्टोस्टेरोन को मानते हैं, जो पुरुषों के पसीने की प्रतिक्रिया को बढ़ाता है।
महिलाओं को पसीना आने से पहले गर्म होने की आवश्यकता होती है। यहां भी एस्ट्रोजेन भूमिका निभाता है, क्योंकि यह महिलाओं के शरीर के तापमान को कम करता है। दूसरी ओर लड़कों को अधिक पसीना आता है, क्योंकि ज्यादातर पुरुषों का शरीर महिलाओं की तुलना में बड़ा होता है। शरीर जितना बड़ा होता है, उतनी ही वह अधिक गर्मी उत्पन्न करता है और स्टीमिंग अधिक होती है।
अफ्रीकन जर्नल ऑफ़ रिप्रोडक्टिव हेल्थ के अनुसार, अक्सर सेक्सरसाइज़ के बाद मेल सेक्स हार्मोन बढ़ जाते हैं। स्टीमिंग के कारण उत्तेजित और कामुक होना लाजिमी है। लेकिन बहुत अधिक पसीना संक्रमण को बुलावा देना भी हो सकता है। आमतौर पर पुरुषों के ग्रोइन में एथलीट फुट के लिए जिम्मेदार फंगस पनप जाते हैं। यह फंगस नम स्थानों में ही पनपता है।
इसके कारण आपके पार्टनर के शरीर का निचला हिस्सा प्रभावित हो सकता है। सेक्स के दौरान यह फंगस आप तक पहुंचने के जोखिम का भी कारण बन सकता है। यदि आपके पार्टनर में यह फंगस पनप गया है, तो इसका इलाज होने तक सेक्स से दूर रहें। क्योंकि यह फंगस सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन (Sexually Transmitted Infection-STI) को न्योता दे सकता है।
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