गर्भावस्था के दौरान एक महिला के शरीर में कई बदलाव होते हैं। सेक्सुअल हेल्थ के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है गर्भाशय ग्रीवा या सर्वाइकल का स्वास्थ्य। गर्भाशय ग्रीवा हेल्दी प्रेगनेंसी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सर्वाइकल हेल्थ सुनिश्चित करने के लिए प्रसवपूर्व उचित देखभाल जरूरी है। विशेषज्ञ बताते रहे हैं कि इसके लिए आपको किन चीजों पर ध्यान (cervical health and pregnancy) देने की जरूरत है।
मणिपाल हॉस्पिटल वर्थुर रोड और व्हाइटफील्ड में कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. हीरा मार्डी बताती हैं, ‘गर्भाशय के निचले सिरे पर स्थित गर्भाशय ग्रीवा या सरविक्स गर्भाशय और रिप्रोडक्टिव पाथ के बीच प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करती है। गर्भावस्था के दौरान बच्चे को जन्म देने के लिए गर्भाशय ग्रीवा में परिवर्तन होते रहते हैं। प्रमुख परिवर्तनों में से एक है, गर्भाशय ग्रीवा का धीरे-धीरे नरम होना और पतला होना, जिसे फैलाव और सर्विकल एक्सपैंशन के रूप में जाना जाता है। यह प्रसव की प्रगति के लिए जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय ग्रीवा के स्वास्थ्य से संबंधित कुछ जटिलता उत्पन्न हो सकती है। यह नियमित प्रसव पूर्व देखभाल के महत्व पर प्रकाश डालती है।’
डॉ. हीरा मार्डी बताती हैं, ‘गर्भाशय ग्रीवा के स्वास्थ्य की निगरानी और रखरखाव में प्रसव पूर्व देखभाल महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हेल्थकेयर एक्सपर्ट किसी भी प्रकार की समस्या या समय से पहले प्रसव के लक्षणों का पता लगाने के लिए नियमित रूप से गर्भाशय ग्रीवा की जांच करते रहते हैं। गर्भाशय ग्रीवा के स्वास्थ्य को जांचने के लिए प्राथमिक तरीकों में से एक सरल और नॉन इनवेसिव प्रक्रिया है पेल्विक परीक्षण। इसके अलावा, हेल्थ एक्सपर्ट अल्ट्रासाउंड का उपयोग करके सर्विक्स की लंबाई माप सकते हैं। यह समय से पहले बच्चे जन्म के जोखिम वाली महिलाओं की पहचान करने में मदद कर सकता है।’
डॉ. हीरा मार्डी बताती हैं, ‘प्रसवपूर्व देखभाल में गर्भाशय ग्रीवा के संक्रमण, जैसे कि ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) और अन्य सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज की जांच भी शामिल है। ये संक्रमण सर्विक्स के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं और गर्भावस्था के दौरान जटिलता पैदा कर सकते हैं। ऐसे संक्रमणों का तुरंत पता लगाना और उसका उपचार करना मां और भ्रूण दोनों की सुरक्षा के लिए जरूरी है। ‘
कुछ मामलों में सर्विक्स की अपर्याप्तता का इतिहास या गर्भाशय ग्रीवा पर पिछली सर्जिकल प्रक्रियाओं के कारण गर्भावस्था से संबंधित जटिलताओं को रोकने के लिए अतिरिक्त हस्तक्षेप की जरूरत पड़ सकती है। हेल्थ केयर एक्सपर्ट गर्भाशय ग्रीवा सरक्लेज की सिफारिश कर सकते हैं।
यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें गर्भाशय ग्रीवा को समर्थन प्रदान करने और समय से पहले फैलाव को रोकने के लिए बंद कर दिया जाता है। ऐसे जोखिम कारकों की पहचान करना और उचित प्रसव पूर्व देखभाल के माध्यम से उनका समाधान करना प्रतिकूल परिणामों की संभावना को काफी कम कर सकता है।
डॉ. हीरा मार्डी के अनुसार, हेल्दी प्रेग्नेंसी को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती मांओं को गर्भाशय ग्रीवा के स्वास्थ्य के महत्व और प्रसव पूर्व देखभाल की भूमिका के बारे में शिक्षित करना जरूरी है। महिलाओं को सभी निर्धारित प्रसव पूर्व नियुक्तियों में भाग लेने और गर्भाशय ग्रीवा स्वास्थ्य और संबंधित जांच के बारे में चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इसके अलावा, गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय ग्रीवा के स्वास्थ्य (cervical health and pregnancy) को बनाए रखने में जीवनशैली कारकों के महत्व पर जोर देना चाहिए, जैसे तंबाकू के उपयोग से बचना और सुरक्षित यौन व्यवहार का अभ्यास करना।
सफल गर्भावस्था और प्रसव के लिए गर्भाशय ग्रीवा का स्वास्थ्य बनाए रखना जरूरी है। प्रसवपूर्व देखभाल गर्भाशय ग्रीवा के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं (cervical health and pregnancy) की निगरानी और समाधान के लिए आधारशिला के रूप में कार्य करती है। इससे मां और बच्चे दोनों के ओवरऑल वेलनेस में योगदान मिलता है।
नियमित जांच, स्क्रीनिंग और शुरुआती इंटरवेंशन को प्राथमिकता देकर हेल्थ केयर एक्सपर्ट गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय ग्रीवा के स्वास्थ्य से जुड़े संभावित जोखिमों और जटिलताओं को प्रभावी ढंग से कम कर सकते हैं। गर्भवती मांओं को गर्भाशय ग्रीवा के स्वास्थ्य और प्रसवपूर्व (cervical health and pregnancy) देखभाल के महत्व के बारे में बता कर उन्हें सशक्त बनाना चाहिए। इससे गर्भावस्था के परिणामों में सुधार हो सकता है। मां और बच्चे दोनों का लॉन्ग टर्म में स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है।
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