कंडोम के इस्तेमाल से जुड़ी इन 5 बातों का ध्यान रखना है बेहद महत्वपूर्ण, एक्सपर्ट बता रही हैं क्यों

अक्सर हम एक्साइटमेंट में अलग-अलग फ्लेवर, अलग-अलग शेप, डिजाइन के कॉन्डम्स तो खरीद लाते हैं, परंतु बाद में हमें परेशानी उठानी पड़ती है।
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जानें कंडोम के इस्तेमाल से जुडी कुछ जरुरी बातें। चित्र : एडॉबीस्टॉक
अंजलि कुमारी Published: 14 Dec 2023, 21:00 pm IST
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आजकल मेडिकल स्टोर, जनरल स्टोर यहां तक की मॉल और शॉप्स में भी तरह-तरह के कंडोम उपलब्ध हैं। परंतु हम सभी के लिए यह समझना बहुत जरूरी है, की क्या सभी कंडोम को वेजाइनल सेक्स के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है? क्या इनका इस्तेमाल सुरक्षित है? क्योंकि अक्सर हम एक्साइटमेंट में अलग-अलग फ्लेवर, अलग-अलग शेप, डिजाइन के कॉन्डम्स तो खरीद लाते हैं, परंतु बाद में हमें परेशानी उठानी पड़ती है। खासकर कंडोम का चयन महिलाओं की वेजाइनल हेल्थ को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए, क्योंकि पेनिट्रेशन के दौरान महिलाओं में संक्रमण का खतरा अधिक होता है।

हेल्थ शॉट्स ने इस बारे में मदरहुड हॉस्पिटल, पुणे की ऑब्सटेट्रिशियन और गाइनेकोलॉजिस्ट, डॉक्टर स्वाति गायकवाड से बात की। डॉक्टर ने कंडोम के इस्तेमाल जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताइ हैं। ताकि आप बिना किसी परेशानी के सही और सुरक्षित सेक्स का आनंद ले सकें (Right way to use a condom)।

यहां जानें कंडोम के इस्तेमाल से जुडी कुछ जरुरी बातें (Right way to use a condom)

1. वेजाइनल सेक्स के लिए न करें फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल

आज के समय में आपको तमाम तरह के फ्लेवर में कंडोम उपलब्ध मिल जाएंगे। किसी भी फ्रूट के फ्लेवर से लेकर आइसक्रीम फ्लेवर तक के कंडोम उपलब्ध हैं। परंतु क्या इनका इस्तेमाल वेजाइनल सेक्स के लिए सुरक्षित है? जवाब है नहीं, फ्लेवर्ड कंडोम को ओरल सेक्स के लिए बनाया गया है। फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल वेजाइनल या एनल सेक्स के लिए नहीं करना चाहिए। खास कर यदि इनके पैकेट पर ऐडेड शुगर, फ्लेवर्ड कोटिंग जैसे इंस्ट्रक्शंस दिए गए हों, क्योंकि यह सभी वेजाइनल ईस्ट इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं।

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वेजाइनल ईस्ट इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं। चित्र : एडॉबीस्टॉक

2. कंडोम की एक्सपायरी डेट चेक करना न भूले

आमतौर पर हम खाने-पीने की चीजों पर तो एक्सपायरी डेट चेक करते हैं, परंतु कंडोम खरीदते वक्त शायद ही कोई ऐसा होगा जो एक्सपायरी डेट पर ध्यान देता हो। हालांकि, इस पर हम सभी को जरूर से जरूर ध्यान देना चाहिए। कंडोम के एक्सपायरी डेट पार हो जाने के बाद इन पर लगे लुब्रिकेंट आपके वेजाइना को नुकसान पहुंचा सकते हैं और इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा एक्सपायरी कंडोम के फटने की संभावना अधिक होती है, साथ ही साथ सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज और प्रेगनेंसी को प्रीवेंट करने की इसकी क्षमता भी बेहद कम हो जाती है।

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3. लेटेक्स कंडोम के साथ सिलिकॉन बेस्ड ल्यूब का इस्तेमाल करें

लेटेक्स कंडोम के साथ हमेशा वॉटर बेस्ड या सिलिकॉन बेस्ड ल्यूब का इस्तेमाल करें। हालांकि, इन ल्यूब को किसी भी कंडोम के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। लेटेक्स कंडोम के साथ भूलकर भी ऑयल, लोशन, वैसलीन और ऑयल बेस्ड ल्यूब का इस्तेमाल न करें। ऑयल लेटेक्स कंडोम को डैमेज कर सकते हैं, जिसकी वजह से यह फट सकता है। ऐसे में प्रेगनेंसी और सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। आमतौर पर नॉन लेटेक्स प्लास्टिक कंडोम के साथ ऑयल बेस्ड ल्यूब का इस्तेमाल किया जाता है।

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कंडोम के सही इस्तेमाल के साथ इसके स्टोरेज का ध्यान रखना भी है बेहद महत्वपूर्ण।, चित्र : शटरस्टॉक

4. कंडोम की स्टोरेज का ध्यान रखें

कंडोम को हमेशा धूप गर्मी और नमी युक्त जगह से दूर रखना चाहिए इसे सूखे और ठंडी जगह पर स्टोर करें। कंडोम को पर्स, बैग, पॉकेट में रखने से लेटेक्स खराब हो सकता है साथ ही इसकी ल्यूब भी खराब हो जाती है। इस स्थिति में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

5. भूलकर भी कंडोम को दोबारा इस्तेमाल न करें

एक कंडोम को भूलकर भी दो बार इस्तेमाल न करें। यदि आप एक ही समय में कुछ देर के गैप पर दो बार सेक्स कर रही हैं, तो भी कंडोम बदलना जरूरी है। क्योंकि ऐसा न करने से महिला एवं पुरुष दोनों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही कंडोम कमजोर हो जाती है, और दूसरी बार इस्तेमाल के दौरान यह फट सकती है। एक ही कंडोम को दो बार इस्तेमाल करना बेहद अनहाइजीनिक है। स्वस्थ एवं सुरक्षित सेक्स के लिए एक कंडोम को केवल एक बार ही इस्तेमाल करें।

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इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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