उम्र के साथ सेक्स ड्राइव में कमी आना बेहद सामान्य हैं। कई बार रिश्तों में आपसी मनमुटाव तो कभी शारीरिक समस्याएं इसका कारण साबित होने लगती है। सेक्सुअल इंटिमेसी (sexual intimacy) की कमी से सालों पुराने खुशहाल रिश्ते प्रभावित होने लगते है। इससे मेंटल हेल्थ भी प्रभावित होती है। अगर समय से पहले आप भी लो लिबिडो (low libido) की समस्या से जूझ रही हैं, तो इसके कारणों को जानने का प्रयास करें। इस लेख के ज़रिए जानते हैं कि वो कौन से कारण है, जो कामेच्छा में कमी का कारण (reasons of low libido) साबित होते हैं और इससे कैसे डील करें।
लिबिडो किसी व्यक्ति की यौन इच्छा को कहा जाता है, जो हार्मोन, मेंटल हेल्थ, तनाव, ब्रेन फंक्शन और बिहेवियर पैटर्नस से प्रभावित होती है। सेक्सुएलिटी कोच पल्लवी बरनवाल बताती हैं कि हर किसी की कामेच्छा अलग होती हैए और उम्र व शरीर में आने वाले बदलाव के आधार पर किसी व्यक्ति की सेक्स ड्राइव (sex drive) में समय के साथ उतार.चढ़ाव हो आने लगता है।
जीवन में बढ़ने वाला तनाव कामेच्छा को कम करने का मुख्य कारण साबित होता है। इससे सेक्सुअल लाइफ में कमी आने लगती हैं, जो रिश्ते में आने वाली दूरी का कारण साबित होता है। दरअसल, दिनों दिन स्ट्रेस बढ़ने से म्यूचुअल अंडरस्टैण्डिंग (mutual understanding) कम होती चली जाती है और सेक्स ड्राइव को प्रभावित करती है।
मदरहुड की शुरूआत में न्यू मॉम्स पूरी तरह से बच्चे की टेक केयर के लिए फोकस्ड रहती हैं। ऐसे में उनके पास अपना ख्याल रखने का भी समय नहीं मिल पाता है। इसके चलते वे बार बार मूड स्विंग, एंग्ज़ाइटी, बॉडी क्रैंम्प और कई शारीरिक समस्याओं से होकर गुज़रती है, जो लिबिडो की कमी का कारण साबित होता है।
ऐसे वक्त में महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के बदलाव आने लगते हैं, जो एस्ट्रोजन की कमी को दर्शाता है। इससे शरीर में सेक्स ड्राइव कम होने लगती है। मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में मूड स्विंग, नींद की कमी, सिरदर्द, थकान और शरीर कमज़ोर महसूस करता है।
शराब सेक्स हार्मोन के स्तर को कम करने का कारण साबित होता है। इसके नियमित सेवन से मूड स्विंग की समस्या बढ़ती है, जो सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन और डोपामाइन को बार बार ट्रिगर करता हैं। इससे कामेच्छा पर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं। ये समय के साथ बढ़ते और गिरते रहते हैं। इसी कारण से कामेच्छा में उतार.चढ़ाव आने लगता है।
सेक्सुअल लाइफ को हैप्पी बनाए रखने और कामेच्छा को बढ़ाने के लिए सेक्स को एक टास्क न समझकर उसे एजॉय करने का प्रयास करें। इससे पार्टनर के साथ आपकी बॉडिंग इंप्रूव होने लगती है। साथी से हर वक्त रूठे रहना रिश्तों में दूरी का कारण बनने लगता है।
एनआईएच की रिसर्च के अनुसार नींद की कमी तनाव और कामेच्छा में कमी का कारण साबित होती है। तनाव के चलते शरीर में कार्टिसोल हार्मोन बढ़ने लगता है, जो सेक्स की इच्छा में कमी आने का मुख्य कारण है। ऐसे में क्वालिटी स्लीप लें, जो सेक्स ड्राइव को बढ़ाने में मददगार साबित होता है।
दिनभर शरीर में थकान का अनुभव भी सेक्स ड्राइव में कमी आने का कारण है। ऐसे में नियमित वर्कआउट करें और कुछ देर मेडिटेशन के लिए भी निकालें। इससे व्यक्ति का तन और मन शांत रहने लगता है, जिससे शरीर में हैप्पी हार्मोन बढ़ने लगते हैं। रोज़ाना 30 मिनट का वर्कआउट आपको हेल्दी बनाता है।
सेक्स ड्राइव को बढ़ाने के लिए अश्वगंधा का सेवन बेहद फायदेमंद साबित होता है। इससे शरीर में असंतुलित हार्मोनल सचारू रूप से कार्य करने लगते हैं। टेस्टोस्टेरोन के स्तर को नियमित करने के लिए चुटकी भर अश्वगंधा को 1 गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से फायदा मिलता है। इससे कामेच्छा में बढ़ोतरी होती है और शरीर एक्टिव बना रहता है।
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