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ये 5 लाइफस्टाइल डिसऑर्डर महिलाओं में कम कर देते हैं सेक्सुअल डिजायर, इनसे बचना है जरूरी

सेक्स प्लेजरेबल न लग रहा हो या ऑर्गैस्म तक पहुंचना आपके लिए मुश्किल हो गया है, साथ ही यदि पेनिट्रेशन के दौरान असहनीय दर्द का अनुभव होता है तो हो सकता है आप इन 5 लाइफस्टाइल डिसऑर्डर से पीड़ित हों।
Published On: 23 Apr 2023, 06:30 pm IST
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कई शोध बताते हैं कि प्रोटीन की कमी के कारण आपका सेक्सुअल हेल्थ प्रभावित हो सकता है। चित्र : एडोबी स्टॉक

एक रिलेशनशिप में सेक्सुअल इंटिमेसी का काफी महत्व होता है। एक हैप्पी कपल हमेशा मेंटली, इमोशनली और फिजिकली हर तरह से संतुष्ट होते हैं। सेक्सुअल इंटिमेसी रिश्ते को मजबूत बनती है, परन्तु कई बार इसकी कमी से रिश्ते पर नकारात्मक असर पड़ता है। आपमें से कई महिलाएं ऐसी होगी जिनकी सेक्सुअल डिजायर दिन प्रति दिन घटती जा रही है। साथ ही हो सकता है आपको सेक्स प्लेजरेबल न लग रहा हो या ऑर्गैस्म तक पहुंचना आपके लिए मुश्किल हो गया है! इसके साथ ही कुछ महिलाओं को पेनिट्रेशन के दौरान असहनीय दर्द का अनुभव होता है।

क्या आपने कभी इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश की है? यदि नहीं, तो कहीं इसकी वजह आपकी शारीरिक समस्याएं तो नहीं! जी हां, कई ऐसे लाइफस्टाइल डिसॉर्डर हैं जिनकी वजह सेस सेक्सुअल लाइफ प्रभावित होती है। इन समस्यायों में बॉडी हॉर्मोन्स अलग तरह से रिस्पॉन्स करते हैं जिसकी वजह से सेक्सुअल डिजायर कम होने लग जाती है। तो यदि आप भी सेक्सुअल डिजायर में कमी महसूस कर रही हैं, तो इन लाइफस्टाइल डिसऑर्डर की जांच जरूर करवाएं (low sex desire in female)। आइये जानते हैं कौन सी समस्या योन जीवन को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती हैं।

सेक्सुअल डिजायर को कम कर देती हैं ये 4 लाइफस्टाइल डिसऑर्डर

1. कार्डिओवैस्क्युलर डिजीज

पब मेड सेंट्रल के अनुसार कई ऐसे हृदय रोग हैं, जैसे की हाई ब्लड प्रेशर, पेरिफेरल वैस्कुलर डिजीज ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंचाती हैं, ऐसे में यह दिल से दूर के बॉडी पार्ट्स तक पर्याप्त ब्लड ट्रांसफर नहीं कर पता। इन ब्लड वेसेल्स में परिवर्तन होने से इन क्षेत्रों में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है, जिसमें इंटिमेट बॉडी पार्ट्स भी शामिल हैं।

वेजाइना या पेनिस में ब्लड फ्लो की कमी के कारण इन्हे उत्तेजित कर पाना मुश्किल हो जाता है। चित्र : एडॉबीस्टॉक

वेजाइना या पेनिस में ब्लड फ्लो की कमी के कारण इन्हे उत्तेजित कर पाना मुश्किल हो जाता है। इस प्रकार यह सेक्सुअल डिजायर की कमी का कारण बनता है। ब्लड वेसेल की समस्या से पीड़ित ज्यादातर लोग सेक्स करते वक़्त जल्दी थक जाते हैं और उन्हें सेक्स प्लेजरेबल भी नहीं लगता।

2. डायबिटीज की स्थिति में भी पड़ता है नकारात्मक असर

डायबिटीज ब्लड वेसल्स को प्रभावित करता है। डायबिटीज संबंधित न्यूरोपैथी, एक ऐसी स्थिति है जिसमें नसों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचता है। जिसकी वजह से आप बिना एजैक्युलेशन के ऑर्गेज्म तक पहुंच सकते है।

महिलाओं में, डायबिटीज की स्थिति में वेजाइनल वाल की ब्लड वेसल्स सख्त हो जाती हैं। ऐसे में ब्लड फ्लो पर नकारात्मक असर पड़ता है जो वेजाइना के प्राकृतिक ल्युब्रिकेशन को प्रभावित करता है। ऐसे में वेजाइना ड्राई हो जाती है, जिसकी वजह से यूटीआई, ईस्ट इन्फेक्शन और अन्य संक्रमणों का खतरा बना रहता है।

पुरुषों में, डायबिटीज ब्लड वेसल्स को सख्त और संकुचित कर देता है, जो पेनिस तक इरेक्टाइल टिश्यू पहुंचाते हैं। इससे इरेक्शन होने में समस्या हो सकती है और इरेक्ट होने पर पेनिस कम फर्म हो सकता है।

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3. स्ट्रेस हो सकता है इसके लिए जिम्मेदार

ब्रेन शरीर का एक सबसे संवेदनशील “सेक्स ऑर्गन” होता है। पब मेड सेंट्रल के अनुसार सेक्सुअल डिजायर दिमाग से शुरू होती है और फिर इंटिमेट पार्ट्स तक पहुंचती है। न्यूरोट्रांसमीटर नामक केमिकल ब्रेन सेल्स (न्यूरॉन्स) को सेक्स ऑर्गन्स तक ब्लड फ्लो को प्रोत्साहित करने के लिए मेसेज पहुंचाती है। वहीं तनावग्रस्त व्यक्ति में यह केमिकल असंतुलित हो जाती हैं ।

नतीजतन, व्यक्ति सेक्सुअल डिजायर में कमी महसूस करता है या कई बार कुछ लोगों की योन इच्छा पूरी तरह से खत्म हो जाती है। इसके अलावा, न्यूरोट्रांसमीटर का निम्न स्तर प्लेजरेबल भावनाओं को काफी हद तक कम कर देता है।

पुरुष हों या महिला सेक्स करने में असमर्थ होने के कारण आत्मविश्वास में कमी महसूस करते है, जो स्ट्रेस से उभरने की प्रक्रिया को कभी कमजोर बना देता है।

तनाव भी है सेक्स डिजायर की कमी का जिम्मेदार। चित्र : शटरस्टॉक

4. मेनोपॉज के दौरान

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजेन के गिरते स्तर के कारण महिलाओं के सेक्सुअल फंक्शन में कई बदलाव आते हैं। एस्ट्रोजन की कमी के कारण वजाइना में ब्लड सप्लाई काफी कम हो जाता है। डायबिटीज की तरह यह भी वेजाइनल प्लेजर को कम कर देती है और इसे ड्राई बनाती है, जिसकी वजह से वेजाइनल हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। मेनोपॉज के दौरान महिलाएं आसानी से उत्तेजित नहीं होती और इंटीमेट पार्ट्स को छूने पर उन्हें किसी तरह का सेन्सेशन महसूस नहीं होता। परिणामस्वरूप सेक्स में रुचि कम हो जाती है।

चलते चलते

यदि आपको अचानक से सेक्स डिजायर में कमी महसूस होने लगी है, तो आप बताई गयी इन लाइफस्टाइल डिसऑर्डर की शिकार हो सकती हैं। बिना देर किये देखें की आपके शरीर में क्या क्या बदलाव नजर आ रहे हैं और उसके अनुसार डॉक्टर से मिलें और अपनी जांच करवाएं। थोड़ी सी भी देरी आपको बुरी तरह से इन बिमारियों का शिकार बना सकती हैं। साथ ही बिगड़ती सेक्सुअल लाइफ आपके रिश्ते को भी प्रभावित कर सकती है।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

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