मोटापे से ग्रसित महिलाओं को इंटिमेट हाइजीन का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। वजन बढ़ने से इंटिमेट एरिया, खासकर जांघो में अधिक चर्बी जमा हो जाती है जिसकी वजह से एयर पास होने में बहुत परेशानी आती है। वहीं गर्मी में पसीना आने की वजह से यह समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है। हवा पास न होने के कारण पसीना वेजाइना और वेजाइना के आसपास की त्वचा पर जमा रहता है। जिसकी वजह से रैशेज, बम्प्स, इचिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं अधिक वजन वाली महिलाओं में यूटीआई इन्फेक्शन और अन्य वेजाइनल इन्फेक्शन का अधिक खतरा होता है।
वजन कम करना आपको डायबिटीज और हृदय रोगों से ही नहीं बचाता, बल्कि यह आपको वेजाइनल इंफेक्शन से भी बचाए रखता है। आंकड़े बताते हैं कि अधिक वजन वाली महिलाएं पीरियड्स, मेनोपॉज और उमस भरे मौसम के दौरान इंफेक्शन की ज्यादा शिकार होती हैं। हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर मारेंगो एशिया हॉस्पिटल फरीदाबाद की ऑब्सटेट्रिक और गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर गुंजन भोला से बात की। डॉ गुंजन मोटापे से ग्रसित महिलाओं के लिए कुछ खास हाइजीन टिप्स दिए हैं। तो चलिए जानते हैं आप किस तरह अपनी इंटिमेट एरिया को स्वस्थ रख सकती हैं (vaginal hygiene tips for obese women)।
अधिक वजन वाली महिलाओं को अपने इंटिमेट हाइजीन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। क्योंकि उन्हें इंटिमेट एरिया में अधिक पसीना आता है जिससे कि संक्रमण का खतरा बना रहता है। ऐसे में ढीला कपड़ा पहने ताकि जितनी एयर पास हो पा रही है वह अच्छी तरह से वेजाइना तक पहुंच पाए। इसके साथ ही कॉटन की हल्की पैंटी पहनना जरूरी है।
ऐसा करने से वेजाइना की त्वचा पर कीटाणु नहीं पनपते हैं, जिससे कि आपको गर्मी के मौसम में वेजाइनल इनफेक्शन जैसी समस्याएं परेशान नहीं करती हैं।
यदि आप अपने प्यूबिक हेयर को वैक्स या फिर हेयर रिमूवल क्रीम से हटाती हैं, तो सावधान हो जाएं। डॉक्टर के अनुसार यह तरीके आपके लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं। इनकी वजह से वेजाइना में रैशेज, बम्स और अन्य प्रकार के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
प्यूबिक हेयर को पूरी तरह से हटाना भी सुरक्षित नहीं है। यदि आप इन्हें पूरी तरह से हटा रही हैं, तो इससे भी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। यह आपके वेजाइना में बैक्टरिया और अन्य कीटाणुओं को प्रवेश नहीं होने देते।
यदि आप अपने प्यूबिक हेयर को रिमूव करना चाहती हैं, तो इसके लिए ट्रिमिंग एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। अपने प्यूबिक हेयर को ट्रिमर से छोटा कर लें, ताकि इनग्रोन हेयर और किसी भी केमिकल युक्त पदार्थ के साइड इफेक्ट का सामना न करना पड़े।
गयनेकोलॉजिस्ट के अनुसार इंटिमेट एरिया की साफ़ सफाई करने के लिए एसएलएस फ्री प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें। एसएलएस युक्त प्रोडक्ट्स जैसे की साबुन और अन्य बॉडी वॉश वेजाइना के पीएच लेवल को प्रभावित कर सकती है जिसकी वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
यदि आपको वेजाइनल इंफेक्शन है और यह लंबे समय से बना हुआ है तो जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से मिलें और इस विषय पर राय लें। गर्मी में योनि संबधी संक्रमण जल्दी ठीक नहीं हो पाती खासकर यदि आपका वजन अधिक है तो इसे ठीक करना और कठिन हो जाता है, बाद में यह बड़ी समस्या का रूप ले लेता है।
हर बार बाथरूम जाने के बाद अपनी वेजाइना एवं अंडरगारमेंट्स को पूरी तरह से ड्राई करना जरूरी है। इसके लिए हर बार पेशाब करने के बाद टिशू पेपर से अपने वेजाइना को अच्छी तरह से ड्राई कर लें। पसीने से पैंटी गीली हो जाती है तो पैंटीलाइनर, स्वेटिंग पैड का इस्तेमाल कर सकती हैं। यह वेजाइना को बेक्टिरिया और फंगस फ्री रहने में मदद करेगा साथ ही साथ संक्रमण से भी बचाव करेगा।
डॉक्टर के अनुसार चाहे आपका वजन अधिक हो या नहीं सभी को नियमित रूप से वेजाइनल चेकअप करवाना चाहिए। यदि आपकी वेजाइनल डिसचार्ज में किसी तरह का बदलाव नजर आ रहा है, या आपके डिस्चार्ज से खराब बदबू आ रही है, तो समझ जाइये ये संकेत संक्रमण की ओर इशारा करते हैं। इसलिए इन्हें भूलकर भी नजरअंदाज न करें और समय रहते डॉक्टर से मिलकर इस विषय पर चर्चा करें।
साथ ही किसी प्रकार की खुजली, रैशेज और अन्य प्रकार के बम्स नजर आने पर डॉक्टर से मिलना और अपनी वेजाइना की जांच करवाना जरूरी है।
यह भी पढ़ें : तनाव बढ़ाकर याद्दाश्त में कमी ला सकता है सेक्स के बीच लंबा गैप, जानिए क्यों जरूरी है रेगुलर सेक्स